Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

सावन के आखिरी शुक्रवार को रखा जाता है वरलक्ष्मी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

Published

on

Varalaxmi Vratham 2023

Loading

नई दिल्ली। वैसे तो हर शुक्रवार मां लक्ष्‍मी को समर्पित होता है, लेकिन सावन के आखिरी शुक्रवार का व्रत वरलक्ष्‍मी व्रत कहा जाता है। इस बार यह वरलक्ष्मी व्रत 25 अगस्‍त को है। वरलक्ष्मी व्रत विवाहित महिलाओं के लिए बहुत खास होता है। इस दिन मां लक्ष्‍मी की विधि विधान से पूजा की जाती है और कन्‍याओं को दान-पुण्‍य किया जाता है।

वरलक्ष्‍मी व्रत का महत्‍व

वरलक्ष्‍मी व्रत सभी मान्‍यताओं को पूरा करने वाला माना गया है। पौरा‍णिक मान्‍यताओं के अनुसार वरलक्ष्‍मी माता भगवान विष्‍णु की पत्नी मानी जाती हैं और उन्‍हें महालक्ष्‍मी का अवतार बताया जाता है। वरलक्ष्‍मी माता की पूजा करने पर वह घर को धन-धान्‍य से भर देती हैं।

विवाहित महिलाओं के लिए यह व्रत सबसे खास होता है। आपके घर में सुख समृद्धि बढ़ती है और परिवार के सदस्‍यों में एकता बढ़ती है। इस व्रत को करने से संतान सुख की भी प्राप्ति होती है।

वरलक्ष्मी व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त

25 अगस्‍त यानी कि सावन के आखिरी शुक्रवार को वरलक्ष्मी व्रत रखा जाएगा। यह व्रत उप्र के कुछ हिस्‍सों के अलावा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और उड़ीसा के लोग रखते हैं। इस दिन सिंह लग्‍न की पूजा सुबह 5 बजकर 55 मिनट से सुबह 7 बजकर 42 मिनट तक होगी।

उसके बाद वृश्चिक लग्‍न की पूजा दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से 2 बजकर 36 मिनट तक होगी। कुंभ लग्‍न की पूजा शाम को 6 बजकर 22 मिनट से लेकर रात को 7 बजकर 50 मिनट तक होगी। उसके बाद वृषभ लग्‍न की पूजा रात को 10 बजकर 50 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक की जाती है।

वरलक्ष्मी व्रत का पूजा मंत्र

वरलक्ष्मीर्महादेवि सर्वकाम-प्रदायिनी

यन्मया च कृतं देवि परिपूर्णं कुरुष्व तत्

वरलक्ष्‍मी व्रत की पूजा विधि

वरलक्ष्‍मी व्रत के दिन महिलाएं सुबह जल्‍दी उठकर स्‍नान कर लें और स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण कर लें। इस दिन घर की भी अच्‍छे से साफ-सफाई करनी चाहिए। पूरे घर में गंगाजल छिड़ककर उसे पवित्र कर लें। घर के बाहर रंगोली बनाएं और मुख्‍य द्वार के दोनों ओर स्‍वास्तिक बनाना चाहिए।

मां लक्ष्‍मी और भगवान विष्‍णु की प्रतिमा को पंचामृत से स्‍नान करवाएं और उसके बाद भगवान को नए वस्‍त्र पहनाएं और उनका श्रृंगार करें। इस दिन मां लक्ष्‍मी की पूजा दीपावली के जैसे की जाती है। भगवान गणेश की भी पूजा करें। उसके बाद भोग और आरती करके पूजा संपन्‍न करें।

Continue Reading

आध्यात्म

मौनी अमावस्या स्नान के पहले नव्य प्रकाश व्यवस्था से जगमग हुई कुम्भ नगरी प्रयागराज

Published

on

Loading

महाकुम्भ नगर। त्रिवेणी के तट पर आस्था का जन समागम है। महाकुम्भ के इस आयोजन को दिव्य ,भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए इससे जुड़े शहर के उन मार्गों और चौराहों को भी आकर्षक स्वरूप दिया गया है जहां से होकर पर्यटक और श्रद्धालु महा कुम्भ पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में अब सड़क किनारे के वृक्षों को रोशनी के माध्यम से नया स्वरूप दिया गया है।

मौनी से पहले शहर की प्रकाश व्यवस्था को दिया गया नया लुक

प्रयागराज महा कुम्भ आ रहे आगंतुकों के स्वागत के लिए की कुम्भ नगरी की सड़कों को सजाया गया, शहर के चौराहे सुसज्जित किए गए और बारी है सड़क के दोनों तरह मौजूद हरे भरे वृक्षों को नया लुक देने की । नगर निगम प्रयागराज ने इस संकल्प को धरती पर उतारा है। नगर निगम के मुख्य अभियंता ( विद्युत ) संजय कटियार बताते हैं कि शहर में सड़क किनारे लगे वृक्षों का नया लुक देने के यूपी में पहली बार नियॉन और थीमेटिक लाइट के संयोजित वाली प्रकाश व्यवस्था लागू की गई है। इस नई व्यवस्था में शहर के महत्वपूर्ण मार्गों के 260 वृक्षों के तनों, शाखाओं और पत्तियों में अलग अलग थीम की रोशनी लगाई गई है। इनमें नियॉन और स्पाइरल लाइट्स को इस तरह संयोजित किया गया है जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कैसे रात के अंधेरे में पूरा वृक्ष आलोकित हो गया है। शहर से गुजरकर महा कुम्भ जाने वक्ष पर्यटक और श्रद्धालु इस भव्य प्रकाश व्यवस्था का अवलोकन कर सकेंगे।

शहर के 8 पार्कों में भी लगाए म्यूरल्स

सड़कों और चौराहों के अलावा शहर के अंदर के छोटे बड़े पार्कों में भी पहली बार उन्हें सजाने के लिए नए ढंग से संवारा गया है। नगर निगम के चीफ इंजीनियर ( विद्युत) संजय कटियार का कहना है कि शहर के चयनित आठ पार्कों में पहली बार कांच और रोशनी के संयोजन से म्यूरल्स बनाए गए हैं जो वहां से गुजरने वालों का ध्यान खींच रहे हैं। 12 तरह के म्यूरल्स इन पार्कों में लगाए गए हैं जो बच्चों के लिए खास तौर पर आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। इसके पूर्व शहर शहर की 23 प्रमुख सड़कों , आरओबी , और फ्लाईओवर्स पर स्ट्रीट लाइट और पोल पर अलग-अलग थीम पर आधारित रंग-बिरंगे डिजाइन वाले मोटिव्स लगाए गए थे ।

Continue Reading

Trending