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उत्तर प्रदेश

हर जरूरतमंद को सम्मानजनकआश्रय देने को डबल इंजन सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हर जरूरतमंद को सम्मानजनक आश्रय देने के लिए डबल इंजन की सरकार प्रतिबद्ध है। इसके लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिए गए हैं तो शहर में किसी कार्य से आने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए निशुल्क रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है।

सीएम योगी मंगलवार देर शाम/रात गोरखपुर महानगर में चार रैन बसेरों का निरीक्षण करने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर जरूरतमंद को रैन बसेरों में अच्छी सुविधा दी जाए। प्रशासन को इसे प्राथमिकता पर लेते हुए यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी रैन बसेरों में पर्याप्त संख्या में बिस्तर व कंबल का इंतजाम हो। साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाए। साथ ही यदि किसी के पास भोजन की व्यवस्था नहीं है तो उसे भोजन भी उपलब्ध कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने रेलवे स्टेशन के पास, कचहरी बस स्टेशन/छात्रसंघ चौराहे के पास, धर्मशाला तथा झूलेलाल मंदिर के पास बने रैन बसेरों का निरीक्षण कर तथा वहां ठहरे लोगों से बातचीत कर उपलब्ध सुविधाओं की पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने धर्मशाला के नवनिर्मित रैन बसेरे का उद्घाटन भी किया। सभी रैन बसेरों में मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से जरूरतमंदों में कंबल व भोजन का वितरण भी किया। मुख्यमंत्री ने चारों रैन बसेरों के बाहर भी सैकड़ो जरूरतमंद लोगों में कंबल व भोजन का वितरण कर उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार उनकी सेवा को प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान परिजनों के साथ मौजूद बच्चों को दुलारा और चॉकलेट, खिलौना गिफ्ट कर उन्हें आशीर्वाद भी दिया।

सीएम योगी ने रैन बसेरों में ठहरे सभी लोगों से कुशलक्षेम जानने के साथ उनसे आत्मीय संवाद भी किया। अलग अलग रैन बसेरों में देवरिया, कुशीनगर, बलिया, गगहा, चौरीचौरा समेत पूर्वांचल के अलग अलग क्षेत्रों के नागरिकों के अलावा बिहार से आए लोग भी ठहरे थे। कोई डॉक्टर को दिखाने के लिए तो कोई काम की तलाश या फिर किसी अन्य कार्य से गोरखपुर आया था। मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि यहां रैन बसेरों में कोई परेशानी तो नहीं। सबने व्यवस्था को लेकर संतोषजनक जवाब दिया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कुशलक्षेम और जरूरतों के बारे में पूछे जाने पर रैन बसेरों में ठहरे लोग भाव विह्वल हो गए। उन्हें सहसा यकीन नहीं हो रहा था कि उनके ठहरने और भोजन की जानकारी लेने खुद मुख्यमंत्री उनके पास आए हैं। रैन बसेरों में ठहरे लोगों का कहना था कि जब बाबा (योगी आदित्यनाथ) खुद उनकी सुधि ले रहे हैं तो उन्हें किस बात की दिक्कत होगी।

भीषण ठंड व शीतलहर से बचाव को हर जिले को पर्याप्त धनराशि जारी: मुख्यमंत्री

रैन बसेरों का निरीक्षण करने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भीषण ठंड और शीतलहर से आमजनमानस के बचाव के लिए राज्य सरकार की तरफ से पहले चरण में 4 लाख लोगों को यूपी में बने कंबल वितरित करने के लिए हर जिले को पर्याप्त धनराशि जारी कर दी गई है। इसके साथ ही प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि जरूरतमंद लोगों की सूची बनाकर कंबल वितरण सुनिश्चित कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में, प्रदेश में 56 लाख परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा चार लाख लोगों को शीघ्र ही आवास उपलब्ध कराए जाएंगे। इस व्यवस्था के बाद भी जो लोग शहरी क्षेत्र में उपचार करने या किसी अन्य कार्य से आते हैं और उनके पास रात्रि में रुकने के लिए होटल या किराए पर रहने की क्षमता नहीं होती है, उनके लिए शहरी क्षेत्रों में डबल इंजन सरकार की तरफ से स्थानीय निकायों के माध्यम से रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ठंड से कोई दम न तोड़ने पाए और न ही कोई ठिठुरे, इसके लिए सरकार की तरफ से कई स्तरों पर प्रबंध किए गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में बच्चों के लिए स्वेटर देने की व्यवस्था उनके अभिभावकों के खाते में धनराशि भेज कर की गई है तो जरूरतमंदों में कंबल का वितरण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में शीतलहर के दौरान जनमानस और जीव जंतुओं के बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की भी व्यापक व्यवस्था की जाएगी।

रैन बसेरों के निरीक्षण के दौरान सांसद रविकिशन, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, कालीबाड़ी के महंत रवींद्रदास समेत प्रशासन, पुलिस व नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।

