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प्रादेशिक

साध्वी ऋतम्भरा लखनऊ में सुनायेंगी श्रीराम की शौर्यगाथा

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लखनऊ। श्रीराम मन्दिर आन्दोलन में अहम भूमिका निभाने वालीं सुविख्यात सन्त पूज्य दीदी मां साध्वी ऋतम्भरा इस माह के अन्त में लखनऊ रहेंगी। सीतापुर रोड के सेवा अस्पताल परिसर स्थित रेवथी रिसार्ट के लाॅन में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा में वे यहां श्रद्धालुओं को कथा रसामृत पान करायेंगी।

मंगलवार को मुख्य यजमान डा. नीरज बोरा ने कथा स्थल पर भूमि पूजन व धर्म ध्वजा की स्थापना के उपरान्त यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय लोक शिक्षा परिषद के एकल अभियान के तत्त्वावधान में आयोजित श्रीराम कथा आगामी 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक प्रतिदिन पूर्वाह्न 11 से अपराह्न 2 बजे तक होगी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को हल्दी अक्षत के साथ आमंत्रण देने का अभियान आज से आरम्भ किया जा रहा है।

भूमि पूजन व कथा की तैयारी को लेकर हुए बैठक में एकल अभियान के प्रमुख कार्यकर्त्ताओं के साथ नगर की गणमान्य विभूतियां उपस्थित रहीं। बैठक में तय हुआ कि कार्यकर्त्ताओं की टोलियां घर-घर सम्पर्क कर लोगों को कथा का निमंत्रण देंगी। इसके साथ ही व्यवस्था में स्वयंसेवकों को अलग अलग जिम्मेदारी भी दी जायेगी। इस अवसर पर सर्वश्री गिरिजाशंकर अग्रवाल, भारतभूषण गुप्ता, एकल अभियान लखनऊ चैप्टर के अध्यक्ष उमाशंकर हलवासिया, उपाध्यक्ष आशीष अग्रवाल, महामंत्री भीम अग्रवाल, अनिल बंसल, बृजेश, सन्तोष शोले, रामचन्द्र, प्रमोद अग्निहोत्री, मनोज सिंह, मनोज मिश्र, अमरनाथ अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, ब्रजेश गुप्ता चंचल, अरिदमन सिंह, डा. एस.के.गोपाल, एकल अभियान लखनऊ चैप्टर महिला इकाई की अध्यक्ष कविता अग्रवाल, उपाध्यक्ष बिन्दु बोरा सहित आयोजन समिति के प्रमुख जन उपस्थित रहे।

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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

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लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

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