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पंजाब

पंजाब के 10 सरकारी अस्पतालों में मिलेंगी मुफ्त डायलिसिस सुविधाएं

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चंडीगढ़। पंजाब हैल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन (पी.एच.एस.सी.) ने हंस फाउंडेशन देहरादून के साथ एक समझौता किया है। इसके तहत राज्य के जरूरतमंद मरीज़ों को मुफ़्त डायलिसिस सुविधा प्रदान की जाएगी।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह की मौजूदगी में डायलिसिस प्रोग्राम के नोडल अफ़सर डॉ. रुपिन्दर सिंह गिल और हंस फाउंडेशन के ग्रुप सीनियर मैनेजर सीमा सिंह द्वारा इस समझौते पर हस्ताक्षर किये गए। इस मौके पर पी.एच.एस.सी. के मैनेजिंग डायरैक्टर वरिन्दर कुमार शर्मा और पी.एच.एस.सी. के डायरैक्टर डॉ. अनिल गोयल भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि शुरूआत में, फाउंडेशन द्वारा 10 सरकारी सुविधाओं में डायलिसिस सैंटर स्थापित किए जाएंगे, जहां जरूरतमंद मरीज मुफ्त डायलिसिस सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे।

 

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पंजाब

पंजाब में नशे पर कंट्रोल के लिए नई नीति होगी तैयार, सीएम भगवंत मान ने बनाई कमेटी

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चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने राज्य में नशे पर कंट्रोल करने के लिए नई नीति तैयार करने का प्रोसेस शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसके लिए एक कमेटी गठन करने के साथ ही नशा मुक्ति और रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम की निगरानी के लिए मुख्य सचिव केपी सिन्हा की अध्यक्षता में एक स्टीयरिंग कमेटी बनाई है। इस नई नीति का मुख्य फोकस नाबालिगों को नशे के असर से बचाना है, क्योंकि वर्तमान समय में इस आयु में नशे की लत बढ़ रही है। आने वाले 2-3 महीनों में यह नीति तैयार हो जाएगी।

नई नीति की रूपरेखा में शैक्षणिक संस्थानों में नशे की रोकथाम के उपायों पर चर्चा हो रही है। इससे जुड़ी स्टडी मटेरियल को सिलेबस में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, महिलाओं के लिए लुधियाना में एक नशा मुक्ति और पुनर्वास क्लिनिक स्थापित किया जा रहा है। हाल ही में नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। अब नशे से निपटने के लिए योजनाएं तैयार की जाएंगी। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट और एजुकेशन डिपार्टमेंट की मदद से मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे।

पंजाब में इस समय 303 नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र हैं। ओपीडी क्लिनिक भी बड़ी संख्या में चलाए जा रहे हैं, जिनमें 18 से 25 साल के युवा सबसे अधिक भाग ले रहे हैं। पुलिस भी अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए इस समस्या का समाधान करने में जुटी है।

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