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उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने पीएम के दौरे से पहले काशी में लिया तैयारियों का जायजा

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वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम वाराणसी पहुंचे। सीएम योगी ने यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी आगमन की तैयारियों का जायजा लिया। सीएम योगी सबसे पहले मेंहदीगंज में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के संग मीटिंग करके वाराणसी और आस-पास के जनपदों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने विकास की सभी परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

इससे पहले सीएम का हेलीकाप्टर सेवापुरी के मेहंदीगंज स्थित पीएम मोदी के प्रस्तावित जनसभा स्थल पर उतारा। सीएम योगी ने यहां पीएम की सुरक्षा, जनसभा स्थल पर पार्किंग, जनता के आवागमन, नेताओं के रूट समेत प्रमुख बिंदुओं की जानकारी ली। इस दौरान मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने जनसभा स्थल का रूट मैप मुख्यमंत्री को दिखाया और हर प्वाइंट की जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने सुरक्षा दायरा, आंतरिक सुरक्षा डी और बाह्य सुरक्षा की जानकारी सीएम योगी को दी। वहीं लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर को मूवमेंट से संबंधित सभी सड़कों को चेक करने और मरम्मत करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया। इसके अलावा जनसभा स्थल पर हेलीपैड को भी मुख्यमंत्री ने देखा और बैरिकेडिंग की उचित व्यवस्था करने के लिए अफसरों को निर्देशित किया। साथ ही डीएफओ को कार्मिकों की ड्यूटी लगाकर चिह्नित स्थल को पूरी तरह जन्तु-जानवरों से मुक्त रखने का निर्देश दिया। इस दौरान बीजेपी जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य और पूर्व विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह ‘औढ़े’ मौजूद रहे।

बता दें कि तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी का 18 जून को वाराणसी आगमन प्रस्तावित है। पीएम मेहदीगंज में जनसभा और किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वह बाबा विश्वनाथ का दर्शन करेंगे व मां गंगा की आरती में भी शामिल होंगे। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी व प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुटा हुआ है। इसी क्रम में सीएम योगी स्वयं वाराणसी पहुंचकर तैयारियों जायजा लेने पहुंचे हैं।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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