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नेशनल

खुल्लर संभाल सकती हैं नीति आयोग के सीईओ का पद

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नई दिल्ली। योजना आयोग की सचिव रह चुकीं सिंधुश्री खुल्लर नीति (नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफार्मिंग इंडिया) आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का पद जल्द संभाल सकती हैं। माना जा रहा है कि सरकार ने उनके नाम को हरी झंडी दिखा दी है।
गौरतलब है कि खुल्लर 1975 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें अप्रैल 2012 में योजना आयोग का सचिव नियुक्त किया गया था।
दो दिन पहले सोमवार को सरकार ने अरविंद पनगड़िया को नीति आयोग का पहला उपाध्यक्ष बनाने की घोषणी की थी। अर्थशास्त्री बिवेक देवराय और वीके सारस्वत को पूर्णकालिक सदस्य बनाने की घोषणा की गई थी। इसके अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुरेश प्रभु और राधा मोहन सिंह को इसका पदेन सदस्य बनाया गया।

उत्तर प्रदेश

बदायूं के इस गांव में आजादी के बाद भी नहीं मिली रोड की सुविधा, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

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बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में एक गांव ऐसा भी है जहां देश आजाद होने के बाद भी सड़क की सुविधा नही मिली है और पिछले 30 साल से एक भी व्यक्ति की सरकारी नौकरी नहीं लगी है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। जिसमें तीन लोगों की हालात बिगड़ गयी जिनका स्वास्थ्य विभाग द्वारा धरना स्थल पर ही उपचार किया जा रहा है।

बता दें कि पूरा मामला जनपद बदायूं के बिसौली तहसील के आसफपुर विकासखंड क्षेत्र के ढोरनपुर गांव का है। जहां ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि देश आजाद होने के बाद भी आज तक मुख्य मार्ग से गांव तक आने वाली सड़क की सुविधा नहीं मिली है।जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है और बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सड़क निर्माण ना होने वजह से पिछले 30 सालों से आज तक एक भी व्यक्ति की कोई भी सरकारी नौकरी नहीं लगी है। वही लोकसभा 2024 के चुनाव में सड़क की सुविधा नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। लेकिन अधिकारियों और नेताओं ने आश्वासन देकर वोट डालने की अपील की थी। लेकिन

भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ी

चुनाव संपन्न होने के बाद भी सड़क की सुविधा नहीं मिलने से ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है।अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ गई जिनके इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कर्मचारियों को भेजा गया है। 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम धरना स्थल पर मौजूद है। वही ग्रामीणों ने बताया गांव में बिजली की भी समस्या है आये दिन बिजली के जर्जर तारों से घटनाएं होती है लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होती।ग्रामीणों ने बताया कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगी। अब देखना होगा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण हो पाता या नहीं ।

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