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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार ने प्रदेश के 122 सीएचसी को कायाकल्प अवार्ड दिलाने को कसी कमर

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लखनऊ: योगी सरकार स्वास्थ्य इकाइयों में मरीजाें को गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयासरत है। ऐसे में सीएम योगी के निर्देश पर जिला अस्पताल से लेकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) प्रमाण पत्र दिलाने के लिए तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य इकाइयों को कायाकल्प अवार्ड के लिए भी तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक ने 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का जल्द से जल्द एक्सटर्नल एसेसमेंट कराने के निर्देश दिए हैं।

इन स्वास्थ्य इकाइयों का किया जाता है एक्सटर्नल एसेसमेंट

मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए स्वास्थ्य इकाइयों का टेक्नोलॉजी से जोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के सभी अपर निदेशकों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जारी पत्र में मिशन निदेशक डॉ पिंकी जोवेल ने निर्देश दिये हैं कि 24 से 29 दिसंबर के बीच इन सभी स्वास्थ्य इकाइयों का एक्सटर्नल एसेसमेंट करा लिया जाए। हर स्वास्थ्य इकाई के लिए बाकायदा तीन-तीन एसेसर और एसेसमेंट की तारीख निर्धारित कर दी गई है। पत्र के अनुसार कानपुर व जौनपुर में सात-सात, बरेली व सिद्धार्थनगर में छह-छह, कानपुर देहात व शाहजहांपुर में पांच-पांच, लखनऊ, वाराबंकी, वाराणसी, बस्ती, संतकबीरनगर, आगरा, बुलंदशहर, भदोही व मथुरा में चार-चार, फतेहपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, संभल, पीलीभीत, बागपत, जीबी नगर, सहारनपुर, फिरोजाबाद, एटा, अलीगढ़, अंबेडकरनगर, मिर्जापुर व उन्नाव में तीन-तीन, अमेठी, औरेया, हाथरस में दो-दो, लखीमपुर खीरी, कासगंज, प्रयागराज में एक-एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का एक्सटर्नल एसेसमेंट किया जाना है।

इन मानकों को पूरा करने पर दिया जाता है कायाकल्प अवार्ड

• बेहतर चिकित्सा सुविधा
• स्वास्थ्य केंद्र में साफ़-सफ़ाई, स्वच्छता
• अपशिष्ट पदार्थों के प्रबंधन और संक्रमण नियंत्रण पद्यति बेहतर

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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ 2025 : मौनी अमावस्या से पहले ही प्रयागराज महाकुंभ में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

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प्रयागराज। प्रयागराज में सनातनी आस्था के महापर्व महाकुंभ का आज 15वां दिन है। सुबह से ही लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा रहे हैं। महाकुंभ में भीड़ लगातार रिकॉड तोड़ रही हैं। आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या से पहले ही प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। शनिवार और रविवार की छुट्टी का असर साफ देखने को मिल रहा है और हर दिशा से श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ रहे हैं। रेलवे स्टेशन, बस अड्डे और हाइवे पर श्रद्धालुओं का सैलाब देखा जा सकता है।

प्रयागराज में लोगों की भीड़ ही भीड़

मौनी अमावस्या के स्नान से पहले ही करोड़ों लोग यहां पहुंच रहे हैं। वीडियो में ये जो जन सैलाब दिखाई दे रहा हैं ये मेले के एंट्री पॉइंट यानि परेड ग्राउंड का हैं। लाखो की भीड़ पैदल चलती चली जा रही हैं। कुंभ मेले में प्रवेश करते ही भीड़ इतनी बढ़ रही है कि लोग एक-दूसरे से टकरा-टकरा कर चलने को मजबूर है। आज कुम्भ में आने वाले लोगों की भीड़ देखकर साफ है कि मौनी अमावस्या के स्नान पर 8-10 करोड़ लोगों की भीड़ आएगी।

मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस ने कसी कमर

पिछले दो दिनों (शुक्रवार और शनिवार) में ही सवा करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया है। मौनी अमावस्या के दिन करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।

मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस की हरसंभव कोशिश है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस ने अमृत स्नान पर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां की हैं और पूरे मेला क्षेत्र को ‘वाहन निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया गया है।

संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे। इसमें कहा गया है कि श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है और इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा।

संगम पर अत्यधिक भीड़ जमा न हो, इसके लिए आईसीसीसी (इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर) निगरानी करेगा और भीड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्यवाही के लिए विशेष दल तैनात किए गए हैं।

प्रमुख मार्गों पर खास निगरानी की जा रही है, साथ ही अराजक और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।

मेला क्षेत्र में अतिक्रमण कर लगाई गई अवैध दुकानों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा के लिए साफ और चौड़ी सड़कें उपलब्ध कराई जा सकें। स्वच्छता कर्मियों को साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

 

 

 

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