Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

यूपी में जारी है ड्रग माफिया के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई, 6 जिलों में बनाई जा रही फॉरेंसिक लैब

Published

on

Loading

लखनऊ|अवैश नशे के सौदागरों के खिलाफ योगी सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। नार्को नेक्सस की कमर तोड़ने के लिए योगी सरकार अब एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) को और अधिक ताकतवर बनाने जा रही है। इस संबंध में विभाग की ओर से शासन को कुछ प्रस्ताव भी भेजे गये हैं। यहां से हरी झंडी मिलते ही एएनटीएफ का एक ओर जहां विस्तार होगा, वहीं अवैध नशे के सौदागरों पर कार्रवाई और तेज हो जाएगी। योगी सरकार की ओर से अवैध नशे के सौदागरों को जल्द से जल्द और सख्त सजा दिलाने के लिए प्रदेश के छह जिलों में नई फॉरेंसिक लैब का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। इसके साथ ही विभाग द्वारा कार्रवाई के दौरान कोई अनहोनी ना घटे और पुरस्कृत करने के लिए जोखिम भत्ता देने पर विचार विमर्श किया जा रहा है।

युद्धस्तर पर हो रहा 6 फॉरेंसिक लैब का निर्माण कार्य

मादक पदार्थों का अवैध धंधा करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए प्रदेश के छह जिलों में अत्याधुनिक फॉरेंसिक लैब बनाने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। यह नई लैब सहारनपुर, अयोध्या, बांदा, बस्ती, मीरजापुर और आजमगढ़ में बनाई जा रही है। ऐसे में प्रदेश में कुल 18 फॉरेंसिक लैब हो जाएंगी। मालूम हो कि वर्तमान में 12 लैब विभिन्न जिलों में क्रियाशील हैं। एएनटीएफ डीआईजी ने बताया कि अभी तक फारेंसिक लैब तक पकड़े गये मादक पदार्थों की जांच भेजने के लिए काफी समय लगता है। वहीं इन सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में 15 दिन से अधिक का समय लगता है। उन्होंने बताया कि नई फॉरेंसिक लैब के संचालन से मादक पदार्थों की जांच को पहुंचाने में कम समय लगेगा। साथ ही इन सैंपल की जांच रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर मिल जाएगी, जिससे कोर्ट में प्रभावी पैरवी से नशे के सौदागरों को सलाखों के पीछे भेजने में मदद मिलेगी।

एएनटीएफ के पुलिस कर्मियों को मिलेगा जोखिम भत्ता

यूपी पुलिस मुख्यालय के एडीजी की ओर से शासन को यूपी में अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की तरह एएनटीएफ को भी जोखिम भत्ता देने के लिए प्रस्ताव दिया था, जिस पर शासन स्तर पर विचार विमर्श चल रहा है। इसी तरह एएनटीएफ के संचालित थानों क्रमश: मेरठ, बाराबंकी, गोरखपुर, गाजीपुर, झांसी और सहारनपुर के अधिकार क्षेत्र के बंटवारे को लेकर पर शासन स्तर पर मंथन चल रहा है। जल्द ही इस पर भी मुहर लग सकती है। इसके अलावा एएनटीएफ को आधुनिक उपकरण की खरीद के लिए 37.25 लाख की धनराशि जल्द ही जारी की जाएगी।

एएनटीएफ ने छह माह में 16.68 करोड़ के मादक पदार्थ किए जब्त

मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवैध नशे के सौदागरों की कमर तोड़ने के लिए अगस्त 2022 में एएनटीएफ के गठन की घोषणा की थी, जिसके बाद एएनटीएफ ने तोबड़तोड़ कार्रवाई की। पिछले छह माह में कुल 16 कार्रवाई प्रदेश के 11 जिलों में की गई। एएनटीएफ डीआईजी अब्दुल हमीद ने बताया कि विभिन्न जिलों से अब तक करीब दस किलो अवैध स्मैक, 21.02 किलो अवैध अफीम, 7.1 किलो अवैध चरस, 966.498 किलो गांजा को जब्त किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 16.68 करोड़ है। इन कार्रवाई के दौरान टीम ने अपराधियों के पास से 13 वाहन, 1 अवैध पिस्टल .32 बोर, 9 जिंदा कारतूस बरामद करते हुए 36 अवैध नशे के सौदागरों को गिरफ्तार किया है। इन कार्रवाइयों को देखते हुए शासन की ओर से एएनटीएफ को और सशक्त बनाने पर कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ 2025 : मौनी अमावस्या से पहले ही प्रयागराज महाकुंभ में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

Published

on

Loading

प्रयागराज। प्रयागराज में सनातनी आस्था के महापर्व महाकुंभ का आज 15वां दिन है। सुबह से ही लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा रहे हैं। महाकुंभ में भीड़ लगातार रिकॉड तोड़ रही हैं। आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या से पहले ही प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। शनिवार और रविवार की छुट्टी का असर साफ देखने को मिल रहा है और हर दिशा से श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ रहे हैं। रेलवे स्टेशन, बस अड्डे और हाइवे पर श्रद्धालुओं का सैलाब देखा जा सकता है।

प्रयागराज में लोगों की भीड़ ही भीड़

मौनी अमावस्या के स्नान से पहले ही करोड़ों लोग यहां पहुंच रहे हैं। वीडियो में ये जो जन सैलाब दिखाई दे रहा हैं ये मेले के एंट्री पॉइंट यानि परेड ग्राउंड का हैं। लाखो की भीड़ पैदल चलती चली जा रही हैं। कुंभ मेले में प्रवेश करते ही भीड़ इतनी बढ़ रही है कि लोग एक-दूसरे से टकरा-टकरा कर चलने को मजबूर है। आज कुम्भ में आने वाले लोगों की भीड़ देखकर साफ है कि मौनी अमावस्या के स्नान पर 8-10 करोड़ लोगों की भीड़ आएगी।

मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस ने कसी कमर

पिछले दो दिनों (शुक्रवार और शनिवार) में ही सवा करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया है। मौनी अमावस्या के दिन करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।

मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस की हरसंभव कोशिश है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस ने अमृत स्नान पर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां की हैं और पूरे मेला क्षेत्र को ‘वाहन निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया गया है।

संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे। इसमें कहा गया है कि श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है और इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा।

संगम पर अत्यधिक भीड़ जमा न हो, इसके लिए आईसीसीसी (इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर) निगरानी करेगा और भीड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्यवाही के लिए विशेष दल तैनात किए गए हैं।

प्रमुख मार्गों पर खास निगरानी की जा रही है, साथ ही अराजक और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।

मेला क्षेत्र में अतिक्रमण कर लगाई गई अवैध दुकानों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा के लिए साफ और चौड़ी सड़कें उपलब्ध कराई जा सकें। स्वच्छता कर्मियों को साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

 

 

 

Continue Reading

Trending