Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

ईको टूरिज्म में यूपी के बढ़ते कदम से सीखेंगे नेपाल के अफसर

Published

on

Loading

लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म में काफी संभावनाएं बढ़ी हैं। साढ़े सात वर्ष में यहां देश-विदेश व प्रदेश के अन्य कोने से आने वाले पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। स्थानीय लोगों को पर्यटन से जोड़कर रोजगार प्रदान किया जा रहा है। सीएम योगी के नेतृत्व में ईको टूरिज्म में यूपी के बढ़ते कदम से अब नेपाल के अफसर भी सीखेंगे। बुधवार को चूका ईको टूरिज्म स्पॉट पर इंडो-नेपाल ट्रांस बॉर्डर को-ऑर्डिनेशन इवेंट फॉर बॉयोडॉइवर्सिटी कंजरवेशन इवेंट का आयोजन किया गया। इसमें दोनों देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

एसएसबी संग बॉर्डर पर जागरूकता अभियान भी चलाएगा वन विभाग

उत्तर प्रदेश वन विभाग सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) संग बॉर्डर के ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएगा। इसका उद्देश्य मानव वन्य जीव संघर्ष कम करने के साथ ही वन्य जीवों की भी सुरक्षा करना है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि मानव-वन्य जीव संघर्ष न्यूतनम करने के साथ ही वन्य जीव की सुरक्षा पर भी प्रदेश सरकार का जोर है। दोनों देश मिलकर वाइल्ड लाइफ मॉनीटरिंग करेंगे। जो वन्यजीव (खास तौर पर टाइगर, तेंदुआ, हाथी, गैंडा) इस देश से उस देश जा रहे हैं, उन्हें ट्रैक करने पर भी जोर देंगे।

लग्गाबग्गा कॉरिडोर प्रबंधन पर दोनों देशों में हुई चर्चा

भारत व नेपाल के वनाधिकारियों के मध्य लग्गाबग्गा कॉरिडोर प्रबंधन पर भी चर्चा हुई। इस एरिया में टाइगर मूवमेंट अधिक है। इनकी सुरक्षा को लेकर भी दोनों देशों के अधिकारियों में चर्चा हुई। इसके अलावा सूचनाओं के आदान-प्रदान पर जोर दिया गया। इसके अलावा संयुक्त गश्त, पर्यटन में सहयोग, समुदाय की सहभागिता से संरक्षण, अनवरत स्थानीय व उच्च स्तरीय बैठक, वन्य जीवों के भ्रमण, दोनों देशों के वनाधिकारियों ने टूरिज्म को बढ़ावा देने में सहयोग करने के साथ वन्यजीवों के आवागमन की सूचना साझा करने को लेकर चर्चा की, जिससे मानव वन जीव संघर्ष काम हो। बॉर्डर क्षेत्र की समितियां के साथ समन्वय कर वन जीव संरक्षण किया जाएगा।

इवेंट में नेपाल की ओर से कंचनपुर के डीएफओ राम बिचारी ठाकुर, चीफ वार्डन अधिकारी शुक्ला फाटा राष्ट्रीय निकुंज नेपाल मनोज के शाह, बफर जोन मैनेजमेंट काउंसिल के अध्यक्ष लव विष्ट, एनटीएनसी संरक्षण अधिकारी लक्ष्मी राज जोशी तथा भारत की ओर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह, डिप्टी कमांडेंट एसएसबी अजय बहादुर सिंह, सीनियर प्रोजेक्ट ऑफिसर डब्ल्यू डब्ल्यू एफ नरेश कुमार, प्रोजेक्ट ऑफिसर देवल कलम, कृतिका भावे आदि उपस्थित रहीं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव का लंबी बीमारी के बाद निधन

Published

on

Loading

इटावा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार तड़के एक प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया। वह 73 वर्ष के थे। यह जानकारी सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने दी। रामगोपाल ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर कहा, ‘‘मैं अत्यंत दुख के साथ ये सूचित कर रहा हूं कि मेरे अनुज राजपाल सिंह का आज सुबह चार बजे मेदांता अस्पताल, गुरुग्राम में असामयिक निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार मेरे पैतृक गांव सैफ़ई में आज दोपहर बाद किया जाएगा। प्रभु उनकी आत्मा को शांति दे और उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे। ओम शांति!’’

जानें राजपाल सिंह के बारे में-

राजपाल सिंह यादव दिवंगत सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई थे। मुलायम सिंह यादव के परिवार के सदस्य होने के बावजूद राजपाल ने सक्रिय राजनीति से दूर रहना चुना। वह वंचितों और जरूरतमंदों की मदद के लिए जाने जाते थे। उनकी पत्नी प्रेमलता यादव जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं और उनके बेटे अभिषेक यादव उर्फ अंशुल और आर्यन हैं। अंशुल लगातार दूसरी बार जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। राजपाल सिंह के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सैफई लाया गया है, जहां गुरुवार शाम को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

समाजवादी परिवार में शोक की लहर

समाजवादी पार्टी की ओर से सोशल मीडिया साइट एक्स पर जानकारी दी गई कि – राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सैफई में अपने चाचा स्वर्गीय राजपाल यादव के पार्थिव शरीर को नमन करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित किए। राजपाल के निधन से गांव में शोक की लहर है। परिवार के सभी लोग सैफई पहुंचे और राजपाल के अंतिम दर्शन किए।

मुलायम सिंह की समाधि स्थल के पास होगा अंतिम संस्कार

डॉ.रामगोपाल यादव, डिंपल यादव, शिवपाल सिंह यादव, तेज प्रताप सिंह यादव के अलावा पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता समेत परिवार के कई सदस्य श्रद्धांजलि देने के लिए गांव पहुंचे हैं। वहीं, राजपाल सिंह का अंतिम संस्कार स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की समाधि स्थल के पास में ही किया जाएगा।

Continue Reading

Trending