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अन्तर्राष्ट्रीय

अफगान तालिबान मुल्ला अख्तर मंसूर के जिंदा होने का देगा प्रमाण

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अफगान तालिबान, मुल्ला अख्तर मंसूर, जिंदा होने का प्रमाण, इस्लामाबाद

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इस्लामाबाद। अफगान तालिबान के सरगना मुल्ला अख्तर मंसूर की मौत की खभरों के बीच तालिबान का कहना है कि वह जल्द ही अपने सरगना मुल्ला अख्तर मंसूर का ऑडियो संदेश जारी करेगा, जिससे इन खबरों का खंडन हो जाएगा। तालिबान ने इस घटना का खंडन करते हुए कहा कि गोलीबारी की कोई घटना नहीं हुई थी। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने पाश्तो और दरी भाषा में अपने संदेश में कहा, “हमें तालिबान प्रमुख मुल्ला अख्तर का संदेश मिल गया है और हम इसे जल्दी ही जारी करेंगे, जिससे उनके दुश्मनों के मंसूबों पर से पर्दा हट जाएगा।”

अफगानिस्तान के प्रथम उपराष्ट्रपति सुल्तान फेजी द्वारा मंसूर की मौत की खबर पर ट्वीट करने के बाद मुजाहिद का यह बयान आया है। सुल्तान फेजी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि तालिबान के वरिष्ठ कमांडरों के साथ गोलीबारी में मंसूर गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। तालिबान ने जल्दी ही इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह अफगानिस्तान के खुफिया एजेंटों की साजिश है, ऐसा करके वह तालिबान में डर का माहौल बनाना चाहते हैं।

अफगान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा, “अफगान सरकार ने इस बात की पुष्टि की है कि क्वेटा के पास गोलीबारी की घटना में मुल्ला अख्तर मंसूर घायल हो गया था लेकिन हमें उसके जीवित होने की जानकारी नहीं है।” इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता काजी खलीलुल्लाह ने क्वेटा में इस तरह की गोलीबारी की घटना का पता होने से इंकार किया है। खलीलुल्लाह ने गुरुवार को कहा था, “हमने मीडिया में प्रकाशित रिपोर्टे पढ़ी हैं। हमें इस घटना की जानकारी नहीं है। हालांकि, हमने यह देखा है कि तालिबान प्रवक्ता ने इस तरह की किसी भी गोलीबारी की घटना से इंकार किया है।”

अन्तर्राष्ट्रीय

इजरायल सेना की एक और बड़ी सफलता, हमास सरकार के प्रमुख नेता रावी मुश्ताहा और दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों को मार गिराया

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नई दिल्ली। इजरायल की सेना ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। गुरुवार को इजरायली सेना ने घोषणा की कि उसने गाजा में तीन महीने पहले किए गए हवाई हमलों में हमास सरकार के प्रमुख नेता रावी मुश्ताहा और दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों को मार गिराया। इजरायली सेना के अनुसार, उत्तरी गाजा में एक भूमिगत परिसर को निशाना बनाते हुए इस हमले को अंजाम दिया गया, जिसमें मुश्ताहा के साथ-साथ कमांडर समेह अल-सिराज और समी औदेह भी मारे गए।

इजरायल ने लेबनान पर भी लगातार बमबारी जारी रखी है। ताजा हवाई हमलों में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल हुए। समाचार एजेंसी के मुताबिक, गुरुवार सुबह बेरूत के बाचौरा इलाके में संसद के पास एक इमारत को निशाना बनाकर हमला किया गया। यह इजरायल का लेबनान की सरकार के मुख्यालय के सबसे करीब किया गया हमला है।

इजरायली सेना ने यह हमला ईरान की तरफ से मिलाइलें दागने के बाद किया था। इजरायली सेना की ओर से किए गए हमलों में कम से कम 51 लोग मारे गए थे। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हमास द्वारा बीते साल सात अक्टूबर को किए गए आतंकी हमले के बाद इजरायल ने गाजा में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर हमले जारी रखे हैं।

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