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नेशनल

बनारस को संवारेगी योगी सरकार की 85 करोड़ रुपये की परियोजना

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लखनऊ, 13 नवम्बर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को भी शासन की योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो गया है। उप्र पर्यटन विभाग के अधिकारियों की मानें तो बनारस में 85 करोड़ रुपये की योजनाओं को मूर्त रूप दिए जाने की योजना बनाई गई है। इन्हें जल्द ही शुरू किया जाएगा।

दरअसल, उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने ‘प्रसाद योजना’ के तहत लगभग 85.32 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को सैद्घांतिक सहमति दी है। अब पर्यटन के दृष्टिकोण से वाराणसी को और संवारा जाएगा।

इसके तहत गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक की गलियों का हेरिटेज विकास इस परियोजना का प्रमुख बिंदु है।

पर्यटन विभाग के मुताबिक, गंगा किनारे घाटों पर आधुनिक लाइटिंग और ऑडियो सिस्टम विकसित किया जाएगा। इसके अलावा सीसीटीवी कंट्रोल रूम भी स्थापित किए जाएंगे। राजघाट से ब्रिज तक लाइटिंग व शौचालय का निर्माण होगा और अस्सी घाट पर अतिरिक्त सुविधाएं व पंचकोसी परिक्रमा मार्ग को भी दुरुस्त करने का काम किया जाएगा।

पिछले दिनों पर्यटन विभाग ने सरकार को यह प्रस्ताव बनाकर भेजा था, जिसके बाद दो दिन पूर्व ही परियोजना को सैद्घांतिक सहमति मिली।

विभाग के संयुक्त निदेशक अविनाश चंद्र मिश्र के मुताबिक, प्रस्ताव को फिलहाल सैद्घांतिक सहमति मिल गई है। बहुत जल्द ही धनराशि भी आवंटित हो जाएगी।

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आध्यात्म

नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां

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नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है।  मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।

मां को प्रिय है ये भोग

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।

यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा

मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।

माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं

जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥

मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।

दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।

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