नेशनल
कम नहीं हो रही चेन्नई के लोगों की चिंता, पेयजल का संकट
चेन्नई। बारिश के कारण बाढ़ की मार झेल रहे तमिलनाडु के लोगों की चिंता रुक-रुक हो रही बारिश और काले मेघों तथा बिजली कड़कने की आवाज ने बढ़ा दी है। वहीं, लोगों के लिए पेयजल का भारी संकट पैदा हो गया है। राज्य में यह एक शताब्दी के दौरान अब तक की सबसे भयानक बाढ़ है, जिसके कारण लोग बिजली के साथ-साथ पीने की चीजों और पानी तक के मोहताज हो गए हैं।
चेन्नई वह उसके उपनगरों में बीते एक महीने में रिकार्ड बारिश दर्ज की गई है, जिसके कारण 325 लोग काल के गाल में समा चुके हैं। मैलापुर, अडयार व अन्नासलाई जैसे इलाकों में जहां जलस्तर में कमी आई है और बिजली आपूर्ति भी आंशिक तौर पर बहाल कर दी गई है, वहीं इससे अलग उत्तरी चेन्नई के कई पॉकेट में बिजली नहीं है।
वेस्ट माम्बलम निवासी रेवती वसन ने बताया, “अतिरिक्त पानी छोड़े जाने की भी अफवाह है, जिससे हमारी चिंता और बढ़ गई है।” उन्होंने कहा कि उनके इलाके में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की गई है। उनके अपार्टमेंट के आसपास और सड़कों पर भी पानी भर गया है। कुछ इलाकों में हालांकि शनिवार सुबह दुकानें खुलने के बाद दूध की आपूर्ति बहाल हो गई है।
अडयार के एक स्थानीय निवासी लक्ष्मण ने बताया, “हमारे अपार्टमेंट के पास की दुकानों पर दूध साधारण दामों पर मिल रहे हैं, लेकिन पीने का पानी काफी महंगा है।” कई इलाकों में लोग अपने मकानों में भरे पानी को पंपिंग की सहायता से निकाल रहे हैं। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। पानी निकल जाने के बाद अन्य इलाकों में भी बिजली सेवा शुरू हो जाएगी।
दक्षिण रेलवे ने शनिवार को चेन्नई बीच स्टेशन से बेंगलुरू के लिए विशेष ट्रेन सेवा शुरू करने की घोषणा की। बेंगलुरू से चेन्नई बीच रेलवे स्टेशन के लिए विशेष ट्रेन सेवा छह दिसंबर को शुरू होगी। यह ट्रेन पेरांबुर, तिरुवल्लुर, अराकोणम, शोलिंगुर, वालाजा रोड, व्हाइट फील्ड और बंगलौर छावनी में रुकेगी।
वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि चेन्नई में पिछले तीन दिनों से फिशकार्ट और दोपहिया वाहनों से मरीजों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। अपोलो हॉस्पिटल्स इंटरप्राइज लिमिटेड के दक्षिणी क्षेत्र के चिकित्सीय सेवाओं एवं गुणवत्ता की निदेशक एन.सत्यभामा ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ और बिजली कटौती से प्रभावित अन्य अस्पतालों से भी मरीजों को यहां लाया जा रहा है।
सत्यभामा ने बताया, “कुछ मरीजों को यहां फिशकार्ट से लाया गया है। एक व्यक्ति को उसका भाई मोटरसाइकिल से अस्पताल लेकर आया, क्योंकि बाढ़ की वजह से आवागमन के यही साधन रह गए हैं।” उन्होंने बताया कि शहर में अपोलो हॉस्पिटल्स ने अपने मरीजों को अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित नहीं किया है, जबकि अन्य अस्पतालों से 36 मरीज यहां लाए गए हैं।
चेन्नई और इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले एक महीने से रिकॉर्डतोड़ बारिश हो रही है। जलाशयों का जलस्तर बढ़ रहा है। अड्यार नदी और अन्य जल स्रोतों में अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे शहर और इसके उपनगरों में बाढ़ आ गई है। सत्यभामा ने बताया कि अस्पताल के एक ब्लॉक में पिछले 57 घंटे से और अन्य में 69 घंटे से बिजली की आपूर्ति बाधित है और जेनरेटर की मदद से बिजली उपयोग में लाई जा रही है।
तमिलनाडु स्वास्थ्य सचिव जे.राधाकृष्णन के मुताबिक, चेन्नई स्थित एमआईओटी अस्पताल से 196 मरीजों को अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है। बिजली आपूर्ति बाधित होने की वजह से एमआईओटी के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में दो और तीन दिसंबर के बीच 14 मरीजों की मौत हो चुकी है।
सरकारी रोयापेट्टा अस्पताल व श्री रामचंद्र अस्पताल में भी बाढ़ प्रभावित अस्पतालों से मरीजों को लाया जा रहा है। कई घरेलू वस्तुएं जैसे टेलीविजन, प्लास्टिक की कुर्सियां व टेबल अडयार नदी के किनारे देखे गए, जिन्हें कूड़े बीनने वाले ले जाते दिखे।
आध्यात्म
नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां
नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है। मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।
मां को प्रिय है ये भोग
नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।
यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा
मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।
सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।
माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं
जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।
दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥
मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें
सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।
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