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नेशनल

गंगा एक्सप्रेस-वे यूपी की प्रगति के द्वार खोलेगा: प्रधानमंत्री मोदी

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लखनऊ। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज जनपद शाहजहांपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी उपस्थित थे। उन्होंने प्रधानमंत्री जी को अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी ने गंगा एक्सप्रेस-वे के ‘वॉक-थू्र’ का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाला 594 किलोमीटर लम्बाई का गंगा एक्सप्रेस-वे प्रदेश के 12 जनपदों मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ तथा प्रयागराज से होकर गुजरेगा। प्रारम्भ में 06 लेन का यह एक्सप्रेस-वे भविष्य में 08 लेन तक विस्तारित किया जा सकेगा।

प्रधानमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि माँ गंगा समस्त प्रगति व उन्नति की स्रोत, सारे सुख देने वाली तथा सारी पीड़ा सह लेने वाली हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेस-वे भी उत्तर प्रदेश की प्रगति के द्वार खोलेगा। गंगा एक्सप्रेस-वे से आच्छादित जनपदों के निवासियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 600 किलोमीटर लम्बाई के इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 36,000 करोड़ रुपये से अधिक व्यय होंगे। यह एक्सप्रेस-वे अपने साथ नये उद्योग, अनेक रोजगार तथा हजारांे युवाओं के लिए अनेक अवसर लाएगा।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि यह देश व प्रदेश बहुत बड़ा और महान है। हम सभी को देश के विकास के सामर्थ्य का खुले मन से स्वागत करना चाहिए। सरकार सही नीयत से काम करती है तो अच्छे परिणाम आते हैं। उत्तर प्रदेश ने इसे अनुभव किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व की वर्तमान राज्य सरकार से पहले की सरकारों में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति से सभी भली-भांति परिचित हैं। उस समय बेटियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठते थे। उनका स्कूल जाना मुश्किल था। व्यापारी-कारोबारी सुरक्षित नहीं थे, पलायन की खबरें आती थी। प्रधानमंत्री जी ने मुख्यमंत्री जी की सराहना करते हुए कहा कि विगत साढ़े चार वर्षाें में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने प्रदेश की स्थिति को सुधारने में बहुत परिश्रम किया है, इसलिए प्रदेश की जनता कह रही है, ‘यू0पी0 प्लस योगी बहुत है उपयोगी’।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हम अपने तप और त्याग से इस देश को बनाने वालो का गौरव गान करेंगे। देश की आजादी का अमृत महोत्सव इसी भावना का प्रतीक है। देश की आजादी के लिए जीवन समर्पित करने वालों को उचित स्थान दिलाना सभी देशवासियों का कर्तव्य और दायित्व है। इसी कड़ी में जनपद शाहजहांपुर में शहीद संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है। इसमंे शहीदों की स्मृतियांे को संजोया गया है। इससे आने वाली नई पीढ़ी को राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रेरणा मिलेगी। प्रधानमंत्री जी ने अपने सम्बोधन की शुरूआत स्थानीय भाषा में उपस्थित जन समुदाय का अभिवादन तथा शाहजहांपुर के क्रांतिकारियों पं0 राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाकउल्ला खां को स्मरण करते हुए की। उन्होंने कहा कि कल 19 दिसम्बर को इन क्रांतिवीरों को शहादत दिवस है।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आबादी के साथ ही क्षेत्रफल के मामले में भी लगभग उतना ही बड़ा है। एक छोर से दूसरे छोर तक इसकी लम्बाई लगभग 1,000 किलोमीटर है। इस प्रदेश के लिए जिस दमदार काम की जरूरत है, वह डबल इंजन की सरकार करके दिखा रही है। वह दिन दूर नहीं है, जब उत्तर प्रदेश की पहचान नेक्स्ट जेनरेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर वाले सबसे आधुनिक राज्य के रूप मंे होगी। उत्तर प्रदेश मंे वर्तमान में जो एक्सप्रेस-वे का संजाल, एयरपोर्ट, रेल के रूट बन रहे हैं, अपने साथ अनेक वरदान ला रहे हैं। इन वरदानों से लोगों के समय की बचत, सुविधा में बढ़ोत्तरी, प्रदेश के संसाधनों का सही और उत्तम उपयोग, सामर्थ्य में वृद्धि तथा प्रदेश की चौतरफा समृद्धि होगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे से एक शहर से दूसरे शहर जाने मंे कम समय लगेगा। ट्रैफिक जाम में समय बर्बाद नहीं होगा। लोग समय का बेहतर इस्तेमाल कर पाएंगे। यह एक्सप्रेस-वे पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश को ही पास नहीं लाएगा, इससे दिल्ली से बिहार आने जाने का समय भी कम होगा। इस एक्सप्रेस-वे के तैयार होने पर उद्योगों का क्लस्टर तैयार होगा। यह एक्सप्रेस-वे किसानों, पशुपालकों, एम0एस0एम0ई0 के लिए नये अवसर और सम्भावनाएं तैयार करेगा, विशेष रूप से फूड प्रॉसेसिंग उद्योगों के लिए असीम सम्भावनाएं बनेंगी। