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अन्तर्राष्ट्रीय

चीन की पॉलिसी में फंसा नेपाल, दो करोड़ अमेरिकी डॉलर की मिली सहायता

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नेपाल। नेपाल सरकार ने प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली की चीन यात्रा से पहले इस देश से अनुदान सहायता के रूप में दो करोड़ अमेरिकी डॉलर की परियोजनाएं स्वीकार की हैं। प्रधानमंत्री के तौर पर चौथी बार पदभार ग्रहण करने के बाद यह ओली की पहली चीन यात्रा है। सूचना एवं संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ओली की चीन यात्रा की सफलता की कामना की गई तथा चीन से अनुदान सहायता के रूप में दो करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 2.70 अरब नेपाली रुपए) की परियोजनाओं को स्वीकार करने का निर्णय लिया गया।

चीन की यात्रा पर हैं पीएम ओली

सरकारी प्रवक्ता गुरुंग के अनुसार, इसके अलावा मंत्रिमंडल ने चीन सरकार द्वारा प्रस्तावित 5.60 अरब नेपाली रुपये मूल्य की परियोजनाओं के लिए 30 करोड़ चीनी युआन (लगभग 41 लाख अमेरिकी डॉलर) की राशि स्वीकार करने का भी निर्णय लिया है। नेपाल के प्रधानमंत्री ओली सोमवार को ही चीन की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए हैं। इस यात्रा के दौरान उनका चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ आपसी हित के विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करने का कार्यक्रम है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ओली अपने चीनी समकक्ष ली क्विंग के निमंत्रण पर बीजिंग की यात्रा कर रहे हैं।

पीएम ओली ने कहा क्या था?

इस बीच यहां यह भी बता दें कि, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली चीन दौरे से पहले कह था कि उनकी यात्रा के दौरान ऋण के संबंध में कोई समझौता नहीं होगा। ओली ने साफ कहा था, ‘‘हम अपने राष्ट्रीय हितों के आधार पर किसी भी देश या एजेंसी से ऋण या अनुदान तब लेते हैं, जब हमें इनकी जरूरत होती है। हमें इस आधारहीन अफवाह से प्रभावित नहीं होना चाहिए कि देश को कर्ज के बोझ तले फंसाने के लिए ऋण लिया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘चीन के साथ हमारे मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। हम संप्रभुता, स्वतंत्रता और आजादी के साथ-साथ राष्ट्र कल्याण और वैश्विक कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।’

अन्तर्राष्ट्रीय

शेख हसीना का बड़ा बयान, कहा- बांग्लादेश में सामूहिक हत्याओं के मास्टरमाइंड हैं मोहम्मद यूनुस

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न्यूयॉर्क। भारत में रह रहीं शेख हसीना ने अपने देश में हिंदू समुदाय के लोगों पर हो रहे हमले के लिए वहां की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस जन संहार करवा रहे हैं। इस कारण देश में फिर से अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है। न्यूयॉर्क में आवामी लीग के एक कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए हसीना ने यूनुस पर बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों, इस्कॉन स्थलों और अल्पसंख्यकों के अन्य धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने का आरोप लगाया।

पूर्व पीएम ने कहा, “आज मुझ पर सामूहिक हत्याओं का आरोप लगाया गया है। वास्तव में, यह मुहम्मद यूनुस ही हैं जो अपने छात्र समन्वयकों के साथ मिलकर एक सोची-समझी योजना के तहत सामूहिक हत्याओं के लिए जिम्मेदार हैं। वे ही मास्टरमाइंड हैं।” बांग्लादेश अवामी लीग (एएल) की अध्यक्ष और ‘राष्ट्रपिता’ बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की बेटी ने कहा, “शिक्षकों और पुलिस पर हमला किया जा रहा है और उनकी हत्या की जा रही है। हिंदुओं, ईसाइयों और बौद्धों पर हमला किया जा रहा है। कई चर्चों और मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है। अल्पसंख्यकों पर हमला क्यों किया जा रहा है?”

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर अल्पसंख्कों के साथ भेदभाव बरतने, उन्हें, उनके घरों और धार्मिक स्थलों को पर्याप्त सुरक्षा न देने के आरोप लगते रहे हैं। पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर इन आरोपों की तरफ दुनिया का ध्यान गया है। कृष्ण दास को ढाका के हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह एक रैली में भाग लेने चटगांव जा रहे थे। पिछले हफ्ते अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया और जेल भेज दिया। शेख हसीना ने इस गिरफ्तारी की निंदा और पुजारी की तुरंत रिहाई की मांग की।

 

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