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पंजाब

व्यापारियों के साथ मजबूती से खड़ी है पंजाब सरकार, कई शहरों में सरकार-व्यापार मिलनी कार्यक्रम की शुरूआत

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चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार व्यापारी वर्ग के लोगों के साथ मजबूती से न सिर्फ खड़ी है बल्कि उन्हें आने वाली समस्याओं को दूर करने की दिशा में भी मजबूती से कदम उठा रही है।

इसी के तहत अब पंजाब में व्यापारियों के साथ मिलनी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि आज से पंजाब के शहरों में सरकार-व्यापार मिलनी कार्यक्रम की शुरूआत की जा रही है। इसके तहत मुकेरियां से मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मिलनी समारोह की शुरूआत करेंगे।

इसी तरह से रविवार को पठानकोट और दीनानगर में व्यापारियों के साथ मिलनी होगी। इस दौरान व्यापारियों के मसलों पर खुलकर चर्चा होगी। इतना ही नहीं व्यापारियों मसलों के हल के लिए मौके पर सीनियर आफिसर भी मौजूद रहेंगे। इसके साथ-साथ आने वाले दिनों में अन्य शहरों में भी सरकार -व्यापार मिलनी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

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पंजाब

पंजाब में नशे पर कंट्रोल के लिए नई नीति होगी तैयार, सीएम भगवंत मान ने बनाई कमेटी

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चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने राज्य में नशे पर कंट्रोल करने के लिए नई नीति तैयार करने का प्रोसेस शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसके लिए एक कमेटी गठन करने के साथ ही नशा मुक्ति और रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम की निगरानी के लिए मुख्य सचिव केपी सिन्हा की अध्यक्षता में एक स्टीयरिंग कमेटी बनाई है। इस नई नीति का मुख्य फोकस नाबालिगों को नशे के असर से बचाना है, क्योंकि वर्तमान समय में इस आयु में नशे की लत बढ़ रही है। आने वाले 2-3 महीनों में यह नीति तैयार हो जाएगी।

नई नीति की रूपरेखा में शैक्षणिक संस्थानों में नशे की रोकथाम के उपायों पर चर्चा हो रही है। इससे जुड़ी स्टडी मटेरियल को सिलेबस में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, महिलाओं के लिए लुधियाना में एक नशा मुक्ति और पुनर्वास क्लिनिक स्थापित किया जा रहा है। हाल ही में नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। अब नशे से निपटने के लिए योजनाएं तैयार की जाएंगी। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट और एजुकेशन डिपार्टमेंट की मदद से मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे।

पंजाब में इस समय 303 नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र हैं। ओपीडी क्लिनिक भी बड़ी संख्या में चलाए जा रहे हैं, जिनमें 18 से 25 साल के युवा सबसे अधिक भाग ले रहे हैं। पुलिस भी अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए इस समस्या का समाधान करने में जुटी है।

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