Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर उपराष्ट्रपति ने की भव्य कार्यक्रम की शुरुआत

Published

on

Loading

लखनऊ। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अवध शिल्प ग्राम, लखनऊ में उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे। 24 से 26 जनवरी तक प्रदेश भर में चलने वाले इस भव्य आयोजन में प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, विकास की यात्रा और आर्थिक सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया जा रहा है।

प्रदेश की छह विभूतियों को मिला उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान

प्रदेश के विकास और गौरव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले छह विशिष्ट व्यक्तियों को “उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान” से सम्मानित किया गया। इनमें वाराणसी के कृष्णकांत शुक्ल, वृंदावन मथुरा के उद्यमी एवं पर्यावरणविद् हिमांशु गुप्ता, कानपुर के कृषि उद्यमी मनीष वर्मा, बुलंदशहर की महिला उद्यमी कृष्णा यादव, बुलंदशहर के ही कृषि विशेषज्ञ कर्नल सुभाष देशवाल, और बहराइच के केला उत्पादन विशेषज्ञ डॉ. जय सिंह शामिल हैं। इन सभी को उपराष्ट्रपति द्वारा 11 लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

सीएम युवा उद्यमी विकास अभियान का हुआ शुभारंभ

कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (सीएम युवा) के ई-पोर्टल का शुभारंभ किया। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनाना है। 21 से 40 वर्ष की आयु के युवाओं को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा। पहले चरण में 5 लाख रुपये तक का ऋण और दूसरे चरण में 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा। अब तक इस योजना के तहत 27,500 आवेदन प्राप्त हुए हैं और ₹254 करोड़ का ऋण स्वीकृत किया गया है। इस अवसर पर पांच लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से चेक वितरित किए गए। इनमें लखनऊ के आकाश अवस्थी, अयोध्या के कृष्ण कुमार विश्वकर्मा, अमरोहा के अमित कुमार और सोनल शर्मा, तथा गोरखपुर के अक्षांश राज सिंह शामिल हैं।

महिला उद्यमिता और परंपरागत हस्तशिल्प को बढ़ावा

कार्यक्रम के दौरान परंपरागत शिल्प और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने वाले कई व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। वाराणसी की हस्तशिल्पी निशा देवी, गोरखपुर के जीतेन्द्र और आगरा के एमएसएमई पुरस्कार विजेता शिशिर अस्थाना को मंच पर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, संत कबीर पुरस्कार के लिए गोरखपुर के रजिउल हसन और वाराणसी की अंगिका कुशवाहा को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।

उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता का हुआ भव्य प्रदर्शन

इस आयोजन में उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता का भव्य प्रदर्शन किया गया। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए कलाकारों ने अपने लोक नृत्य और संगीत से उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। विशेष रूप से, प्रसिद्ध लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी की प्रस्तुति ने समारोह को और भी रंगीन बना दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के विकास की कहानी पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।

प्रदेश में हर जिले में आयोजन

उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर राज्य के सभी 75 जिलों में विविध सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। महाकुम्भ के सेक्टर-7 और नोएडा शिल्पग्राम में भी विशेष कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है, जो प्रदेश की समृद्ध विरासत और विकास यात्रा की कहानी बयां कर रहे हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ 2025 : समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने संगम में लगाई डुबकी

Published

on

Loading

महाकुंभ नगर। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव प्रयागराज के महाकुंभ मेले में पहुंचे और संगम में स्नान किया। अखिलेश का स्नान करते हुए वीडियो भी सामने आया है। स्नान के बाद वह नेता जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करेंगे। बता दें कि महाकुंभ में स्नान के लिए करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और ये सिलसिला लगातार जारी है।

हालही में अखिलेश ने महाकुंभ को लेकर कही थी ये बात

हालही में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ के आंकड़ों पर सवाल खड़े किए थे। अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाकुंभ को लेकर कहा था कि सरकार का हर आंकड़ा फर्जी है। उन्होंने कहा था कि कुछ ट्रेनें खाली जा रही है। सुनने में ये भी आया है कि गोरखपुर वाली ट्रेन खाली गई है। मोटी-मोटी बात ये है कि भाजपा का हर आंकड़ा फर्जी है।

अखिलेश ने सरकार पर नोटबंदी से लेकर जीएसटी तक के लिए निशाना साधा था। अखिलेश ने कहा था कि याद कीजिए नोटबंदी में इन्होंने कहा था कि काला धन खत्म हो जाएगा। आज भ्रष्टाचार कितना बढ़ गया है। इस नोटबंदी के बाद जीएसटी आया, व्यापारियों का नुकसान हुआ, व्यापारी बर्बाद हो गए। अब नयी लड़ाई सामने आई है कि कानपुर में सभी व्यापारी शहर छोड़कर जा रहे हैं।

अखिलेश यादव ने कानपुर से कारोबार के जाने का ठीकरा जीएसटी पर फोड़ा था। अखिलेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि इन्होंने इन्वेस्टमेंट मीट कराया जिससे कोई भी फायदा नहीं हुआ, लेकिन जो कारोबारी पहले से थे, जिनका कारोबार चल रहा था वह कानपुर छोड़कर जा रहे हैं, लखनऊ छोड़कर जा रहे हैं। ये इनके जीएसटी वसूली और भ्रष्टाचार के कारण जा रहे हैं। जब ये खबरें और लोग जानेंगे तो जो यूपी में निवेश करने आने वाले थे वो भी नहीं आएंगे।

Continue Reading

Trending