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उत्तर प्रदेश

कन्नौज पुलिस बनेगी यूपी की पहली डिजिटल पुलिस

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लखनऊ |  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया मिशन को उत्तर प्रदेश में योगी सरकार तेज गति से अमली जामा पहनाने में जी-जान से जुटी हुई है। इसके तहत वर्ष के अंत (दिसंबर) तक कन्नौज पुलिस के सभी थाने मोटी-मोटी फाइलों के जंजाल से मुक्त हो जाएंगे। इसी के साथ कन्नौज पुलिस पूरे प्रदेश में पहला ऐसा जिला होगा, जहां सारे थाने ई ऑफिस सिस्टम प्रणाली पर पूरी तरह से काम करते नजर आएंगे, जहां कागजों पर लिखा-पढ़ी का दौर नये साल से गुजरे जमाने की बात हो जाएगा। दरअसल, स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा की ओर कदम बढ़ाते हुए कन्नौज पुलिस सभी थानों, सीओ ऑफिस और एडिशनल ऑफिस समेत तमाम पुलिस ऑफिसेज में ई-ऑफिस सिस्टम लागू कर देगी। इसके लिए तैयारी और ट्रेनिंग लगभग पूरी हो चुकी है। साथ ही सभी थानों और ऑफिस को ई ऑफिस सिस्टम से संबंधित उपकरण उपलब्ध करा दिये गये हैं।

मोटी-मोटी फाइलों का जमाना गुजरे जमाने की बात

कन्नौज एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा डिजिटल इंडिया मिशन को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। इसी के तहत उत्तर प्रदेश पुलिस में तकनीकी सुधार और आधुनिकरण की दिशा में बड़े कदम उठाये जा रहे हैं। इसी दिशा में कन्नौज पुलिस ने बड़ी पहल करते हुए सभी थानों को दिसंबर 2024 तक पूरी तरह से डिजिटल बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस पहल के तहत थानों में मोटी-मोटी फाइलों का जमाना खत्म होगा और ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से प्रशासनिक कार्यों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा। इसी के तहत कन्नौज उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन जाएगा, जहां सभी पुलिस थानों और कार्यालयों में शत-प्रतिशत ई-ऑफिस प्रणाली पर काम होगा। पुलिस अधीक्षक कन्नौज ने हाल ही में पुलिस कार्यालय में आयोजित एक समारोह में डिजिटल परिवर्तन की शुरुआत की है। इस दौरान सभी थाना प्रभारियों, क्षेत्राधिकारियों और राजपत्रित अधिकारियों को लैपटॉप वितरित किए गए।

पुलिसकर्मियों को दी जा रही ई-ऑफिस की ट्रेनिंग, थानों को उपलब्ध कराए गए तकनीकी उपकरण

पुलिस अधीक्षक कन्नौज अमित कुमार आनंद ने बताया कि ई-ऑफिस प्रणाली को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। यह प्रशिक्षण जिला प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किया गया, जिसमें पुलिसकर्मियों को ई-ऑफिस की तकनीकी जानकारी दी जा रही है। यह प्रणाली एनआईसी (नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर) द्वारा तैयार की गई है और यह केन्द्रीय सचिवालय नियमावली (CSMeOP)पर आधारित है। उन्होंने बताया कि ई-ऑफिस प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए जिले में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है। सभी पुलिस थानों और कार्यालयों को आवश्यक तकनीकी उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

लंबित शिकायतों के निपटारे में आएगी और तेजी, मिलेगा त्वरित न्याय

ई-ऑफिस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य फाइलों और डेटा के डिजिटल प्रबंधन के माध्यम से प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता लाना है। यह प्रणाली शिकायतों और रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को तेज बनाएगी, जिससे जनता को त्वरित न्याय मिल सकेगा। साथ ही डिजिटल फाइल के जरिये मॉनिटरिंग से अधिकारियों को कार्यों पर नजर रखने और निर्णय प्रक्रिया को सुगम बनाने में काफी मदद मिलेगी। वहीं ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने से जनता को भी कई लाभ होंगे। इससे थानों में लंबित शिकायतों के निपटारे में देरी नहीं होगी और रिपोर्टिंग प्रक्रिया पारदर्शी के साथ समयबद्ध होगी। इसके अलावा थानों और जिला कार्यालयों में भ्रष्टाचार की संभावना भी कम होगी। कन्नौज पुलिस की पहल जनता के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है। इससे न केवल पुलिसकर्मियों का कार्यभार कम होगा, बल्कि आमजन को पुलिस विभाग से जुड़ी सेवाओं का लाभ तेजी और पारदर्शी तरीके से मिलेगा। कन्नौज पुलिस की यह पहल प्रदेश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणा है।

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उत्तर प्रदेश

संभल में हुई हिंसा के तार पाकिस्तान से जुड़े, पाकिस्तान की फैक्ट्री में बने 9 MM का 1 मिस फायर और 1 खाली कारतूस मिला

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संभल। संभल में हुई हिंसा को लेकर जांच-पड़ताल और राजनीति जारी है. अब हिंसा के पाकिस्तान से तार जुड़ते नजर आ रहे हैं. हिंसा वाली जगह पर मंगलवार को फॉरेंसिक, LIU टीम के ASP श्रीश चंद्र, CO संभल अनुज चौधरी और CO असमोली आलोक कुमार सिद्धू सहित अधिकारी मौके पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. सर्च अभियान में टीम को मौके से मिले पाकिस्तान की फैक्ट्री में बने 9 MM का 1 मिस फायर और 1 खाली कारतूस मिला है. इसके अलावा USA के कारतूस बरामद हुए हैं. फॉरेंसिक टीम ने मौके से कुल 6 कारतूस बरामद किए हैं. सर्च अभियान कल (बुधवार) को फिर चलाया जाएगा.

एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि संभल हिंसा में दो SIT टीम बनाकर जांच की जा रही है. मंगलवार को विवेचक अमित कुमार, फोरेंसिक विभाग की टीम जामा मस्जिद के पीछे हिंसा वाले इलाके में पहुंची. नगर निगम की टीम को बुलाकर नालों की सफाई कराई गई. इस दौरान टीम को बेहद ही चौंकाने वाली चीजें हासिल हुई. एसपी ने बताया कि पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9 MM के एक मिसफायर और एक खोखा बरामद हुआ है. इसके अलावा एक 12 बोर का विंचेस्टर मेड इन यूएसए कारतूस मिला है. कुल मिलाकर पांच फायर कारतूस और एक मिस फायर कारतूस मिले हैं. अंधेरा होने की वजह से अब यह कार्रवाई कल यानी 4 दिसंबर को फिर शुरू होगी. जितने भी घटनास्थल है, उन सभी जगह पर पुलिस बारीकी से जांच कर रही है. एसपी ने कहा कि संभल में इस तरह के कारतूस मिलना कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि यहां पर समय-समय पर NIA की छापेमारी भी होती रही है.

एसपी ने बताया कि जो भी कारतूस आदि बरामद हुए हैं, उन्हें पुलिस इस्तेमाल नहीं करती है. एक्सपर्ट के माध्यम से पूरी जानकारी ली जाएगी. साथ ही इन बरामद कारतूसों को फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा.बता दें कि 24 नवंबर को संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी. वहीं, 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इस हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन ने संभल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए. पुलिस प्रशासन ने इस मामले में जांच पड़ताल तेज कर दी है.

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