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। गंगा एक्सप्रेस-वे किसानों और नौजवानों के लिए अनन्त सम्भावनाओं का एक्सप्रेस-वे है।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण संसाधनांे के सही उपयोग को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने पैसे का कैसा इस्तेमाल किया, यह सभी जानते हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश का पैसा उत्तर प्रदेश के विकास में लगाया जा रहा है। ऐसी बड़ी परियोजनाओं से समय बचता है। समय बचता है, सुविधा बढ़ती है, संसाधनों का सही इस्तेमाल होता है तो सामर्थ्य बढ़ता है, सामर्थ्य बढ़ने से समृद्धि अपने आप आती है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में उत्तर प्रदेश का बढ़ता सामर्थ्य दिख रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के महत्वपूर्ण फेज जैसे अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स जनसेवा के लिए समर्पित हो चुके हैं। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, प्रयागराज लिंक एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे, नोएडा इण्टर नेशनल एयरपोर्ट, दिल्ली-मेरठ रैपिड हाई स्पीड कॉरिडोर जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स पर तेजी से कार्य हो रहा है। यह सब इन्फ्रास्ट्रक्चर मल्टी परपज हैं। इनमें मल्टी मोडल कनेक्टिविटी का भी ध्यान रखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 21वीं सदी में किसी देश या प्रदेश की प्रगति के लिए हाई स्पीड कनेक्टिविटी सबसे बड़ी जरूरत है। सामान तेजी से अपने गन्तव्य पहुंचेगा, तो लागत कम आएगी। इससे व्यापार में वृद्धि होगी, निर्यात बढ़ेगा, देश की अर्थव्यवस्था बढे़गी। इसलिए गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश को गति और शक्ति दोनों देगा। इसे प्रधानमंत्री गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान से भी मदद मिलेगी। इस एक्सप्रेस-वे को एयरपोर्ट, मेट्रो, वॉटरवेज, डिफेन्स कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत इसे टेलीफोन के तार, ऑटिकल फाइबर नेट, बिजली के तार, गैस ग्रिड, हाई स्पीड रेल परियोजना की सम्भावना सहित भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए बनाया गया है। भविष्य में कारगो कंटेनर वाराणसी के ड्राइ पोर्ट के माध्यम से सीधे हल्दिया पोर्ट तक भेजे जा सकेंगे।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे से किसानों, उद्यमियों, छोटे कारोबारियों, मेहनतकश नागरिकों सहित सभी को लाभ होगा। पूरा उत्तर प्रदेश एक साथ आगे बढ़ता है तो देश आगे बढ़ता है। इसलिए डबल इंजन की सरकार का पूरा फोकस उत्तर प्रदेश के विकास पर है। ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबके प्रयास’ के मंत्र के साथ उत्तर प्रदेश के विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास किया जा रहा हैं। अब उत्तर प्रदेश में भेदभाव नहीं होता, सबका भला होता है। डबल इंजन की सरकार ने उत्तर प्रदेश में न केवल लाखों की संख्या में मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए, बल्कि हर जिले में पहले से अधिक बिजली की आपूर्ति की जा रही है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारी सरकार दिन-रात गरीबों के लिए काम करती है। उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार ने गरीबों को लाखों की संख्या मंे पक्के घर बनाकर दिए। खुद का पक्का घर बनने पर व्यक्ति सम्मान के साथ जीता है। देश के लिए अच्छा करने का प्रयास करता है। हमारी सरकार में केवल जनपद शाहजहांपुर में 50 हजार लोगों को पक्के घर प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में जिन्हें घर नहीं मिले हैं, उन्हें जल्द से जल्द घर मिले, इसके लिए हमारी सरकार दिन-रात काम कर रही है। हाल ही में गरीबों को पक्के घर के लिए 02 लाख करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीब का दर्द समझने तथा गरीब के लिए काम करने वाली सरकार बनी है। पहली बार घर, बिजली, पानी, सड़क, शौचालय, गैस कनेक्शन जैसी बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। यह काम गरीब, वंचित, दलित, पीड़ित का जीवन बदलता है। वर्तमान में जनपद हरदोई व शाहजहांपुर में सड़क और मेडिकल कॉलेज दोनों बने हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पूरे प्रदेश मंे ऐसे ही मेडिकल कॉलेज खोले हैं।