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उत्तर प्रदेश

बुलडोजर चलाने के लिए चाहिए बुलडोजर जैसी क्षमताः सीएम योगी

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बिना नाम लिए ही इशारों-इशारों में राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर करारा प्रहार किया। उन्होंने विपक्षी नेताओं को लताड़ लगाते हुए चुनौती दी कि बुलडोजर पर हर एक का हाथ फिट नहीं हो सकता। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा हो, वही बुलडोजर चला सकता है। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे। सीएम योगी ने बुधवार को लोकभवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित 1334 अवर अभियंता, संगणक एवं फोरमैन को नियुक्ति प्रत्र प्रदान कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज यहां नियुक्ति पाने वालों में हर जनपद का प्रतिनिधित्व दिखता है। न जाति का भेद, न क्षेत्र का। केवल प्रतिभा और आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए प्रतिभाशाली युवाओं को नियुक्ति की प्रक्रिया से जोड़ा गया है। वहीं, पहले जनता ने जिन लोगों को अवसर दिया था उन्होंने अपनी अराजक और भ्रष्टाचारी गतिविधियों से पहचान का संकट खड़ा किया और फिर प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने का काम किया था। पहले जाति-जाति को लड़ाया, फिर मत और मजहबों को आपस में लड़ाने का काम किया। उत्तर प्रदेश महीनों दंगों की आग में झुलसता रहा। आज ये लोग फिर से अपना रंग रोगन बदलकर नए रूप में प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहते हैं।

योग्यता और क्षमता के बाद भी बैरियर हटाने का काम करेंगे

सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले जो लोग प्रदेश में लूट खसोट मचाए थे, आज जब उनके सपनों पर पानी फिर चुका है तो अब टीपू भी सुल्तान बनने चले हैं। कई वर्ष पहले एक धारावाहिक आया था, मुंगेरीलाल के हसीन सपने। आज ये भी यही सपने देख रहे हैं। जब जनता ने इन्हें अवसर दिया था तब इन्होंने प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। यहां के युवाओं के सामने, व्यापारियों के सामने, उद्यमियों के सामने पहचान का संकट खड़ा किया था। सीएम योगी ने प्रदेश के युवाओं को आश्वस्त किया कि यदि आपमें योग्यता और क्षमता है तो आपका सेलेक्शन जरूर होगा। इसके बाद भी यदि कोई बैरियर बनेगा तो उस बैरियर को हटाने का काम हम करेंगे। जो लोग फिर भी बेईमानी और भ्रष्टाचार फैलाएंगे उनकी संपत्ति को कुर्क करके गरीबों में वितरित करने का भी काम करेंगे। सीएम योगी ने कहा कि पहले युवाओं को नियुक्ति पत्र क्यों नहीं मिलता था, क्योंकि इनकी नीयत साफ नहीं थी। चाचा और भतीजे में वसूली को लेकर होड़ रहती थी कि कौन कितना वसूल करेगा। एरिया बंटे हुए थे। आप देख रहे हैं कि इस समय कुछ आदमखोर भेड़िया प्रदेश के अंदर अलग-अलग जनपदों में उत्पात मचा रहे हैं और कमोवेश यही स्थिति 2017 के पहले प्रदेश की थी।

निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करेंगे कार्मिक तो यूपी बनेगा नंबर वन इकॉनमी

सीएम योगी ने कहा कि पिछले साढ़े सात साल में नियुक्ति की जो प्रक्रिया पारदर्शिता और शुचितापूर्ण ढंग से आगे बढ़ी हैं। यह सात वर्ष पूर्व संभव नहीं था। आज हमने साढ़े 6 लाख से अधिक सरकारी नियुक्तियां की हैं। इन युवाओं ने अपनी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ प्रदेश को दिया है। आज जब हमारे पास मैनपावर की कमी पूरी हुई है तो यही प्रदेश जो देश के विकास का बैरियर माना जाता था, सरपट दौड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। देश के विकास का ग्रोथ इंजन बना है। साढ़े सात वर्ष पूर्व यह प्रदेश देश की सातवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जाता था, आज यही नंबर दो की अर्थव्यवस्था बन चुका है। नियुक्ति की प्रक्रिया आज जितनी पारदर्शी, निष्ठा और ईमानदारी के साथ हो रही है, उसी निष्ठा और ईमानदारी से कार्मिक कार्य करने लग जाएंगे तो अगले तीन चार साल में यह प्रदेश नंबर एक अर्थव्यवस्था होगा। नंबर एक की अर्थव्यवस्था का मतलब, हर हाथ को काम होगा, हर चेहरे पर खुशहाली होगी, हर बेटी सुरक्षित होगी, हर व्यापारी का सम्मान होगा, अन्नदाता किसान प्रसन्न होगा और चहुंओर खुशहाली होगी।

