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प्रादेशिक

गर्मियों में वन व जंगलों में आग लगने की न हो घटनाएं, योगी सरकार अभी से मुस्तैद

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लखनऊ| गर्मी में वनों व जंगलों में आग की बढ़ने वाली घटनाएं न हों, इसके लिए योगी सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। एक तरफ पहली से सात फरवरी तक वन अग्नि सुरक्षा सप्ताह चलाकर प्रदेश के हर जनपदों में जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं योगी सरकार ने इस पर अंकुश लगाने के लिए निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक एक और पहल भी की है। ऐसी घटनाओं पर निगरानी के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विभागाध्यक्ष, लखनऊ के कार्यालय में अग्नि नियंत्रण सेल की स्थापना की गई है। प्रदेश मुख्यालय पर बनाए गए सेल के नोडल अधिकारी मुख्य वन संरक्षक, प्रचार-प्रसार होंगे, जो अधीनस्थ कार्यालयों से मिली आग से होने वाली दुर्घटनाओं की जानकारी प्रति सप्ताह शासन को देंगे। आंकड़ों पर ध्यान दें तो योगी सरकार की मॉनीटरिंग से ऐसी घटनाओं में तीन साल में काफी कमी दर्ज की गई है।

सात फरवरी तक वन अग्नि सुरक्षा सप्ताह मना रही योगी सरकार

वनों को आग से सुरक्षित रखने के लिए योगी सरकार उत्तर प्रदेश में वन अग्नि सुरक्षा सप्ताह मना रही है। कभी-कभी इस आग से जानमाल की बड़ी हानि हो जाती है। इस पर अंकुश लगाया जा सके और वनों की सुरक्षा के प्रति जनसाधारण को भी जागरूक किया जा सके। इसके लिए सात फरवरी तक चलने वाले आयोजन में सभी प्रभागों में जनजागरूकता अभियान, रैली, पोस्टर, पेंटिंग प्रतियोगिता भी होगी, जिससे अधिक से अधिक लोग जागरूक हों और आग लगने की घटनाओं में कमी दर्ज की जाए।

प्रभागीय स्तर व वन संरक्षक के कार्यालय में भी स्थापित किया गया नियंत्रण कक्ष

योगी सरकार की ओर से समस्त प्रभागों में नियंत्रण कक्ष को मुस्तैद बनाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विभागाध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा ने बताया कि प्रत्येक प्रभागीय वनाधिकारी व वन संरक्षक कार्यालय में भी अग्नि नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। शासन की मंशा के अनुरूप यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्य करेगा। यहां तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की भी तैनाती रहेगी। हीलाहवाली न हो, इसके लिए विभिन्न रेंजों में सूचनाएं रजिस्टर में पंजीकृत कर तत्काल उसके निदान पर कार्य भी किया जाएगा। वन संरक्षक जोनल मुख्य वन संरक्षक को इससे जुड़ी जानकारी भी देंगे।

लखनऊ में हेल्पलाइन नंबर 0522-2207951 पर दी जा सकेगी जानकारी

क्षेत्रीय व मंडलीय मुख्य वन संरक्षक स्तर पर भी अग्नि नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। अधीनस्थ कार्यालयों से मिली सूचनाओं को अफसरों तक पहुंचाने में यह माध्यम बनेंगे। वहीं लखनऊ में हेल्पलाइन नंबर 0522-2207951 पर इससे जुड़ी सूचनाएं दी जा सकती हैं। अन्य सभी जनपदों में भी आमजन व अन्य विभागों के अधिकारियों को स्थानीय हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराया जाएगा।

योगी सरकार की मॉनीटरिंग से ऐसी घटनाओं में आई कमी

योगी सरकार की मॉनीटरिंग का असर है कि ऐसी घटनाओं में पिछले तीन साल में भारी गिरावट आई है। आंकड़ों के मुताबिक…

नवंबर 2020 से जून 2021– 10275 मामले
नवंबर 2021 से जून 2022- 6030 मामले
नवंबर 2022 से जून 2023– 3339 मामले

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प्रादेशिक

रद्द हो सकती है BPSC की परीक्षा : दिलीप जायसवाल

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पटना। BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में कई अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर लगातार आमरण अनशन पर हैं। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार सरकार पर हमलावर हैं। पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव भी इस मुद्दे पर काफी सक्रिय हैं। इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा रद्द हो सकती है।

पटना में पत्रकारों से बात करते हुए दिलीप जायसवाल ने पूरे मामले को साफ करते हुए बताया कि सरकार ने अब तक परीक्षा रद्द नहीं करने पर अंतिम फैसला नहीं किया है। पूरे मामले की जांच चल रही है। अगर जांच में कुछ गड़बड़ी मिलती है तो परीक्षा रद्द की जायेगी। बिहार में मचे घमासान के बीच नीतीश सरकार के मंत्री ने साफ किया है कि सरकार ने अब तक ना नहीं कहा है।

इस मुद्दे पर कांग्रेस और लेफ्ट के सदस्यों ने राज्यपाल से मिल कर एक ज्ञापन सौंपा था और यह आग्रह किया था कि हाई कोर्ट के जज की निगरानी में इसकी जांच करवाई जाए। बिहार सरकार के मंत्री की तरफ से यह बयान ऐसे समय में आया है जब सुप्रीम कोर्ट ने बीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए याचिकाकर्ताको हाई कोर्ट जाने का आदेश दिया है।

दिलीप जायसवाल ने इस मसले पर विपक्षी पार्टियों को भी घेरा औऱ आरोप लगाया कि वो छात्रों के आंदोलन का राजनीतिक फायदा लेना चाहते हैं। दिलीप जायसवाल ने कहा, ‘विपक्ष विकास, रोजगार और अन्य किसी भी मुद्दे पर बातचीत नहीं कर सकता है. इसलिए वो छात्रों के आंदोलन का इस्तेमाल खुद को स्थापित करनेके लिए कर रहे हैं।

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