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मुख्य समाचार

मध्याह्न् भोजन व आंगनबाड़ी ने तोड़ा जातिबंधन : आशा कार्यकर्ता

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जबलपुर, 24 जून (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ में गुरु नानक द्वारा सामाजिक भेदभाव मिटाने के लिए शुरू की गई लंगर परंपरा का जिक्र किया, साथ ही कबीर के योगदान को याद किया।

प्रधानमंत्री की बात पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए मध्य प्रदेश के जबलपुर की आशा कार्यकर्ताओं ने मध्याह्न् भोजन और आंगनबाड़ी में सामूहिक भोजन को जातिवाद व सामाजिक भेदभाव मिटाने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम करार दिया। मोदी ने रविवार को अपने रेडियो प्रसारण में सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने में संतों के योगदान को याद किया। साथ ही कहा कि गुरु नानक ने सामाजिक भेदभाव से मुक्त रसोई-लंगर की व्यवस्था शुरू की, जहां हर जाति, पंथ, धर्म या संप्रदाय के लोग खाना खा सकते थे।

राज्य के गांव-गांव में प्रधानमंत्री की मन की बात को सुनाने के लिए विभिन्न विभागों ने इंतजाम किए थे। इसी क्रम में केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय के फील्ड आउटरीच ब्यूरो (एफओबी) की सहायक निदेशक वर्षा शुक्ला पाठक ने जबलपुर के दियाखेड़ा में मोदी की ‘मन की बात’ सुनाने की व्यवस्था की। गांव की महिलाओं सहित बड़ी संख्या में लोग यहां जमा हुए।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सामाजिक सुधार के लिए संतों के प्रयासों का जिक्र किया गया। इससे महिलाएं काफी खुश थीे। प्रधानमंत्री द्वारा सामाजिक सुधार के लिए गुरुनानक और कबीर के प्रयासों का जिक्र किए जाने पर आशा कार्यकर्ता कीर्ति पटेल अपने को रोक नहीं पाईं। उनका कहना है कि वर्तमान दौर में मध्याह्न् भोजन योजना और आंगनबाड़ी में सामूहिक भोजन भी सामाजिक दूरियां मिटाने में कारगर हो रहा है।

इस मौके पर मौजूद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रामकुमारी मरावी, सहायिका सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और महिलाएं उपस्थित थीं। सभी ने कहा कि जातिगत कुरीतियों के बंधन को ढीला करने में मध्याह्न् भोजन योजना व आंगनबाड़ी केंद्र के सामूहिक भोजन सफल हो रहे हैं। इस मौके पर सहायक सूचना अधिकारी संदीप कुमार चौकसे भी मौजूद थे। उन्होंने कार्यक्रम का संचालन किया।

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नेशनल

केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल, क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है

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नई दिल्ली। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शक्रवार को केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में बदहाल होती कानून-व्यवस्था पर अमित शाह चुप क्यों हैं?। केजरीवाल ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है। इसका जवाब बीजेपी को देना होगा। क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है। उसे जेल में कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं। वह गुजरात की जेल में रहते हुए भी देश-विदेश में गैंग कैसे चला रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमने स्कूल, अस्पताल, सड़कें और बिजली ठीक करने की जिम्मेदारी पूरी की है लेकिन केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाली नहीं जा रही है। दिल्ली में हत्याएं और बम ब्लास्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी-अभी मैं देख रहा था कि एक वकील कह रहे थे कि सड़क पर हाथ में मोबाइल फोन ले जाना मुश्किल है। आप मोबाइल फोन लो जाओगे, कोई ना कोई आपका मोबाइल छीन लेगा। दिल्ली में दुष्कर्म हो रहे हैं, मर्डर कर देते हैं। मैं यह एक अखबार लेकर आया हूं। दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर इसमें जानकारी दी गई है।

उन्होंने कहा कि आपके पड़ोस में गैंगवार शुरू हो गए हैं। ये लॉरेंस बिश्नोई कौन है? कैसे वह जेल में बैठ कर गैंग चला रहा है। इसके बारे में अमित शाह को बताना पड़ेगा। बिश्नोई गैंग, भाऊ ग्रैंड, गोगी गैंग… ऐसे दर्जन भर गैंग दिल्ली के अंदर सक्रिय हैं। कोई बता रहा था कि इन्होंने अपने एरिया बांट रखे हैं।

दिल्ली में कानून व्यवस्था का यह हाल हो गया है कि आज हर कोई डरा हुआ है। लोगों को वसूली के फोन आ रहे हैं। महिलाओं का रेप कर हत्या की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने आतंक मचा रखा है। एक बात समझ नहीं आ रही कि लॉरेंस बिश्नोई BJP शासित गुजरात की साबरमती जेल में बंद है तो वह जेल में रहकर अपनी गैंग कैसे चला रहा है?

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