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महाराष्ट्र: सीएम की कुर्सी पर बैठे शिंदे के बेटे! तस्वीर पर NCP ने कसा तंज
मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे की कुछ तस्वीरों की वजह से नया विवाद शुरू हो गया है। तस्वीर में श्रीकांत शिंदे एक कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। कुर्सी के ठीक पीछे लगे बोर्ड पर लिखा है: महाराष्ट्र शासन मुख्यमंत्री।
वायरल तस्वीर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का आरोप है कि एकनाथ शिंदे के बेटे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं। एनसीपी यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष महबूब शेख ने तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा है, मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में उनके चिरंजीवी मुख्यमंत्री का कार्यालय संभालते हैं। ऐसा लगता है कि शिंदे पिता-पुत्र मुख्यमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं। यह कौन सा साम्राज्य है? बाप नंबरी होता है, बेटा दस नंबरी होता है, महाराष्ट्र यही अनुभव कर रहा है!
श्रीकांत ने दी सफाई
श्रीकांत ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि उनकी तस्वीर ठाणे स्थित उनके निजी आवास पर ली गई थी न कि मुख्यमंत्री कार्यालय में। आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए श्रीकांत ने ट्विटर पर लिखा, ”तस्वीर ठाणे स्थित निजी निवास का है, जहां वर्षों से मैं और मेरे पिता लोगों की समस्याओं को सुनते आ रहे हैं। यह सीएम का आधिकारिक आवास या उनका सरकारी कार्यालय नहीं है।
खुर्चीच्या मुद्द्यावरून आज जी टिका करण्यात आली ती हास्यास्पद आहे.मी ज्या खुर्चीत बसलो ती मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे साहेबांची असल्याचा दावा करत त्यांच्या गैरहजेरीत काम पाहतो,असे उल्लेख करून समाजमाध्यमांवर पसरविले.मी जेथे बसलो होतो ते आमचे खासगी निवासस्थान आहेhttps://t.co/QrMA9DACHx
— Dr Shrikant Eknath Shinde (@DrSEShinde) September 23, 2022
मैं दो बार का सांसद हूं, इसलिए मुझे पता है कि कहां बैठना है और कहां नहीं बैठना है। मुख्यमंत्री शिंदे दिन में 18 से 20 घंटे काम करते हैं। जहां भी जाते हैं नागरिकों की समस्याओं का समाधान करते हैं। वह राज्य को चलाने के लिए सक्षम हैं। उनकी जगह किसी को काम करने की जरूरत नहीं है।”
त्यामुळे निरर्थक मुद्द्यांना महत्व देऊन त्यातून प्रसिद्धी मिळवण्याचा केविलवाना प्रयत्न विरोधकांनी केला. महाराष्ट्राची जनात सुज्ञ आहे. त्यांना हे सुरू असलेले राजकारण ज्ञात आहे.
— Dr Shrikant Eknath Shinde (@DrSEShinde) September 23, 2022
वायरल तस्वीर में श्रीकांत हाथ में कुछ दस्तावेजों के साथ, अधिकारियों से घिरे एक कार्यालय में बैठे दिखाई दे रहे हैं।
कुर्सी के पीछे दिख रहे महाराष्ट्र सरकार के बोर्ड और लोगो पर सफाई देते हुए श्रीकांत ने कहा, ”उस लोगो का इस्तेमाल मुख्यमंत्री के वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए किया जाता है। लोगो यहां मुख्यमंत्री कार्यालय से लाया गया था। सीएम ने पिछले कुछ महीनों में इतना कुछ किया है कि अब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा।”
मुख्यमंत्री साहेबांच्या व्हिडीओ कॉन्फरन्ससाठी त्या लोगोचा वापर केला जातो. मुख्यमंत्री कार्यालयाने हा लोगो येथे आणला होता. पण त्याचा मोठा बागुलबुवा करण्यात आला. मात्र गेल्या काही महिन्यात मुख्यमंत्री एकनाथजी शिंदे साहेबांनी एवढं काम केलं आहे की विरोधकांना मुद्देच राहिलेले नाहीत.
— Dr Shrikant Eknath Shinde (@DrSEShinde) September 23, 2022
नेशनल
कौन हैं वी नारायणन, जो बनेंगे ISRO के नए अध्यक्ष
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने वी नारायणन को इसरो का नया अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग का सचिव नियुक्त किया है। वी नारायणन 14 जनवरी से ISRO के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे और साथ ही वह अंतरिक्ष विभाग के सचिव का पद भी संभालेंगे। नियुक्ति समिति के आदेश के अनुसार वी नारायणन अगले दो सालों तक या आगामी आदेश तक इन दोनों महत्वपूर्ण पदों पर काम करेंगे।
कौन हैं इसरो के नए प्रमुख?
वी नारायणन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं। उनके पास रॉकेट और अंतरिक्षयान प्रणोदन के क्षेत्र में चार दशकों का व्यापक अनुभव है। वह वर्तमान में द्रव नोदन प्रणाली केंद्र (Liquid Propulsion Systems Centre, LPSC) के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं, जो इसरो के मुख्य केंद्रों में से एक है। वी नारायणन 1984 में ISRO में शामिल हुए और लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर (एलपीएससी) के निदेशक बनने से पहले विभिन्न पदों पर कार्य किया। प्रारंभिक चरण के दौरान, उन्होंने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में साउंडिंग रॉकेट्स और संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण यान (ASLV) और ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) के ठोस प्रणोदन क्षेत्र में काम किया।
वी नारायणन ने एब्लेटिव नोजल सिस्टम, कंपोजिट मोटर केस और कंपोजिट इग्नाइटर केस की प्रक्रिया योजना, प्रक्रिया नियंत्रण और कार्यान्वयन में योगदान दिया। फिलहाल नारायणन एलपीएससी के निदेशक हैं, जो ISRO के प्रमुख केंद्रों में से एक है, जिसका मुख्यालय तिरुवनंतपुरम के वलियामला में है, जिसकी एक इकाई बेंगलुरु में है। नारायणन के पास 40 साल का अनुभव है। वे रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट ऑपरेशन के एक्सपर्ट हैं।
14 जनवरी को रिटायर हो रहे एस सोमनाथ
ISRO के मौजूदा चेयरमैन एस. सोमनाथ ने 14 जनवरी 2022 को ISRO चेयरमैन का पद संभाला था। वे तीन साल के कार्यकाल के बाद रिटायर हो रहे हैं। उनके कार्यकाल में ISRO ने इतिहास रचा। ISRO ने न सिर्फ चांद के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग कराई, बल्कि धरती से 15 लाख किमी ऊपर लैगरेंज पॉइंट पर सूर्य के अध्ययन के लिए आदित्य-L1 भी भेजा।
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