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सनातन धर्म को खत्म करने की हसरत वाले खाक हो गए: उदयनिधि के बयान पर हंगामा जारी

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Udhayanidhi Controversial statementcomment on Sanatana Dharma

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नई दिल्ली। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पर हंगामा जारी है। इसे लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है। अब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी उदयनिधि के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने की हसरत लिए कितने ही खाक हो गए।

अनुराग ठाकुर ने बोला हमला

पंजाब के फगवाड़ा में मीडिया से बात करते हुए उदयनिधि स्टालिन के बयान पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने वाले कितने ही खाक हो गए, हिंदुओं को खत्म करने वाले राख हो गए। घमंडिया गठबंधन के घमंडियों, सनातन था, सनातन है और सनातन रहेगा।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के नेताओं द्वारा लगातार सनातन धर्म और हिंदुओं के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है। बंगाल में रामनवमी के जुलूस पर हमला होता है तो कोई विपक्षी नेता हिंदू धर्म पर जुबानी हमले कर रहे हैं, हिंदू आतंकवाद की बात कर रहे हैं, लेकिन देश की जनता इसका जवाब देगी।

भाजपा ने राहुल गांधी की चुप्पी पर उठाए सवाल

उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर भाजपा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तीखा हमला बोला। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा का उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से कर रहे हैं, लेकिन राहुल गांधी और नीतीश कुमार ने अभी तक इस पर चुप्पी साधी हुई है। राहुल गांधी सिर्फ चुनाव के दौरान, वोटबैंक के लिए ही हिंदू होते हैं। विपक्षी गठबंधन हिंदू विरोधी है, यह भारतीय संस्कृति और सनातन के खिलाफ हैं।

गोवा सीएम ने की सख्त कार्रवाई की मांग

वहीं उप्र के दौरे पर पहुंचे गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने उदयनिधि स्टालिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें (उदयनिधि स्टालिन) इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

बयान पर जारी हंगामे के बावजूद उदयनिधि स्टालिन ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह अभी भी अपने बयान पर कायम हैं और कहा कि वह आगे भी कहते रहेंगे कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए।

बता दें कि उदयनिधि स्टालिन ने तमिलनाडु में सनातन उन्मूलन सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मलेरिया का कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इन्हें खत्म करना होगा। सनातन धर्म, सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।

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शराब घोटाला: केजरीवाल के खिलाफ चलेगा केस, एलजी ने ईडी को दी मंजूरी

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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैँ। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने ईडी को आबकारी नीति मामले में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। 5 दिसंबर को ईडी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी।

ईडी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और कस्टमाइज शराब नीति बनाकर निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी का यह भी कहना है कि केजरीवाल ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इस रकम को छुपाने की कोशिश भी की। बता दें यह मामला राउज एवेन्यू कोर्ट में पहले से दर्ज है।

ईडी ने जो शिकायत दायर कि है उसमें आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और एक विशेष शराब नीति तैयार करके उसे लागू करके निजी संस्थाओं को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी ने अभियोजन शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अपराध की आय से लगभग 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनावों में केजरीवाल की मिलीभगत और सहमति से आप के प्रचार के लिए किया गया।

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि आप अपराध की आय का ‘मुख्य लाभार्थी’ थी और केजरीवाल राष्ट्रीय संयोजक और राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य होने के नाते गोवा चुनावों के दौरान धन के उपयोग के लिए जिम्मेदार थे। ED ने रिपोर्ट में उल्लेख किया कि अरविंद केजरीवाल ने इस पीओसी (अपराध की आय) को नकद हस्तांतरण/हवाला हस्तांतरण के माध्यम से पीढ़ी से लेकर उपयोग तक छुपाया है। इसलिए, आरोपी अरविंद केजरीवाल वास्तव में और जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध से जुड़ी अलग अलग प्रक्रियाओं और गतिविधियों में शामिल हैं, यानी पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम), 2002 की धारा 3 के तहत परिभाषित उत्पादन, अधिग्रहण, कब्जा, छिपाना, हस्तांतरण, उपयोग और इसे बेदाग होने का दावा करना है।

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