नेत्र दिव्यांगों को अपने पास बुलवाकर सीएम ने की सेवा

रेलवे स्टेशन रोड स्थित रैन बसेरे के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब बाहर जरूरतमंद लोगों में कंबल और भोजन का वितरण कर रहे थे तभी उनकी नजर कुछ दूर पर खड़े कर नेत्र दिव्यांगों पर पड़ गई। उन्होंने फौरन उन्हें अपने पास बुलवा लिया। उन्हें कंबल और भोजन का पैकेट देकर उनकी आत्मीयतापूर्वक सेवा की। सीएम ने उनका कुशलक्षेम पूछा और अफसरों को निर्देशित किया कि इन दिव्यांगजन से वार्ता कर यह पता कर लें कि इन्हें शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। यदि ये योजनाओं के लाभ से वंचित हैं तो इन्हें लाभ दिलाना सुनिश्चित करें। कचहरी बस स्टेशन के पास स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण करने के दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ बुजुर्गों से उनकी उम्र पूछी और उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही उनके आयुष्मान वय वंदन कार्ड बनवा दिए जाएंगे।

गोरखपुर महानगर क्षेत्र में बनेंगे तीन और रैन बसेरे

मंगलवार देर शाम/रात रेन बसेरा का निरीक्षण करने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि गोरखपुर महानगर क्षेत्र में जरूरतमंदों की सेवा और सुविधा के लिए तीन और रैन बसेरे बनाए। मुख्यमंत्री ने सूरजकुंड बरगदवा और राप्ती नगर में नए रैन बसेरे बनाने के लिए निर्देशित किया है।

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उत्तर प्रदेश

राजस्व वृद्धि पर दें ध्यान, नदी के कैचमेंट एरिया में अवैध खनन बर्दाश्त नहींः मुख्यमंत्री

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लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 2407.20 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति हुई है। इसमें और वृद्धि की अपेक्षा है। इसकी बेहतरी के लिए विभागीय व जनपद स्तर के अधिकारी तेजी से प्रयास करें। राजस्व प्राप्ति के लिए जिलाधिकारी व जिला खनन अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सोनभद्र, बांदा, कौशांबी तथा महोबा में खनन के दृष्टिगत राजस्व वृद्धि की असीम संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री जी ने कम राजस्व प्राप्त करने वाले जनपदों की समीक्षा करते हुए इनमें भी राजस्व बढ़ोतरी के उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन, विभाग व जनपद स्तर पर लंबित आवेदन पत्रों पर शीघ्रता से निर्णय लेकर कार्रवाई बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व बढ़ाने के अन्य उपायों पर भी विचार करें।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि नदी के कैचमेंट एरिया में किसी भी प्रकार के अवैध खनन की गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तकनीक का उपयोग करते हुए इसे सख्ती से रोका जाए।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिया कि स्वीकृत खनन क्षेत्र के अंदर खनन कर रहे वाहनों पर व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) लगाया जाए, जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि खनन स्वीकृत क्षेत्र में ही हो रहा है या नहीं। इससे परिवहनकर्ता को भी सहूलियत होगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्य राज्यों से प्रदेश में उपखनिज का परिवहन करने वाले वाहनों की वैधता की जांच के लिए उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान व मध्य प्रदेश से एपीआई इंटीग्रेशन किए गए हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपदों में टास्क फोर्स अवैध खनन को रोकने के लिए समय-समय पर छापेमारी करते रहें। छापेमारी के दौरान विभागीय अधिकारी, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी सुनिश्चित हो। इसकी वीडियोग्राफी भी नियमित कराई जाए।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिया कि विभाग के विभिन्न स्तर पर अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिया कि विभागीय स्तर पर पेंडिंग मामलों का समय से निस्तारण किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिया कि जून से अगस्त के मध्य ही वर्ष भर की कार्ययोजना तैयार की जाए। समय से कार्ययोजना तैयार करने से सरलतापूर्वक कार्य संपन्न होंगे।

मुख्यमंत्री जी ने बैठक में उपस्थित परिवहन विभाग के अफसरों को निर्देश दिया कि मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तेजी से प्रयास करें। सड़कों के किनारे ओवरलोड वाहन कतई न खड़े किए जाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कर अपवंचन तथा ओवरलोडिंग रोकने के लिए जनपदों में 55 चेक गेट्स स्थापित किए गए हैं। इन पर शीघ्र ही वे इन मोशन संयंत्र लगाए जाएं। ओवरलोडिंग हर हाल में जीरो पॉइंट पर ही रोका जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सरकार के खनन मंत्रालय द्वारा स्टेट माइनिंग रेडिनेंश इंडेक्स तैयार किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में विभिन्न विभागों के समन्वय से आवश्यक सूचनाओं की समय से उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नदियों के किनारे मिट्टी-बालू तथा सिल्ट का प्रयोग ईंट बनाने में किया जाए। यह पर्यावरण को बचाने में कारगर होगा। उपजाऊ जमीन की मिट्टी का प्रयोग ईंट भट्ठों में न किया जाए।

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