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नेशनल

भाजपा मुख्यालय में पसरा सन्नाटा

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नई दिल्ली। बिहार चुनाव में करारी हार के बाद राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुख्यालय सन्नाटे में डूब गया।
मुख्यालय में पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता नहीं दिखा। कुछ प्रवक्ताओं और स्थानीय कार्यकर्ताओं ने हार की वजहों को बताने की कोशिश की।

परवीन सिंह नाम के एक स्थानीय कार्यकर्ता ने कहा, “सुबह कई वरिष्ठ नेता आए थे। इनमें रविशंकर प्रसाद भी थे। लेकिन, नतीजा हमारे खिलाफ होने के बाद वे सभी चले गए।” सिंह ने बताया, “जीत का जश्न मनाने के लिए लड्डू और अन्य मिठाइयों का आदेश दिया गया था। लेकिन, नतीजों का रुझान देखने के बाद सभी आर्डर रद्द कर दिए गए।”

11, अशोक रोड स्थित पार्टी दफ्तर पर कई इंतजाम किए गए थे। कई बड़ी स्क्रीन लगाई गई थी। दोपहर के भोजन की व्यवस्था की गई थी। जीत की उम्मीद थी। लेकिन, सब व्यर्थ हो गया। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा और राज्यसभा सदस्य विजय गोयल ने टीवी चैनलों से बात की, लेकिन अन्य नेता मीडिया से बचते दिखे। हरियाणा के भाजपा कार्यकर्ता नमन तिवारी ने कहा कि बिहार के लोगों ने नीतीश और लालू को दोबारा सत्ता सौंपकर भारी गलती की है।

आध्यात्म

नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां

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नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है।  मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।

मां को प्रिय है ये भोग

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।

यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा

मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।

माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं

जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥

मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।

दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।

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