Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने किया व्यास पीठ का पूजन, उतारी आरती

Published

on

Loading

गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर परिसर में बने नौ नवीन मंदिरों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में सप्त दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का शुभारंभ सोमवार सायंकाल हुआ। निकाय चुनाव प्रचार की व्यस्तता के बावजूद प्रथम दिन की कथा में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ भी सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री ने व्यासपीठ की पूजा की, माल्यार्पण किया और कथा श्रवण के बाद पहले दिन के कथा विश्राम पर आरती उतारी। इसके पूर्व गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया और अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधिस्थली पर शीश नवाया।

मंदिर के गर्भगृह से निकाली गई भव्य शोभायात्रा

श्री शिव महापुराण कथा शुभारंभ के अवसर पर गुरु गोरखनाथ मंदिर के गर्भगृह से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। गर्भगृह में मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने विधि विधान से श्रीनाथ जी, अखंड ज्योति एवं पोथी (श्री शिव महापुराण) पूजन का अनुष्ठान संपन्न किया। तत्पश्चात शंख, घंट-घड़ियाल, तुरही, नागफनी आदि वाद्य यंत्रों की गूंज एवं बैंड बाजे के बीच शोभायात्रा कथा स्थल महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन पहुंची। यहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच व्यासपीठ के समक्ष अखंड ज्योति व पोथी को प्रतिष्ठित किया गया। भक्ति भाव से निकाली गई शोभायात्रा में मुख्य रूप से कथा व्यास संत बालकदास, मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, देवीपाटन के महंत योगी मिथलेशनाथ, मठ पुरोहित रामानुज त्रिपाठी ‘वैदिक’, अन्य पुरोहितगण व वेदपाठी विद्यार्थी और यजमान आदि उपस्थित रहे।

शिव का अर्थ मंगल व कल्याण : संत बालकदास

श्री शिव महापुराण कथा का रसपान कराते हुए कथाव्यास संत बालकदास ने कहा कि शिव का अर्थ मंगल व कल्याण होता है। उनकी कथा अनंत आनंददायी व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाली है। श्री शिव महापुराण कल्पवृक्ष के समान है। यह कथा जिस भावना से सुनी जाती है, उसी के अनुरूप अभीष्ट की प्राप्ति होती है। कथाव्यास ने कहा कि शिवावतार गुरु गोरखनाथ की तपोस्थली पर श्री शिव महापुराण की कथा का श्रवण करने वाले अत्यंत सौभाग्यशाली हैं। कथा श्रवण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ काशी से पधारे महामंडलेश्वर सतुआ बाबा, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास आदि भी शामिल रहे।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending