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नेशनल

आगरा में चर्च पर हमला, तनाव फैला

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लखनऊ/आगरा। उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में सेंट मेरी चर्च पर हमले से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। बुधवार देर रात उपद्रवियों ने चर्च परिसर में लगी मदर मेरी की प्रतिमा तोड़ दी। गुरुवार सुबह जब लोगों ने प्रतिमा जमीन पर गिरी देखी तो आक्रोशित हो उठे। इलाके में तनाव व्याप्त है। ईसाई समुदाय ने चर्च पर हमले की निंदा की है और पुलिस को इस प्रकरण का सच सामने लाने के लिए 12 घंटे की मोहलत दी है।

पुलिस ने बताया कि आगरा के प्रतापपुरा क्षेत्र में सेंट मेरी चर्च परिसर में गुरुवार तड़के ईसाई धर्म के लोगों ने मदर मेरी की प्रतिमा जमीन पर पड़ी देखी। इसके बाद उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस के मुताबिक, कांच के बक्सों में रखी दो प्रतिमाओं को तोड़ा गया है और मुख्य प्रवेशद्वार का ताला टूटा हुआ है। चर्च परिसर में खड़ी एक कार और नोटिस बोर्ड में भी तोड़फोड़ की गई है। चर्च प्रांगण का वह बॉक्स भी टूटा पड़ा है, जिसमें प्रतिमा लगाई गई थी।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रतिमा तोड़े जाने के विरोध में ईसाई धर्म के अनुयायियों ने चर्च के मुख्यद्वार के सामने प्रदर्शन किया। चर्च के भीतर धर्मगुरु इस प्रकरण को लेकर बैठक कर रहे हैं। उन्होंने हमलावरों की पहचान कर सच सामने लाने के लिए पुलिस को सिर्फ 24 घंटे का समय दिया है। चर्च के पादरी फादर मून ने कहा कि यह किसी हिंदूवादी संगठन की कारस्तानी लगती है। वे लोग माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने असामाजिक तत्वों को इस तरह की करतूत करने की खुली छूट दे रखी है। ऐसे कृत्यों का एकमात्र मकसद वोटों के ध्रुवीकरण का रास्ता तैयार करना है।

उत्तर प्रदेश

बदायूं के इस गांव में आजादी के बाद भी नहीं मिली रोड की सुविधा, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

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बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में एक गांव ऐसा भी है जहां देश आजाद होने के बाद भी सड़क की सुविधा नही मिली है और पिछले 30 साल से एक भी व्यक्ति की सरकारी नौकरी नहीं लगी है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। जिसमें तीन लोगों की हालात बिगड़ गयी जिनका स्वास्थ्य विभाग द्वारा धरना स्थल पर ही उपचार किया जा रहा है।

बता दें कि पूरा मामला जनपद बदायूं के बिसौली तहसील के आसफपुर विकासखंड क्षेत्र के ढोरनपुर गांव का है। जहां ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि देश आजाद होने के बाद भी आज तक मुख्य मार्ग से गांव तक आने वाली सड़क की सुविधा नहीं मिली है।जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है और बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सड़क निर्माण ना होने वजह से पिछले 30 सालों से आज तक एक भी व्यक्ति की कोई भी सरकारी नौकरी नहीं लगी है। वही लोकसभा 2024 के चुनाव में सड़क की सुविधा नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। लेकिन अधिकारियों और नेताओं ने आश्वासन देकर वोट डालने की अपील की थी। लेकिन

भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ी

चुनाव संपन्न होने के बाद भी सड़क की सुविधा नहीं मिलने से ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है।अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से तीन लोगों की हालात बिगड़ गई जिनके इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कर्मचारियों को भेजा गया है। 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम धरना स्थल पर मौजूद है। वही ग्रामीणों ने बताया गांव में बिजली की भी समस्या है आये दिन बिजली के जर्जर तारों से घटनाएं होती है लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होती।ग्रामीणों ने बताया कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगी। अब देखना होगा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण हो पाता या नहीं ।

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