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मुख्य समाचार

अर्पिता मुखर्जी की चार लग्जरी कारें गायब, इनमें भी भारी मात्रा में कैश होने का अंदेशा

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कोलकाता। पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसी बंगाली एक्ट्रेस व मॉडल व पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के सामने अब नई परेशानी खड़ी हो गई है। एक के बाद एक रेड और करोड़ों के कैश की बरामदगी के बाद अब उनकी चार कारें गायब बताई जा रही हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से सामने आ रही खबरों के मुताबिक, डायमंड सिटी फ्लैट कॉम्प्लेक्स से अर्पिता की चार लग्जरी कारें गायब हैं। माना जा रहा है कि इन कारों में भी भारी मात्रा में कैश भरा हुआ था। अब ईडी के अधिकारी इन कारों को तलाशने में जुट गए हैं।

आसपास की सीसीटीवी फुटेज भी तलाशी जा रही हैं। बताया जा रहा है ईडी के अधिकारियों ने एक कार को बरामद भी कर लिया है। वहीं जो कारें गायब हुई हैं, उसमें दो खुद अर्पिता के नाम पर हैं।

दूसरी ओर ममता बनर्जी की सरकार में तीन-तीन विभागों के मंत्री रहे दिग्गज टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी के सुर भी अब बदल गए हैं। चटर्जी ने कहा है कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब सीएम ममता से उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर पार्टी के सभी पदों से मुक्त कर दिया।

खबर है पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के पैर गिरने से चोटिल हो गए हैं। उन्हें व्हीलचेयर पर अस्पताल के अंदर ले जाते हुए देखा गया। बताया जा रहा है कि जब उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था तो वहां पहुंचते ही वह जोर जोर से रोने लगीं।

नेशनल

कौन हैं वी नारायणन, जो बनेंगे ISRO के नए अध्यक्ष

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने वी नारायणन को इसरो का नया अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग का सचिव नियुक्त किया है। वी नारायणन 14 जनवरी से ISRO के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे और साथ ही वह अंतरिक्ष विभाग के सचिव का पद भी संभालेंगे। नियुक्ति समिति के आदेश के अनुसार वी नारायणन अगले दो सालों तक या आगामी आदेश तक इन दोनों महत्वपूर्ण पदों पर काम करेंगे।

कौन हैं इसरो के नए प्रमुख?

वी नारायणन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं। उनके पास रॉकेट और अंतरिक्षयान प्रणोदन के क्षेत्र में चार दशकों का व्यापक अनुभव है। वह वर्तमान में द्रव नोदन प्रणाली केंद्र (Liquid Propulsion Systems Centre, LPSC) के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं, जो इसरो के मुख्य केंद्रों में से एक है। वी नारायणन 1984 में ISRO में शामिल हुए और लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर (एलपीएससी) के निदेशक बनने से पहले विभिन्न पदों पर कार्य किया। प्रारंभिक चरण के दौरान, उन्होंने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में साउंडिंग रॉकेट्स और संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण यान (ASLV) और ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) के ठोस प्रणोदन क्षेत्र में काम किया।

वी नारायणन ने एब्लेटिव नोजल सिस्टम, कंपोजिट मोटर केस और कंपोजिट इग्नाइटर केस की प्रक्रिया योजना, प्रक्रिया नियंत्रण और कार्यान्वयन में योगदान दिया। फिलहाल नारायणन एलपीएससी के निदेशक हैं, जो ISRO के प्रमुख केंद्रों में से एक है, जिसका मुख्यालय तिरुवनंतपुरम के वलियामला में है, जिसकी एक इकाई बेंगलुरु में है। नारायणन के पास 40 साल का अनुभव है। वे रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट ऑपरेशन के एक्सपर्ट हैं।

14 जनवरी को रिटायर हो रहे एस सोमनाथ

ISRO के मौजूदा चेयरमैन एस. सोमनाथ ने 14 जनवरी 2022 को ISRO चेयरमैन का पद संभाला था। वे तीन साल के कार्यकाल के बाद रिटायर हो रहे हैं। उनके कार्यकाल में ISRO ने इतिहास रचा। ISRO ने न सिर्फ चांद के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग कराई, बल्कि धरती से 15 लाख किमी ऊपर लैगरेंज पॉइंट पर सूर्य के अध्ययन के लिए आदित्य-L1 भी भेजा।

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