पहले वेतन के नहीं थे पैसे, आज रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बना यूपी

सीएम योगी ने नव नियुक्त अभ्यर्थियों से कहा कि प्रदेश सरकार ने पारदर्शी तरीके से जो प्रक्रिया अपनाई है, आपसे भी उसी पारदर्शी प्रक्रिया की अपेक्षा रखते हैं। जनता से जुड़े हुए कोई भी कार्य में देर नहीं होनी चाहिए। हमें ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य को प्राप्त करना है। जब हम लोग आए थे तब ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश 14वें नंबर पर था और आज हम अचीवर स्टेट हैं। हमने रिफॉर्म किए. प्रदेश को आगे बढ़ाया। परिणाम ये रहा कि प्रदेश में जहां कोई निवेश करने नहीं आता था, वहां 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन निवेश प्रस्तावों का मतलब सीधे-सीधे डेढ़ करोड़ नौजवानों को नौकरी का है। इनसे नए रोजगार सृजित होंगे, परंपरागत उद्यम जो दंगों के कारण बंद हो रहा था, यह फिर से पुनर्जीवित हो गया है। वन जिला वन प्रोडक्ट पूरे देश का एक ब्रांड बन गया है, जिसने लाखों लोगों को कार्य दिया है। प्रदेश में कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। एक्सप्रेसवे, इंटरस्टेट कनेक्टिविटी के साथ ही जनपद मुख्यालय को फोर लेन के साथ जोड़ा गया है। यह वही प्रदेश है जिसमें वेतन देने के लिए पैसा नहीं था, लेकिन आज हम रेवेन्यू सरप्लस स्टेट हैं। देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य होने के बावजूद वेतन और भत्तों की कोई समस्या नहीं। विकास के लिए किसी भी प्रकार के राजस्व की कोई कमी नहीं है। हम सड़क भी बना रहे हैं, बिजली भी पहुंचा रहे हैं और लोक कल्याणकारी कार्य को भी आगे बढ़ा रहे हैं।

भीख मांग कर दान नहीं दिया जाता

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में एक करोड़ परिवार तो ऐसे हैं जिनको ₹12000 सालाना पेंशन की सुविधा डबल इंजन की सरकार प्रदान कर रही है। यह सब तभी कर पा रहे हैं जब प्रदेश के पास पैसा है। भीख मांग के दान नहीं दिया जाता है। सीएम योगी ने कहा कि पहले प्रदेश में जब दंगे होते थे, अराजकता थी तो एयर कनेक्टिविटी जोड़ करके क्या करेंगे। हवाई जहाज से आएगा कौन। आज तो दो एयरपोर्ट से हम 9 एयरपोर्ट को क्रियाशील कर चुके हैं। 10 नए एयरपोर्ट पर कार्य चल रहे हैं। जो एयरपोर्ट चल रहे हैं इनमें से चार इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। पांचवा भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी हम उत्तर प्रदेश के जेवर में बना रहे हैं। आखिर यह काम लंबे समय तक प्रदेश में शासन करने वाली कांग्रेस, समाजवादी पार्टी या बहुजन समाजवादी पार्टी क्यों नहीं कर पाई। इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों नहीं दे पाए। ये तो बिजली देने में, सड़क देने में और नौकरी देने में भी भेदभाव करते थे। नौकरी के नाम पर वसूली करने वालों में कहीं चाचा तो कहीं भतीजे, महाभारत के सारे कैरेक्टर शामिल थे।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री ओमप्रकाश राजभर, लोकनिर्माण विभाग के राज्य मंत्री ब्रजेश सिंह, कृषि विभाग के राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, जल शक्ति विभाग के राज्यमंत्री रामकेश निषाद, ग्राम विकास विभाग के राज्य मंत्री विजयलक्ष्मी गौतम, नगर विकास विभाग के राज्य मंत्री राकेश राठौर गुरु, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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उत्तर प्रदेश

