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प्रादेशिक

यूपी से 497 ट्रक राहत सामग्री नेपाल भेजी गई

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काठमांडू,नेपाल,भीषण भूकंप,गृह मंत्रालय,विनाशकारी भूकंप,सिंधुपालचौक

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लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि नेपाल भेजी जाने वाली राहत सामग्री में भूकंप पीड़ितों की जरूरत के अनुसार वस्तुओं को वरीयता दी जाए। यूपी सरकार की ओर से अभी तक 497 ट्रक राहत सामग्री नेपाल भेजी जा चुकी है।

राज्य सरकार की तरफ से जारी बयान के अनुसार, नेपाल में आए भूकंप के मद्देनजर राहत सामग्री के रूप में अब तक सोनौली इंडो-नेपाल सीमा से कुल 497 ट्रक सामग्री भेजी जा चुकी है।

बयान के अनुसार, 365 ट्रक खाद्य सामग्री (चावल, दाल, आटा, आलू, प्याज, नमक इत्यादि), 123 ट्रक बिस्किट एवं अन्य ड्राईफूड, 65 ट्रक मिनरल वाटर, 11 ट्रक मैगी व नूडल्स, 15 ट्रक दवाइयां व क्लीनिकल सामग्री, एक ट्रक गद्दे, एक ट्रक कपड़े एवं 48 ट्रक कंबल, तिरपाल, टेंट तथा दो ट्रक बर्तन नेपाल भेजे गए हैं।

पीड़ितों को राहत प्रदान करने के लिए 36,167 कंबल, 15,854 तिरपाल व प्लास्टिक शीट्स, 3,466 तौलिया, 1,725 चटाई, 2931 टार्च, तथा 936 सोलर लालटेन तथा 10 कुन्तल रस्सी भी भेजी गई है। बयान के मुताबिक, राहत सामग्री एकत्रित कर गोरखपुर सोनौली मार्ग से नेपाल पहुंचाई जा रही है। यह सामग्री मुख्यत: लखनऊ , शाहजहांपुर, संतकबीर नगर, मुरादाबाद, मेरठ, सीतापुर, हरदोई, फैजाबाद, आगरा, बनारस, आजमगढ़, सिद्घार्थनगर, बस्ती, बिजनौर, गाजियाबाद, शामली एवं बागपत जनपद से आई है।

बयान में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि उत्तर प्रदेश मंडी परिषद द्वारा अब तक 2,841.17 कुंतल खाद्यान्न, जिसमें आटा, चावल, आलू, प्याज इत्यादि सामग्रिया शामिल हैं, नेपाल भेजी जा चुकी हैं। अब तक उप्र परिवहन निगम की बसों से काठमांडू,भैरहवा व सोनौली से कुल मिलाकर 12,316 भूकंप पीड़ितों को गोरखपुर लाया जा चुका है।

उत्तर प्रदेश

बरेली में महिला 16 साल से खा रही थी अपने बाल, मानसिक बीमारी ट्राईकोलोटो मेनिया से ग्रसित

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बरेली। यूपी के बरेली से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। बरेली की एक महिला मानसिक बीमारी ट्राईकोलोटो मेनिया से ग्रसित थी। इस बीमारी में व्यक्ति अपने ही सिर के बाल को नोच-नोचकर खाता है। ऐसी बीमारी को समाज में जादू टोना इस सब नामों से जाना जाता है।

आइए जानते है क्या पूरा मामला

शुक्रवार बरेली के जिला अस्पताल में एक महिला को भर्ती कराया गया। महिला सुभाषनगर क्षेत्र की रहने वाली है। ये महिला पिछले 16 सालों से अपने बाल खा रही थी। शुक्रवार को अचानक से महिला के पेट में दर्द उठा और उल्टियां होने लगी। जिसके बाद महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अस्पताल में ऑपरेशन के वक्त डॉक्टरों ने उसका वीडियो भी बनाया। डॉक्टरों की टीम ने युवती के पेट से बालों का एक बहुत बड़ा गुच्छा निकाला जिसे देखकर सभी हैरान रह गए। जिला अस्पताल के डॉक्टर सर्जन डॉ एमपी सिंह, डॉ अंजली सोनी, डॉ मुग्धा शर्मा, डॉ दिग्विजय सिंह, सिस्टर गीता, तनु वर्मा और भावना ने इस जटिल ऑपरेशन को किया।

डॉक्टर एमपी सिंह ने बताया कि 25 साल में पहली बार इस बीमारी का मरीज मिला है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन काफी जटिल था, लेकिन पूरी टीम ने बहुत मेहनत से इस जटिल ऑपरेशन को पूरा किया। उन्होंने कहा कि अब युवती सही सलामत है।

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