आध्यात्म
कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान दान करने का है विशेष महत्व, ऐसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न
नई दिल्ली। कार्तिक पूर्णिमा का सनातन धर्म में बेहद खास महत्व है। शरद पूर्णिमा के बाद कार्तिक पूर्णिमा की तिथि मां लक्ष्मी को सबसे प्रिय है। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर को है और इस दिन स्नान दान करने का विशेष महत्व माना गया है। इसके साथ ही मां लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करने से आपको अति शीघ्र ही उनकी कृपा का लाभ होता है। कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान दान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करने का भी विशेष महत्व होता है।
इसके साथ ही मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय करने से आपको लाभ होता है और आपके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।पूर्णिमा तिथि को मां लक्ष्मी की पूजा के लिए सबसे योग्य माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन वह बहुत प्रसन्नचित होती हैं और भक्तों को मनचाहा फल देती हैं। इन उपायों को करने से आपके घर में सुख समृद्धि बढ़ती है और आर्थिक कष्ट से मुक्ति मिलती है।
कार्तिक पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय-
कार्तिक पूर्णिमा पर पीपल के पेड़ का उपाय
कार्तिक पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी प्रसन्न मुद्रा में पीपल के पेड़ पर वास करती हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान करके अन्न जल ग्रहण करने से पहले पीपल के पेड़ पर दूध में श्क्कर मिलाकर चढ़ाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा से आपके जीवन से सभी आर्थिक संकट दूर होते हैं।
मां लक्ष्मी को लगाएं खीर का भोग
कार्तिक पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को केसर की खीर का भोग लगाएं और विधि विधान से मां लक्ष्मी की पूजा करें। उनकी पूजा में पीली कौड़ियां चढ़ाएं और अगले दिन सुबह उन कौड़ियों को अपने धन के स्थान में रख दें। ऐसा करने से आपके घर में साल भर सुख समृद्धि बनी रहेगी और मां लक्ष्मी आप पर मेहरबान होंगी।
चंद्रमा को दें अर्घ्य
पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा की पूजा करने से आपको विशेष लाभ होता है। चंद्रमा को अर्घ्य देने से आपको मां लक्ष्मी की कृपा का विशेष लाभ होगा। इस दिन चंद्रमा को रात में चांदी के लोटे में दूध, जल, शक्कर और सफेद फूल से अर्घ्य दें। ऐसा करने से आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और मां लक्ष्मी की कृपा से आपको धन की प्राप्ति होती है।
कार्तिक पूर्णिमा पर करें ये उपाय
कार्तिक पूर्णिमा के दिन अपने घर के मुख्य द्वार पर आम का पल्लव लगाना चाहिए और दोनों तरफ हल्दी से स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। ऐसा करने से आपके घर की तरफ सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होगी और मां लक्ष्मी के चरण आपके घर में पड़ेंगे। आपके घर में धन वैभव और ऐश्वर्य बढ़ेगा आपके परिवार के लोगों की तरक्की होगी।
कार्तिक पूर्णिमा पर दीपदान का उपाय
कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र नदियों में जाकर दीपदान करने का भी विशेष महत्व माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से आपको कर्ज से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी भी आपसे प्रसन्न होती हैं। अगर आपके आसपास कोई नदी नहीं है तो आप घर के ईशान कोण में पूरी रात गाय के घी का दीपक जलाकर रखें।