अखिलेश यादव का योगी सरकार पर निशाना, कहा- नौकरी भाजपा के एजेंडे का हिस्सा नहीं

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पीसीएस-प्री और आरओ-एआरओ परीक्षा को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने सोमवार को प्रयागराज में जमकर प्रदर्शन किया। लोकसेवा आयोग के दफ्तर के सामने हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया था। इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में का हिस्सा नहीं है।

उन्होंने कहा कि माहौल ‘योगी बनाम प्रतियोगी’ छात्र हो चुका है। आज उप्र के प्रतियोगी परीक्षाओं के हर अभ्यर्थी, हर छात्र, हर युवक-युवती की ज़ुबान पर यही है कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं। अखिलेश ने कहा कि उन्होंने चलवाया लाठी-डंडा, नौकरी नहीं जिनका एजेंडा। नहीं चाहिए अनुपयोगी सरकार। भाजपा सरकार नहीं धिक्कार है। अयोग्य लोगों का अयोग्य आयोग’ नहीं चाहिए।

सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा के लोग, जनता को रोज़ी-रोटी के संघर्ष में उलझाए रखने की राजनीति करते हैं, जिससे भाजपाई साम्प्रदायिक राजनीति की आड़ में भ्रष्टाचार करते रहें। सालों-साल वैकेंसी या तो निकलती नहीं है या फिर परीक्षा की प्रक्रिया पूरी नहीं होती है। भाजपा ने छात्रों को पढ़ाई की मेज से उठाकर सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है।

उन्होंने कहा कि यही आक्रोशित अभ्यर्थी और उनके हताश-निराश परिवार वाले अब भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन रहे हैं। नौकरीपेशा, पढ़ा-लिखा मध्यवर्ग अब भावना में बहकर भाजपा के बहलावे-फुसलावे में आनेवाला नहीं। अब तो व्हाट्सएप ग्रुप के झूठे भाजपाई प्रचार के शिकार अभिभावकों को भी समझ आ गया है कि अपनी सत्ता पाने और बचाने के लिए भाजपा ने कैसे उनका भावनात्मक शोषण किया है। अब ये लोग भी भाजपा की नकारात्मक राजनीति के झांसे में आने वाले नहीं और बांटने वाली साम्प्रदायिक राजनीति को नकारकर ‘जोड़नेवाली सकारात्मक राजनीति’ को गले लगा रहे हैं। अब कोई भाजपाइयों का मानसिक गुलाम बनने को तैयार नहीं हैं।

अखिलेश ने कहा कि अब सब समझ गये हैं, भाजपा सरकार के रहते कुछ भी नहीं होनेवाला। भाजपा के पतन में ही छात्रों का उत्थान है। भाजपा और नौकरी में विरोधाभासी संबंध है। जब भाजपा जाएगी, तभी नौकरी आएगी।

उन्होंने कहा कि अब क्या भाजपा सरकार छात्रों के हॉस्टल या लॉज पर बुलडोज़र चलाएगी। भाजपाई जिस शिद्दत से नाइंसाफ़ी का बुलडोजर चला रहे हैं, अगर उसी शिद्दत से सरकार चलाई होती तो आज भाजपाइयों को छात्र आक्रोश से डरकर, अपने घरों में छुपकर नहीं बैठना पड़ता। आंदोलनकारियों के ग़ुस्से से घबराकर भाजपाइयों के घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और गाड़ियों से भाजपा के झंडे उतर गये हैं। आंदोलनकारी युवा ऊँची आवाज़ में पूछ रहे हैं ‘अब कहाँ गायब हैं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली भाजपा के नेता और कार्यकर्ता?’ क्या ये सिर्फ़ समाज को बाँटने के लिए बाहर निकलते हैं। जिस समय छात्रों की आवाज में आवाज मिलाने का समय है, उस समय ये भाजपाई, कहीं दबे-छिपे काट रहे हैं सत्ता की मलाई। सपा प्रमुख ने कहा कि नकारात्मक भाजपा और उसकी नकारात्मक झूठी राजनीति का समय पूरा हो गया है। जन-जन कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।

 

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