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नेशनल

कांग्रेस ने मनाया नेहरू का 125वां जन्मदिन, पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का 125वां जन्मदिन मनाया। पार्टी ने इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पंडित जवाहर लाल नेहरू को उनके 125वें जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि दी। मोदी ने ट्वीट किया, “पंडित जवाहर लाल नेहरू का जीवन भारत की आजादी के लिए संघर्ष करते और प्रधानमंत्री के तौर पर देश का नेतृत्व करते हुए बीता। उन्हें जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि।”

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार सुबह शांति वन जाकर नेहरू की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इंदिरा गांधी स्टेडियम में एक जनसभा का आयोजन किया गया है, जबकि शाम को नेहरू पार्क में एक संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है।

नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद में हुआ था और 27 मई, 1964 को उनका निधन हुआ था। भारत को 1947 में आजादी मिलने के बाद नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने थे और अंतिम सांस तक इस पद पर रहे। नेहरू की जन्मतिथि को देशभर में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

आध्यात्म

नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां

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नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है।  मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।

मां को प्रिय है ये भोग

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।

यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा

मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।

माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं

जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥

मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।

दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।

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