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प्रादेशिक

लखनऊ में बढ़े कोरोना के मामले, फिर से खोले गए कोविड वार्ड

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लखनऊ। यूपी के लखनऊ में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक आई तेजी से जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। अब सभी सरकारी जिला अस्पतालों और सरकारी सहायता प्राप्त चिकित्सा शिक्षा संस्थानों को रविवार से कोविड वाडरे को फिर से खोलने का निर्देश दिया है। राज्य में बीते 24 घंटों में 13 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शहर में एक दिन में नए कोरोना मामलों की संख्या साढ़े चार महीने में पहली बार बढ़ गई है।

राज्य भर से कोरोना के बीते 24 घंटों में 33 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना मामले बढ़ने के बाद, जिला प्रशासन ने सभी चिकित्सा और प्रशासनिक कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी हैं। लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रकाश ने कहा, एकीकृत कोविड कमान और नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) को 24 घंटे काम करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, त्वरित प्रतिक्रिया टीम और निगरानी टीमों की संख्या को बढ़ा दिया जाएगा और संपर्क ट्रेसिंग के लिए तैनात किया जाएगा।

जिन इलाकों से सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, उन्हें रेड जोन में रखा जाएगा और संक्रमितों के घरों को मिनी कंटेनमेंट जोन में बदल दिया जाएगा। शहर में भी सफाई व्यवस्था बढ़ाई जाएगी। इस बीच, 13 नए संक्रमितों में से 2 ने हाल ही में देश के अन्य राज्यों की यात्रा की थी।

इनमें से 3 मामले कानपुर रोड पर एलडीए कॉलोनी, रहीम नगर, इंदिरा नगर और महानगर से दो-दो और न्यू हैदराबाद, राजाजीपुरम और कृषि भवन रोड से एक-एक मामले सामने आए हैं। एलडीए कॉलोनी के तीन मामले एक ही परिवार के हैं। पंजाब से लौटने के बाद परिवार की एक महिला सदस्य ने 12 अक्टूबर को पॉजिटिव परीक्षण किया था, जहां वह एक शादी में शामिल होने गई थी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने पूरे परिवार का परीक्षण किया और तीन सदस्यों संक्रमित हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ मनोज अग्रवाल ने कहा कि सभी संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने कहा, इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) के माध्यम से संक्रमितों की निगरानी की जा रही है और उनके सैंपल जीनोम अनुक्रमण के लिए केजीएमयू भेजे गए हैं।

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उत्तर प्रदेश

भगदड़ नहीं, तबीयत खराब होने की वजह से हुई थी सब इंस्पेक्टर अंजनी कुमार राय की मौत, अधिकारियों ने किया खुलासा

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प्रयागराज। सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि प्रयागराज महाकुंभ मेला में तैनात सब इन्स्पेक्टर अंजनी कुमार राय की भी कुम्भ में हुई भगदड़ में मौत हो गई है। हालांकि अधिकारियों ने उनकी मौत की वजह तबीयत खराब होना बताया है। उनकी तैनाती बहराइच जिले में थी। वह प्रतिनियुक्ति पर महाकुंभ नगर आए थे।

अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, महाकुंभ में तबीयत खराब होने के कारण सब इंस्पेक्टर अंजनी कुमार राय की मौत हो गई। इस बारे में जानकारी सामने आई है कि 45 वर्षीय दारोगा अंजनी कुमार राय के पेट में दर्द था। दवा लेने के बाद उन्हें कुछ आराम हुआ, लेकिन बुधवार दोपहर दोबारा उनकी तबीयत बिगड़ गई। दर्द इतना बढ़ गया कि मौत हो गई।

प्रयागराज पुलिस ने तत्काल उनके परिजनों से संपर्क कर उनकी मौत की खबर दी। जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे। मृतक अंजनी राय मूल रूप से गाजीपुर के रहने वाले थे। वह गाजीपुर के बसुका गांव के मूल निवासी बताए जाते हैं। लेकिन वर्तमान में उनका परिवार गोरखपुर में रहता है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में मातम का माहौल छा गया। पहले तो महाकुंभ में मची भगदड़ में उनकी मौत की अफवाह उड़ी, लेकिन बाद में संबंधित अधिकारी ने बताया कि उनकी मौत तबीयत खराब होने के कारण हुई है तो बात साफ हो गई।

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