Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

भगोड़े गैंगस्टर छोटा शकील के साले आरिफ अबूबकर शेख उर्फ भाईजान की हार्ट अटैक से मौत

Published

on

Loading

मुंबई। भगोड़े गैंगस्टर छोटा शकील के साले आरिफ अबूबकर शेख उर्फ भाईजान की शुक्रवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। आरिफ का इलाज जेजे अस्पताल में चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो आरिफ शेख को शुक्रवार को सांस लेने में अचानक से तकलीफ महसूस होने लगी। तबीयत बिगड़ता देख पुलिस उसे इलाज के लिए लेकर अस्पताल पहुंची। वहीं इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले में आरिफ के रिश्तेदार का कहना है कि उसे किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या नहीं थी और अधिकारी हमें कुछ भी नहीं बता रहे हैं।

NIA ने 2022 में टेरर फंडिंग से जुड़े एक मामले में शेख को गिरफ्तार किया था। इस मामले में दाऊद इब्राहिम और छोट शकील सहित दाऊद गैंग के कई सदस्य शामिल हैं। शेख गिरफ्तारी के बाद आर्थर रोड जेल में बंद था और जेजे अस्पताल में ही उसका इलाज चल रहा था। बता दें कि जुलाई 2023 में ठाणे जिले से सटे मीरा रोड एरिया में शेख की प्रॉपर्टी को एनआईए ने जब्त कर लिया था।

कौन था शेख अबूबकर?

आरिफ अबूबकर शेख को टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने गिरफ्तार किया था। उस पर टेरर फंडिंग के अलावा हथियारो की तस्करी, ड्रग्स और मनी लॉन्ड्रिंग के भी आरोप थे। शेख और उसके भाई मोहम्मद सलीम कुरैशी को सलीम फ्रूट के नाम से भी जाना जाता है।

Continue Reading

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

Published

on

Loading

मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

Continue Reading

Trending