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बिजनेस

वस्त्र, हाइब्रिड कार की जीएसटी दरों पर 5 अगस्त को विचार : सीबीईसी

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नई दिल्ली, 21 जुलाई (आईएएनएस)| केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड की अध्यक्ष वनजा सरना ने शुक्रवार को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की अगली बैठक 5 अगस्त को होगी, जिसमें वस्त्र और हाइब्रिड कार पर करों की समीक्षा की जाएगी।

सरना ने यहां आयोजित ‘व्यापार सुविधा अनुबंध : कार्यान्वयन अनुभव के सबक’ सम्मेलन से इतर कहा, 5 अगस्त आने ही वाला है। उसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। हमारे ध्यान में जो चीजें लाई जा रही हैं उन पर विचार विमर्श होगा। इनमें वस्त्र और हाइब्रिड कारों की दरों पर चर्चा की संभावना है।

इस सम्मेलन का आयोजन संयुक्त रूप से सीबीईसी और उद्योग संगठन इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने किया था।

सरना ने कहा, बाजिब मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। जब आप जीएसटी जैसी विशाल चीज को लागू करते हैं तो मैं यह कहना चाहूंगी कि आपको छह महीने से लेकर साल भर तक कठिनाइयों का सामना करना ही पड़ेगा। आप ऐसी समस्याओं को उठाते रहें।

उद्योग जगत हाइब्रिड कारों पर 43 फीसदी जीएसटी दर का विरोध कर रहा है और क्योंकि 28 फीसदी जीएसटी दर के ऊपर 15 फीसदी का सेस लगाया गया है। वहीं, वस्त्र उद्योग भी 5 फीसदी कर को वापस लेने की मांग कर रहा है, क्योंकि जीएसटी से पहले इस पर कोई शुल्क नहीं वसूला जाता था।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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