Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

सोशल मीडिया का इस्तेमाल छवि बिगाड़ने के लिए हो रहा है : पारसेकर

Published

on

Loading

पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने कहा कि कार्यकर्ता कैथोलिक पादरी की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए आंदोलन शुरू करने वाले सिविल सोसाईटी के कार्यकर्ता गोवा की छवि बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। फादर बिसमाक्र्वी का शव सात नवंबर को रहस्यमयी हालत में मांडोवी नदी में पाया गया था।

पारसेकर ने यह भी कहा कि फादर के लिए न्याय मांगने वाले लोग यहां जारी भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव (इफ्फी) और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) मैचों को गोवा की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने कहा, “यह अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव है और ऐसे मुद्दे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचारों की सुर्खियों में आ जाते हैं। ऐसे कृत्य राज्य का नाम खराब करते हैं।”

पारसेकर ने कहा, “लोगों को इसके बारे में सोचना चाहिए। मुझे फादर बिसमाक्र्वी के प्रति सहानुभूति है, लेकिन सोशल मीडिया के इस्तेमाल से भीड़ को इकट्ठा कर घारा 144 (सीआरपीसी) की अवहेलना करना..कैसे सही हो सकता है?” यह बयान देते हुए पारसेकर ने शनिवार को पणजी में हुए शांति मार्च का उल्लेख किया, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों सहित करीब 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

गोवा में इप्फी के आयोजन स्थल से कुछ मीटर की दूरी पर ही यह गिरफ्तारियां हुई। इन गिरफ्तारियों के वीडियो शनिवार से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदर्शनकारी इस तरह के प्रदर्शन कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सनसनी पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “फादर की मौत की जांच की मांग करने वालों के साथ मेरी सहानुभूति है। गोवा पुलिस अपराध शाखा को जांच का कार्य सौंपा गया है।”

आध्यात्म

नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां

Published

on

By

Loading

नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है।  मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।

मां को प्रिय है ये भोग

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।

यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा

मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।

माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं

जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥

मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।

दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।

Continue Reading

Trending