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उत्तर प्रदेश

जनप्रतिनिधियों के समन्वय से कराएं रोड रिस्टोरेशन और जलापूर्ति का काम: मुख्यमंत्री

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने की परियोजना के कार्यों के थर्ड पार्टी ऑडिट कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि हर परियोजना के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किये जायें जो स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर सभी काम समय से पूरा कराएं।

सोमवार को हर घऱ जल योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन जनहित से जुड़े इन कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। जलापूर्ति के कार्यों के चलते खराब हुई सड़कों के रिस्टोरेशन का काम समय से कराया जाए और जनप्रतिनिधियों से भी आवश्यक मार्गदर्शन लिया जाए। इस आधार पर ही विभागीय अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं में क्वालिटी हर हाल में सुनिश्चित हो। इसका थर्ड पार्टी सत्यापन भी कराया जाए। साथ ही हर प्रोजेक्ट पर नोडल अधिकारी नियुक्त हों, जो कार्यों की क्वालिटी व समयबद्धता सुनिश्चित करे। जल जीवन मिशन के तहत परियोजना का उद्देश्य है कि लोगों को शुद्ध पेयजल प्राप्त हो, ऐसी सभी योजनाएं बिना रूकावट के अनवरत चलती रहनी चाहिए।

बैठक में मुख्यमंत्री ने बुंदेलखंड व विंध्य क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में जल जीवन मिशन के कार्यों के बारे में जानकारी ली।

जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत हैं 40951 योजनाएं

मुख्यमंत्री जी को जल जीवन मिशन के अंतर्गत सामुदायिक अंशदान के संबंध में अवगत कराया गया कि जल जीवन मिशन के तहत 40951 योजनाएं स्वीकृत हैं। इनकी कुल कार्य लागत 152521.82 करोड़ रुपये है। इसमें केंद्रांश 71714.68 व राज्यांश 71714.68 करोड़ रुपये है। इन विलेज इंफ्रास्ट्रक्चर की लागत के सापेक्ष सामुदायिक अंशदान 9092.42 करोड़ रुपये बनता है। अधिकांश योजनाओं को सोलर आधारित बनाए जाने के कारण कुल लागत में 13344 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। इसके सापेक्ष केंद्रांश के रूप में 6338 करोड़ रुपये अतिरिक्त रूप से प्राप्त होगा। अनुरक्षण व संचालन मद में राज्य सरकार की योजना काल में लगभग एक लाख करोड़ रुपये की बचत होगी।

उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा पर आधारित हैं 33229 योजनाएं

मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि उत्तर प्रदेश में 33229 योजनाएं सौर ऊर्जा पर आधारित हैं। इन पर लगभग 900 मेगावाट के सोलर पैनल लगाए गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा इस इनोवेशन को बेस्ट प्रेक्टिसेज के रूप में चिह्नित किया गया है। सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं के निर्माण के कारण प्रतिवर्ष लगभग 13 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) का उत्सर्जन कम होगा।

बैठक में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्यमंत्री रामकेश निषाद आदि मौजूद रहे।

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उत्तर प्रदेश

ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी, सीआईएसएफ की टीम जांच के लिए पहुंची

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आगरा। ई-मेल के जरिए ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. मेल आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस बिना देरी किए बम निरोधक दस्ता सहित अन्य टीमों के साथ ताजमहल पहुंचकर जांच में जुट गई है. साथ ही मेल करने वाले का भी पता लगाया जा रहा है.विश्व के सात अजूबों में से एक ताजमहल को बम से उड़ने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है। टूरिज्म विभाग को भेजे गए मेल में बदमाशों ने ताजमहल में बम विस्फोट की बात कही है। धमकी भरा ईमेल मिलते स्थानीय पुलिस प्रशासन को सफल किया गया। ताजमहल के भीतर और बाहर के इलाकों में सुरक्षा जांच की गई। ताजमहल के भीतर सीआईएसएफ की टीम ने जांच की है। ताजमहल के तमाम इलाकों को खंगाला जा रहा है। अब तक पुलिस को कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।

धमकी भरे मेल में क्या?

ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल पर्यटन विभाग को मंगलवार को मिला। ईमेल के माध्यम से मिली जानकारी के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। ईमेल में लिखा गया था कि ताजमहल में बम लगा है। यह बम सुबह 9 बजे फटेगा। ईमेल मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हुईं। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने ताजमहल परिसर में जांच शुरू कर दी।

 

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