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पंजाब

पंजाब में खुलेंगे 100 से अधिक मोहल्ला क्लिनिक, रविवार को सीएम भगवंत मान करेंगे उद्घाटन

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लुधियाना। पंजाब की भगवंत मान सरकार प्रदेश की जनता की सहूलियत के लिए रोज नए कदम उठा रही है। इसी कड़ी में पंजाब सरकार प्रदेश में 100 के करीब मोहल्ला क्लिनिक खोलने जा रही है। बता दें कि मोहल्ला क्लिनिक की शुरुआत दिल्ली में सीएम अरविन्द केजरीवाल ने की थे। दिल्ली में केजरीवाल की ये योजना हिट भी साबित हुई।

जानकारी के अनुसार इसमें से 19 नए आम आदमी क्लीनिक लुधियाना में खुलने जा रहे हैं। इससे लुधियाना में मोहल्ला क्लीनिकों की संख्या बढ़कर 94 हो जाएगी। जानकारी के अनुसार कल पंजाब सी.एम. मान पठानकोट का दौरा करेंगे। इस दौरान वे क्लीनिकों का उद्घाटन भी करेंगे। बाकी जिलों में सारे कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट किया जाएगा।

बता दें कि मोहल्ला क्लिनिक राज्य के लोगों के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित हो रही है। पहले आम लोगों को साधारण बीमारियों के इलाज के लिए या टेस्ट करवाने के लिए लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ता था, अब उनके घरों के पास में आम क्लिनिक के खुलने से उनकी यह समस्या दूर हो रही है। अब उन्हें इलाज, दवाइयां और टेस्ट के लिए लंबी लाइने नहीं लगानी पड़ती, जिससे राज्य के सरकारी अस्पतालों पर दबाव भी कम हो रहा है।

पंजाब

पंजाब में नशे पर कंट्रोल के लिए नई नीति होगी तैयार, सीएम भगवंत मान ने बनाई कमेटी

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चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने राज्य में नशे पर कंट्रोल करने के लिए नई नीति तैयार करने का प्रोसेस शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसके लिए एक कमेटी गठन करने के साथ ही नशा मुक्ति और रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम की निगरानी के लिए मुख्य सचिव केपी सिन्हा की अध्यक्षता में एक स्टीयरिंग कमेटी बनाई है। इस नई नीति का मुख्य फोकस नाबालिगों को नशे के असर से बचाना है, क्योंकि वर्तमान समय में इस आयु में नशे की लत बढ़ रही है। आने वाले 2-3 महीनों में यह नीति तैयार हो जाएगी।

नई नीति की रूपरेखा में शैक्षणिक संस्थानों में नशे की रोकथाम के उपायों पर चर्चा हो रही है। इससे जुड़ी स्टडी मटेरियल को सिलेबस में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, महिलाओं के लिए लुधियाना में एक नशा मुक्ति और पुनर्वास क्लिनिक स्थापित किया जा रहा है। हाल ही में नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। अब नशे से निपटने के लिए योजनाएं तैयार की जाएंगी। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट और एजुकेशन डिपार्टमेंट की मदद से मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे।

पंजाब में इस समय 303 नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र हैं। ओपीडी क्लिनिक भी बड़ी संख्या में चलाए जा रहे हैं, जिनमें 18 से 25 साल के युवा सबसे अधिक भाग ले रहे हैं। पुलिस भी अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए इस समस्या का समाधान करने में जुटी है।

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