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि समाज में जो पिछड़ा है, उसे सशक्त करना, विकास का लाभ पहंुचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। यही भावना हमारी कृषि नीति में दिखती है। बीते वर्षाें में बीज से बाजार तक की व्यवस्था में देश के 80 प्रतिशत छोटे किसान, जिनके पास 02 हेक्टेयर से कम भूमि है, को प्राथमिकता दी गयी है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में जो धनराशि सम्मान निधि के रूप में दी गयी है, उसका लाभ छोटे किसानों को हुआ है। वर्तमान में छोटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा जा रहा है। एम0एस0पी0 में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी, रिकॉर्ड सरकारी खरीद तथा भुगतान सीधे खाते में किये जाने से छोटे किसानों को बहुत राहत मिली है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारा फोकस देश में सिंचाई के क्षेत्रफल को बढ़ाने, सिंचाई में आधुनिक तकनीक के प्रयोग पर है। इसलिए वर्तमान में 01 लाख करोड़ रुपये ग्रामीण इन्फ्रास्ट्रक्चर, भण्डारण के साधन बढ़ाने, कोल्ड स्टोरेज पर व्यय किये जा रहे हैं। हमारा प्रयास गांव के पास ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर है, जिससे जल्दी खराब होने वाली, अधिक दाम देने वाली फल-सब्जियांे की खेती को बढ़ावा मिले। इससे फूड प्रॉसेसिंग उद्योग बढ़ेगा और किसानों की आय भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने गन्ना किसानों की समस्याओं के नये समाधान खोजने का प्रयास किया। उत्तर प्रदेश गन्ना किसानों को लाभकारी मूल्य प्रदान करने में अग्रणी है। गन्ना मूल्य के भुगतान में प्रदेश सरकार ने नये प्रतिमान स्थापित किये हैं। एथेनॉल को बढ़ावा देने से कच्चे तेल पर व्यय होने वाला पैसा बच रहा है। इससे चीनी उद्योग को भी फायदा हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शाहजहांपुर की धरती काकोरी की घटना के महानायक पं0 राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाकउल्ला खां तथा परमवीर चक्र विजेता श्री यदुनाथ सिंह की धरती है। यह ‘जय जवान, जय किसान’ को चरितार्थ करने वाली धरती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के किसानों, नौजवानों, महिलाओं, श्रमिकों के लिए अहर्निश काम करने वाले हैं। प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप विगत 13 दिसम्बर को श्री काशी विश्वनाथ धाम को मूर्तरूप लेते हुए देख तथा श्रमिकों के सम्मान से पूरा देश प्रफुल्लित है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कुछ दिन पहले ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। आजादी के बाद वर्ष 2017 तक राज्य में डेढ़ एक्सप्रेस-वे बना था। वर्तमान मंे 06 एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे, मध्य उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, मध्य उत्तर प्रदेश को बुन्देलखण्ड से जोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मेरठ 12 लेन का एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे तथा बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य हुआ है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री जी द्वारा देश का नेतृत्व संभालने के साथ जोड़ने की राजनीति प्रारम्भ हुई। आजादी के बाद निरन्तर उपेक्षित मुद्दों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं, श्रमिकों को सम्मान के साथ ही आस्था को सम्मान देने का कार्य प्रधानमंत्री जी ने किया। प्रधानमंत्री जी ने प्रयागराज में स्वच्छ कुम्भ को साकार करने वाले सफाई कर्मियों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि आज का यह कार्यक्रम जोड़ने का कार्यक्रम है। गंगा एक्सप्रेस-वे आर्थिक गतिविधियों तथा रोजगार को बढ़ाने में सहायक होगा। यह जनपद मेरठ तथा जनपद प्रयागराज को जोडे़गा, इन जनपदों की दूरी कम करेगा। यह आबादी की ही नहीं दिलों की दूरी भी कम करेगा।
प्रदेश के वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने अपने स्वागत उद्बोधन में गंगा एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास के लिए जनपद शाहजहांपुर का चुनाव करने के लिए प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को सदृढ़ करेगा। इससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और बड़ी संख्या मंे रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना ने कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में देश विकास की नई कहानी लिख रहा है। प्रधानमंत्री जी जब-जब उत्तर प्रदेश आते हैं, प्रदेश के विकास को गति मिलती है। प्रधानमंत्री जी का एक-एक शब्द हम सबको प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री बी0एल0 वर्मा, प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्री जितिन प्रसाद, नगर विकास राज्यमंत्री श्री महेश चन्द्र गुप्ता, औद्योगिक विकास राज्य मंत्री श्री धर्मवीर सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

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संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

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