Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

अटल जी के प्रति देश-प्रदेश के अनुराग व प्रेम को व्यक्त करते हैं ‘युवा कुम्भ’ जैसे आयोजनः सीएम योगी

Published

on

Loading

लखनऊ| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘युवा कुम्भ’ जैसे आयोजन श्रद्धेय अटल जी के प्रति देश-प्रदेश के अनुराग व प्रेम को व्यक्त करते हैं। यहां के जनप्रतिनिधियों ने अटल जी की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए सभी संस्थाओं को एक मंच दिया है। युवा कुम्भ उन स्मृतियों को ताजा कर रहा है, जो भारत की सनातन धर्म की परंपरा में कुम्भ के आयोजन के साथ जुड़ती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षा मंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के साथ मंगलवार को केडी सिंह बाबू स्टेडियम में ‘अटल युवा महाकुम्भ’ का शुभारंभ किया। ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर ‘कदम से कदम मिलाकर चलना होगा’ थीम पर यह आयोजन हुआ। सीएम व रक्षा मंत्री ने बच्चों को दुलारा-पुचकारा और चॉकलेट बांटी। निबंध व भाषण प्रतियोगिता के बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया।

भारत की पहचान है कुम्भ

सीएम योगी ने कहा कि कुम्भ भारत की पहचान है। सनातन व आध्याात्मिक ऊर्जा की अनुभूति का समागम है, उस महासमागम का जो दृश्य 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में दिखेगा, उसकी झांकी आज यहां देखने को मिल रही है।सीएम ने अटल जी की कविता ‘कदम मिलाकर चलना होगा’ सुनाई। बोले-इस युवा कुम्भ ने अटल जी की स्मृतियों को ताजा किया है।

युवा ऊर्जा का प्रतीक है यह कार्यक्रम

सीएम ने कहा कि मैंने सुबह आयोजकों को फोन कर पूछा कि कार्यक्रम होगा, तो बताया गया कि यह युवा ऊर्जा का प्रतीक कार्यक्रम है। कार्यक्रम भव्यता से होगा। वास्तव में, आज मौसम की परवाह किए बिना बच्चों ने अटल जी की स्मृतियों को याद किया है। सीएम ने कहाकि कल अटल जी का जन्म शताब्दी वर्ष है और आज उसका शुभारंभ इतनी भव्यता से हो रहा है। सीएम ने प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को बधाई दी। प्रतिभागी बच्चों को शुभकामना देते हुए कहा कि कदम मिलाकर चलेंगे तो लक्ष्य प्राप्त होगा। सीएम ने आयोजन में शामिल सभी संस्थाओं को भी साधुवाद दिया।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य डॉ. महेंद्र सिंह, इंजी. अवनीश सिंह, पवन सिंह चौहान, विधायक डॉ. नीरज बोरा, योगेश शुक्ल, अमरेश कुमार, ओपी श्रीवास्तव, जय देवी, पूर्व मंत्री मोहसिन रजा आदि मौजूद रहे।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में फिर लगी आग, कई टेंट जलकर राख, कोई हताहत नहीं

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ में एक बार हादसा हो गया है। यहां सेक्टर-22 में बनाए गए टेंटों में आग लग गई है। हालांकि गनीमत रही कि इस हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। फिलहाल फायर ब्रिगेड की टीम आग को काबू में पाने की कोशिश कर रही है, लेकिन अभी तक आग को काबू में नहीं पाया जा सका है। वहीं गनीमत रही कि मौके पर कोई भी श्रद्धालु टेंट में नहीं था। आग लगने के बाद सभी के सभी बाहर निकल आए थे, जिस वजह से बड़ा हादसा होने से टल गया।

बता दें कि महाकुंभ का सेक्टर-22 एरिया झूसी के छतनाग घाट और नागेश्वर घाट के बीच में है. गुरुवार को यहीं पर अचानक से कई टेंट जलने लगे। यह देख श्रद्धालु अपने-अपने टेंटों से बाहर निकल आए और फायर ब्रिगेड को जानकारी दी. मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने में जुट गई है। आग से कई टेंट जलकर राख हो गए। गनीमत है कि कोई जनहानि नहीं हुई है।

इससे पहले बुधवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ मच गई थी। कुछ लोग बैरिकेड तोड़कर जाना चाहते थे। वहीं, कुछ लोग जमीन पर सो रहे थे। भीड़ इन लोगों के ऊपर से गुजर गई। इस घटना के बाद 90 लोगों को अस्पताल लाया गया। इनमें से 30 की मौत हो गई थी।

सीएम योगी हुए भावुक

महाकुम्भ हादसे को लेकर बुधवार देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकारों से वार्ता करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “भारी भीड़ और बैरिकेड्स टूटने के कारण यह दुखद हादसा हुआ।” मुख्यमंत्री ने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश देते हुए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया। इस आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार होंगे, जबकि पूर्व डीजी वी.के. गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डी.के. सिंह को आयोग में शामिल किया गया है। यह आयोग एक समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट देगा। पुलिस भी मामले की जांच करेगी और हादसे के कारणों की गहराई से पड़ताल की जाएगी। यही नहीं, गुरुवार को मुख्य सचिव और डीजीपी भी प्रयागराज जाकर घटना की समीक्षा करेंगे।

मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख का मुआवजा

मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए कहा, “प्रशासन ने कई दौर की समीक्षा बैठकें की थीं, फिर भी यह हादसा कैसे हुआ? इसकी गहन जांच होगी।” सरकार ने मृतकों के परिवारों को ₹25-25 लाख की सहायता राशि देने की भी घोषणा की है। इसके अतिरिक्त मुख्य सचिव और डीजीपी को गुरुवार को घटनास्थल का दौरा कर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। वे हालात का जायजा लेंगे और रिपोर्ट सौंपेंगे।

हादसे से मर्माहित सीएम योगी

घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री भावुक हो गए और बोले, “इतनी तैयारियों के बावजूद यह हादसा बेहद दुखद है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।” उन्होंने कहा कि मंगलवार शाम 7 बजे से ही काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन प्रयागराज पहुंचकर स्नान भी कर रहे थे और काफी बड़ी संख्या में ब्रह्म मुहूर्त का भी इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान अखाड़ा मार्ग पर संगम तट पर यह हादसा हुआ। यह हादसा भारी भीड़ के द्वारा अखाड़ा मार्ग के बैरिकेड्स को तोड़ने और उसके बाद उससे कूदकर जाने के कारण हुआ है, जिसमें 30 के आसपास लोगों की मृत्यु हुई है। 36 घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है। शेष घायलों को उनके परिवार से सदस्य लेकर चले गए हैं।

हादसे की तह में जाने की आवश्यकता

सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज में बुधवार को 8 करोड़ से अधिक लोगों का दबाव था। यद्यपि अगल बगल के जनपदों मिर्जापुर, भदोही, प्रतापगढ़, फतेहपुर, कौशांबी, में भी होल्डिंग एरिया बनाकर श्रद्धालुजनों को रोका गया था, जिन्हें अखाड़ों का अमृत स्नान संपन्न होने के बाद रिलीज किया गया है। रेलवे स्टेशनों पर भी लगातार दबाव बना रहा। रेलवे ने भी इस दौरान रूटीन और मेला स्पेशल को मिलाकर लगभग 300 से अधिक ट्रेनें चलाई हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने भी 8000 से अधिक बसें संचालित की हैं। ये सभी घटनाएं मर्माहत करने वाली भी हैं और एक सबक भी हैं, लेकिन हादसे की तह में भी जाने की आवश्यकता है।

Continue Reading

Trending