डिसक्लेमर: उपरोक्त जानकारी के पूर्णतया सत्य व सटीक होने का हमारा दावा नहीं है। अपनाने से पूर्व संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
आध्यात्म
मौनी अमावस्या स्नान के पहले नव्य प्रकाश व्यवस्था से जगमग हुई कुम्भ नगरी प्रयागराज
महाकुम्भ नगर। त्रिवेणी के तट पर आस्था का जन समागम है। महाकुम्भ के इस आयोजन को दिव्य ,भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए इससे जुड़े शहर के उन मार्गों और चौराहों को भी आकर्षक स्वरूप दिया गया है जहां से होकर पर्यटक और श्रद्धालु महा कुम्भ पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में अब सड़क किनारे के वृक्षों को रोशनी के माध्यम से नया स्वरूप दिया गया है।
मौनी से पहले शहर की प्रकाश व्यवस्था को दिया गया नया लुक
प्रयागराज महा कुम्भ आ रहे आगंतुकों के स्वागत के लिए की कुम्भ नगरी की सड़कों को सजाया गया, शहर के चौराहे सुसज्जित किए गए और बारी है सड़क के दोनों तरह मौजूद हरे भरे वृक्षों को नया लुक देने की । नगर निगम प्रयागराज ने इस संकल्प को धरती पर उतारा है। नगर निगम के मुख्य अभियंता ( विद्युत ) संजय कटियार बताते हैं कि शहर में सड़क किनारे लगे वृक्षों का नया लुक देने के यूपी में पहली बार नियॉन और थीमेटिक लाइट के संयोजित वाली प्रकाश व्यवस्था लागू की गई है। इस नई व्यवस्था में शहर के महत्वपूर्ण मार्गों के 260 वृक्षों के तनों, शाखाओं और पत्तियों में अलग अलग थीम की रोशनी लगाई गई है। इनमें नियॉन और स्पाइरल लाइट्स को इस तरह संयोजित किया गया है जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कैसे रात के अंधेरे में पूरा वृक्ष आलोकित हो गया है। शहर से गुजरकर महा कुम्भ जाने वक्ष पर्यटक और श्रद्धालु इस भव्य प्रकाश व्यवस्था का अवलोकन कर सकेंगे।
शहर के 8 पार्कों में भी लगाए म्यूरल्स
सड़कों और चौराहों के अलावा शहर के अंदर के छोटे बड़े पार्कों में भी पहली बार उन्हें सजाने के लिए नए ढंग से संवारा गया है। नगर निगम के चीफ इंजीनियर ( विद्युत) संजय कटियार का कहना है कि शहर के चयनित आठ पार्कों में पहली बार कांच और रोशनी के संयोजन से म्यूरल्स बनाए गए हैं जो वहां से गुजरने वालों का ध्यान खींच रहे हैं। 12 तरह के म्यूरल्स इन पार्कों में लगाए गए हैं जो बच्चों के लिए खास तौर पर आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। इसके पूर्व शहर शहर की 23 प्रमुख सड़कों , आरओबी , और फ्लाईओवर्स पर स्ट्रीट लाइट और पोल पर अलग-अलग थीम पर आधारित रंग-बिरंगे डिजाइन वाले मोटिव्स लगाए गए थे ।
-
नेशनल3 days ago
गणतंत्र दिवस स्पेशलः तीन भारतीय बिजनेसमैन जिन्होंने अपने अंदाज में लिया अंग्रेजों से बदला
-
नेशनल3 days ago
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देशवासियों को दी गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं, संविधान को बताया हर भारतीय का सुरक्षा कवच
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
पाकिस्तान में 4 लोगों को अजीबोगरीब सजा, मौत का फरमान सुनाने के साथ ही 80 साल कैद की सजा
-
खेल-कूद2 days ago
कोल्डप्ले का शो देखने पहुंचे भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह
-
नेशनल3 days ago
अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीएसएफ ने फहराया तिरंगा, जवानों को बांटी मिठाई
-
राजनीति3 days ago
नितीश कुमार की मानसिक स्थिति ठीक नहीं – आरजेडी नेता तेजस्वी यादव
-
उत्तराखंड2 days ago
यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड, इस मौके पर क्या बोले सीएम धामी
-
नेशनल2 days ago
वृंदावन के प्रसिद्ध संत बाबा प्रेमानंद दास महाराज जी की तबीयत बिगड़ी, भक्तों में भारी मायूसी