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उत्तर प्रदेश

असंख्य युवाओं के लिए प्रेरणा है मनु भाकर की जीत: सीएम

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लखनऊ, : पेरिस ओलंपिक-2024 में मनु भाकर ने भारत को पहला पदक दिलाया। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा 221.7 स्कोर के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

इस जीत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर बधाई दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा कि पेरिस ओलंपिक-2024 में आयोजित 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर मां भारती को गौरवभूषित करने वाली प्रख्यात निशानेबाज मनु भाकर जी को हार्दिक बधाई!
उनकी यह जीत असंख्य युवाओं के लिए प्रेरणा है।

सीएम योगी ने दी स्वर्णिम भविष्य की शुभकामनाएं

सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा कि विजय का यह क्रम अनवरत जारी रहे, स्वर्णिम भविष्य की अनंत शुभकामनाएं।
जय हिंद!

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उत्तर प्रदेश

23 साल से लापता युवक को घर की याद वापस ले आई, मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का

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सीतापुर। यूपी के सीतापुर में 23 साल से लापता एक युवक को घर की याद वापस ले आई. युवक जब अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ गांव वापस लौटा तो उसकी मां बेटे को देखकर हैरत में पड़ गई. युवक को देखने के लिए गांववालों का तांता लग गया. युवक ने लंबे अरसे के बाद गांव पहुंचकर सभी को अचंभित कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी युवक के बयान दर्ज कर कागजी कार्रवाई पूरी की. 23 साल पहले मां ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. लंबे अरसे से बिछड़े चल रहे बेटे ने मां को पाकर खुशी जाहिर की. पूरा मामला रेउसा थाना इलाके का है.

मां ने युवक के सर में लगी चोट के निशान से उसकी पहचान अपने बेटे के रूप में की. थाना क्षेत्र के ग्राम रेवान निवासी अरविंद मौर्य वर्ष 2002 में संदिग्ध परिस्थितियों में कहीं लापता हो गया था. तब अरविंद की उम्र करीब 18 साल की थी. अरविंदर जब गायब हुआ था उस समय वह सौंफ बेचने का काम करता था. मां चंपाकली ने बताया कि वर्ष 2002 में 18 वर्ष की आयु में अरविंद अपने घर से कहीं चला गया था. बेटे के जाने के बाद थाने में गुमशुदगी दर्ज कराकर उसको ढूंढा और साथ ही वापस आने के लिए मंदिरों में मन्नते भी मांगी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा.

युवक को देख गांव वाले भी चकित

करीब 23 साल बाद जब अरविंद गांव पहुंचा तो उसे गांव वाले पहचान नहीं पाए। वही अरविंद भी सभी गांव वालों को देखता हुआ अपने घर जा पहुंचा। बताते है कि जब अरविंद ने अपनी मां चंपाकली के पैर छुए और खुद को उसका बेटा अरविंद होना बताया तो मां सहित उसकी पत्नी और दोनों बच्चे सभी अचंभित रह गए। इतना ही नहीं गांव वाले भी हैरत में पड़ गए। जब गांव वालों ने अरविंद से सवाल जवाब किए तो उसने एक एक करके गांव वालों के सवालों का जवाब दिया।

बच्चे और पत्नी घर आने का बना रहे थे दबाव

वहीं मां चंपाकली ने बचपन में अरविंद के सिर पर लगी चोट के निशान को उसकी पहचान अपने पुत्र के रूप में की। इसके बाद घर वालों की खुशी का ठिकाना न रहा। सूचना पाकर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने भी अरविंद से सवाल जवाब किए। युवक अरविंद ने बताया कि वह घर से भागकर पंजाब, हरियाणा सहित अन्य जगहों पर नौकरी की। इसके बाद शादी की। अरविंद का कहना है कि उसकी पत्नी और बच्चे लगातार उस पर दबाव बना रहे थे कि वह अपने घर और परिवार वालों के बारे में जानकारी करें और उनका पता लगाए।

पुलिस ने भी की युवक से पूछताछ

अरविंद ने बताया कि बच्चों की जिद के बाद उसने अपने गांव का पता लगाया और पंजाब से वापस अपने गांव मां से मिलने पहुंच गया। पुलिस ने युवक और उसके परिवार वालों से पूछताछ कर गुमशुदगी के मामले की कार्रवाई पूरी की। 23 साल बाद वापस पहुंचे युवक को देखने के लिए गांव वालों का घर पर हम हुजूम लगा रहा।

 

 

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