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उत्तर प्रदेश

गर्भवतियों को फ्री अल्ट्रासाउंड के लिए सबसे अधिक आजमगढ़ में जारी किये गये ई रुपी वाउचर

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लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेशवासियों को सुगम, सस्ता और गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराने के लिए लगातार अहम कदम उठा रहे हैं। इसी के तहत योगी सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर फ्री अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए गर्भवतियों को ई रुपी वाउचर जारी किये जा रहे हैं। 9 नवंबर तक 14 लाख से अधिक वाउचर जारी किये गये हैं। इसमें सबसे अधिक आजमगढ़ में 61 हजार से अधिक वाउचर जारी किये गये हैं जबकि दूसरे नंबर पर आगरा में 56 हजार से अधिक और तीसरे नंबर पर बदायूं में 53 हजार से अधिक वाउचर जारी किये गये। बता दें कि योगी सरकार निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर फ्री सुविधा फरवरी 2023 से उपलब्ध करा रही है।

आजमगढ़ में जारी किये गये 61,019 ई रुपी वाउचर

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य को लेकर काफी गंभीर हैं। ऐसे में योगी सरकार ने गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर निःशुल्क सेवाएं प्रदान करने के लिए फरवरी 2023 में ई रुपी वाउचर योजना शुरू की थी। इसका उद्देश्य महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान समय-समय पर आवश्यक जांच की सुविधाएं को उपलब्ध कराना है ताकि उनकी और उनके अजन्मे शिशु की सेहत सुनिश्चित हो सके। इसी क्रम में शासन द्वारा 9 नवंबर तक गर्भवती महिलाओं को 14,50,238 ई रुपी वाउचर जारी किये जा चुके हैं।

वहीं गर्भवती महिलाओं द्वारा 6,81,341 ई रुपी वाउचर का लाभ उठाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ में 9 नवंबर तक सबसे अधिक 61,019 वाउचर जारी किये गये हैं। इसी के साथ आजमगढ़ वाउचर जारी करने में पहले स्थान पर है जबकि दूसरे स्थान पर आगरा है, जहां 56,512 वाउचर जारी किये गये हैं। इसी तरह तीसरे नंबर पर बदायूं हैं, जहां पर 53,733 वाउचर जारी किये गये हैं।

गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करने के लिए योगी सरकार ने उठाया था कदम

मिशन निदेशक ने बताया कि ई रुपी वाउचर जारी करने में प्रदेश के टॉप टेन जिलों में चौथे स्थान पर प्रयागराज, पांचवें स्थान पर देवरिया, छठें स्थान पर गाजियाबाद, सातवें स्थान पर गोरखपुर, आठवें स्थान पर बरेली, नौवें स्थान पर गाजीपुर और दसवें स्थान पर हरदोई है। इसी तरह सबसे कम कासगंज में 4,352 वाउचर जारी किये गये। इसके बाद भदोही में 4,876 और शामली में 5,749 ई रुपी वाउचर जारी किये गये।

योगी सरकार की ई रुपी वाउचर सुविधा का उद्​देश्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी और सुलभ बनाना है। इस योजना से न केवल महिलाओं की स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित हुई है, बल्कि भ्रष्टाचार में लगाम लगाने में भी सहायक सिद्ध हुई है। यह योजना पूरी तरह से डिजिटल है, जिससे योगी सरकार की योजना का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंच रहा है।

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उत्तर प्रदेश

प्रयागराज महाकुंभ में रोडवेज बसों से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को फील गुड कराएगी रोडवेज कुली सेवा

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प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के संकल्पित है। इसके लिए सभी प्रशासनिक विभागों की तरफ से युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन विभाग भी महाकुंभ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए कई अभियान चला रहा है ताकि आगंतुकों को किसी तरफ की दिक्कत का सामना न करना पड़े। रोडवेज कुलियों को महाकुंभ के लिए तैयार करना इसी कड़ी का हिस्सा है।

श्रद्धालुओं को होगा फील गुड

आस्था के जन समागम प्रयागराज में इस बार 41 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के कुम्भ नगरी पहुंचने का प्रशासन का अनुमान है। इन आगंतुकों में सबसे अधिक बस सेवा से प्रयागराज पहुंचेंगे। रोडवेज की यह अपेक्षा है कि कुंभ नगरी पहुचने वाले इन श्रद्धालुओं को बस स्टेशन पहुंचने पर कोई असुविधा न हो। आगंतुक अच्छा अनुभव यहां से लेकर जाएं इसके लिए राज्य सड़क परिवहन विभाग की तरफ से रोडवेज के कुलियों को भी तैयार किया जा रहा है। रोडवेज के प्रयागराज परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी का कहना है कि रोडवेज बस स्टेशन पहुंचने पर यात्रियों का सबसे पहला संपर्क रोडवेज कुलियों से होता है। ऐसे में रोडवेज कुलियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। कुलियों को यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करने के साथ महाकुंभ जाने के साधनों और मार्गों की बुनियादी जानकारी देने का अभियान इसमें शामिल होगा।

रोडवेज कुलियों को स्मार्ट बनाने की भी तैयारी

अपनी यात्रा के समापन के बाद अपना लगेज लेकर जब आप प्रयागराज रोडवेज बस स्टैंड पहुंचे तब बस के पास रेलवे प्लेटफॉम की तरह रोडवेज कुली आपकी सेवा में लिए तत्पर मिले ऐसी यूपी रोडवेज की कोशिश है। क्षेत्रीय प्रबंधक के मुताबिक प्रारम्भ में इन्हें आठ – आठ घंटे की दो शिफ्ट में काम के लिए उतारा जाएगा । इन्हें इनकी यूनिफॉर्म और बैज भी प्रदान किये गए हैं । रेलवे के कुलियों की लाल यूनिफॉर्म की जगह इन्हें नीले रंग की पैंट-शर्ट यूनिफार्म के तौर पर दी गई है । इन कुलियों की बांह पर पीतल का एक बिल्ला लगा है जिस पर उनकी पहचान का नंबर लिखा गया है । रोडवेज ने इनकी पूरी पहचान और बर्ताव को परखने के बाद इन्हें सेवा में उतारा है । आधार कार्ड और आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी करने के बाद ही कुलियों को बिल्ले दिए गए हैं । पहले बैच में सिविल लाइंस रोडवेज बस स्टैंड में 16 रोडवेज कुलियों को इस सेवा के लिए तैयार किया जा रहा है।

सीनियर सिटीजन और दिव्यांग यात्रियों के लिए खास तौर पर मददगार होगी सेवा

प्रयागराज के सिविल लाइन्स बस स्टेशन से 118 बसों का आवागमन होता है। इस बस स्टेशन में प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक रोडवेज यात्रियों का आना जाना होता है । इन सभी यात्रियों को रोडवेज के कुली अपनी सेवा देंगे । सीनियर सिटीजन और दिव्यांग यात्रियों की मदद में ये सबसे अधिक मददगार साबित होंगे । रोडवेज कुली बनवारी लाल बताते हैं कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु हमारे लिए अतिथि होंगे, खास तौर पर दिव्यांग और सीनियर सिटीजन यात्री इन्हें बस के उतरते ही पूरी विनम्रता के साथ सेवा देने के साथ हम लोग उन्हें कुंभ के मार्गों और वहां पहुंचने के लिए साधन की जानकारी भी अपनी तरफ से देंगे ताकि उन्हें वहां पहुंचने में कोई असुविधा न हो। रोडवेज की तरफ से कुलियों को सेवा देने के एवज में जो भी पैसा निर्धारित होगा उसकी रेट लिस्ट बस स्टैंड में लगाई जाएगी।

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