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उत्तर प्रदेश

कौन है भोले बाबा, जिनके सत्संग में मची भगदड़ में गई सैकड़ों जानें

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में बाबा भोले के सत्संग में मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या 121 तक पहुंच गई है। जबकि 200 से ज्यादा घायल हैं। मृतकों में अभी कईयों की पहचान नहीं हो पाई है। इसके लिए प्रशासन की ओर मृतकों की सूची जारी की गई है। इस बीच एक सवाल उठने लगा है कि आखिर वह भोले बाबा कौन है, जिनका सत्संग सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थें।भोले बाबा के नाम से विख्यात बाबा पश्चिमी यूपी में काफी लोकप्रिय हैं। इनका सत्संग सुनने के लिए आसपास के राज्यों से भी लोग आते हैं और लाखों की संख्या में उनके अनुयायी हैं।

भोले बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ था। पटियाली तहसील में गांव बहादुर में जन्मे भोले बाबा खुद को गुप्तचर यानी इंटेलीजेंस ब्यूरो का पूर्व कर्मचारी बताते हैं। उनका दावा है कि 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़ धार्मिक प्रवचन करने लगे। उनका दावा है कि 18 साल की नौकरी से VRS लेने के बाद भगवान से साक्षात्कार हुआ। नौकरी से त्यागपत्र देकर सूरज पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए। पटियाली में अपना आश्रम बनाया। गरीब और वंचित समाज में तेजी से प्रभाव बनाने वाले भोले बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है। बताया जाता है कि कई IAS-IPS भी उनके भक्त हैं। उनके सत्संग नें बड़े नेता और अधिकारी भी पहुंचते हैं। भोले बाबा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली समेत देशभर में लाखों अनुयायी हैं।

आपको बता दें कि भोले बाबा अन्य लोगों की तरह भगवाधारी ना होकर सफेद सूट और सफेद जूता पहनते हैं। इसके उलट बाबा के सेवादार काले कपड़ों में दिखाई देते हैं। ये सेवादार प्रत्येक मंगलवार को होने वाले कार्यक्रम की पूरी जिम्मेदारी जैसे भोजन, पानी और ट्रैफिक संभालते हैं। बाबा की खासियत है कि भले ही उनके सोशल मीडिया पर ढेरों फालोवर ना हों लेकिन जमीनी स्तर पर बाबा के लाखों भक्त हैं।

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में पत्नी और चार बेटियों का हत्यारा बदर गिरफ्तार, 25 हजार रु का था इनाम

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लखनऊ। राजधानी के नाका इलाके में एक जनवरी को होटल के कमरे में अपने बेटे के साथ मिलकर परिवार के पांच लोगों की हत्या करने के आरोपी बदर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 27 दिनों तक पुलिस को चकमा देने के बाद बदर को लखनऊ से ही पकड़ा गया। पुलिस ने इस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

बदर की तलाश में लखनऊ, आगरा, कानपुर और संभल समेत कई जिलों की पुलिस टीम जुटी हुई थी। पुलिस ने आरोपी की फोटो सोशल मीडिया पर जारी कर जनता से उसकी जानकारी देने की अपील की थी। आखिरकार, सरोजनीनगर के एक स्थानीय व्यक्ति की मदद से पुलिस को बदर को पकड़ने में सफलता मिली।

पुलिस ने जब उससे हत्या की वजह पूछी तो बदर ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। दबाव बनाने पर भी वह गुमराह करने वाले जवाब देता रहा। पुलिस को आशंका है कि बदर, अरशद की ही तरह गलत बयान देकर जांच को भटकाने की कोशिश कर रहा है।

पत्नी बेटियों की हत्या कर फरार था

नाका स्थित शरणजीत होटल में 31 दिसंबर की रात बदर अपने बेटे अरशद के साथ मिलकर पत्नी व बेटियों की हत्याकर फरार हो गया था। बदर आगरा का रहने वाला था और 30 दिसंबर 2024 को अपने परिवार के साथ लखनऊ आया हुआ था। हत्या के बाद से ही बदर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही थी। नाका पुलिस ने कोर्ट से बदर का एनबीडब्ल्यू भी जारी कराया था, जिसके बाद डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने गिरफ्तारी के लिए बदर पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। डीसीपी ने बताया कि आरोपी बदर को गिरफ्तार कर लिया है, उससे पूछताछ की जा रही है।

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