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उत्तर प्रदेश

बदायूं के इस गांव में आजादी के बाद भी नहीं मिली रोड की सुविधा, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

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बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में एक गांव ऐसा भी है जहां देश आजाद होने के बाद भी सड़क की सुविधा नही मिली है और पिछले 30 साल से एक भी व्यक्ति की सरकारी नौकरी नहीं लगी है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। जिसमें तीन लोगों की हालात बिगड़ गयी जिनका स्वास्थ्य विभाग द्वारा धरना स्थल पर ही उपचार किया जा रहा है।

बता दें कि पूरा मामला जनपद बदायूं के बिसौली तहसील के आसफपुर विकासखंड क्षेत्र के ढोरनपुर गांव का है। जहां ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि देश आजाद होने के बाद भी आज तक मुख्य मार्ग से गांव तक आने वाली सड़क की सुविधा नहीं मिली है।जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है और बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सड़क निर्माण ना होने वजह से पिछले 30 सालों से आज तक एक भी व्यक्ति की कोई भी सरकारी नौकरी नहीं लगी है। वही लोकसभा 2024 के चुनाव में सड़क की सुविधा नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। लेकिन अधिकारियों और नेताओं ने आश्वासन देकर वोट डालने की अपील की थी। लेकिन

भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ी

चुनाव संपन्न होने के बाद भी सड़क की सुविधा नहीं मिलने से ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है।अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ गई जिनके इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कर्मचारियों को भेजा गया है। 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम धरना स्थल पर मौजूद है। वही ग्रामीणों ने बताया गांव में बिजली की भी समस्या है आये दिन बिजली के जर्जर तारों से घटनाएं होती है लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होती।ग्रामीणों ने बताया कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगी। अब देखना होगा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण हो पाता या नहीं ।

उत्तर प्रदेश

बरेली में महिला 16 साल से खा रही थी अपने बाल, मानसिक बीमारी ट्राईकोलोटो मेनिया से ग्रसित

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बरेली। यूपी के बरेली से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर जहर कोई हैरान है। बरेली की एक महिला मानसिक बीमारी ट्राईकोलोटो मेनिया से ग्रसित थी। इस बीमारी में व्यक्ति अपने ही सिर के बाल को नोच-नोचकर खाता है। ऐसी बीमारी को समाज में जादू टोना इस सब नामों से जाना जाता है।

आइए जानते है क्या पूरा मामला

शुक्रवार बरेली के जिला अस्पताल में एक महिला को भर्ती कराया गया। महिला सुभाषनगर क्षेत्र की रहने वाली है। ये महिला पिछले 16 सालों से अपने बाल खा रही थी। शुक्रवार को अचानक से महिला के पेट में दर्द उठा और उल्टियां होने लगी। जिसके बाद महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अस्पताल में ऑपरेशन के वक्त डॉक्टरों ने उसका वीडियो भी बनाया। डॉक्टरों की टीम ने युवती के पेट से बालों का एक बहुत बड़ा गुच्छा निकाला जिसे देखकर सभी हैरान रह गए। जिला अस्पताल के डॉक्टर सर्जन डॉ एमपी सिंह, डॉ अंजली सोनी, डॉ मुग्धा शर्मा, डॉ दिग्विजय सिंह, सिस्टर गीता, तनु वर्मा और भावना ने इस जटिल ऑपरेशन को किया।

डॉक्टर एमपी सिंह ने बताया कि 25 साल में पहली बार इस बीमारी का मरीज मिला है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन काफी जटिल था, लेकिन पूरी टीम ने बहुत मेहनत से इस जटिल ऑपरेशन को पूरा किया। उन्होंने कहा कि अब युवती सही सलामत है।

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