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यूपी की खुशहाली के लिए बतौर सीएम योगी आदित्यनाथ ने 125वीं बार बाबा विश्वनाथ के दर पर लगाई हाजिरी
वाराणसी। योगी आदित्यनाथ की बाबा विश्वनाथ में प्रगाढ़ आस्था है। काशी के लगभग हर दौरे पर मुख्यमंत्री बाबा के दरबार में हाजिरी लगाकर आस्था निवेदित करते हैं। सूबे के मुखिया के रूप में कड़क निर्णय लेकर जहां उत्तर प्रदेश की समृद्धि के लिए वे सदैव समर्पित रहते हैं तो दूसरी तरफ गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में मंदिरों में पहुंचकर उत्तर प्रदेश की खुशहाली की कामना करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को काशी विश्वनाथ में 125वीं बार दर्शन-पूजन किया। काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ व काशी कोतवाल काल भैरव के दरबार में सवा सौ बार हाजिरी लगाने वाले योगी आदित्यनाथ इकलौते मुख्यमंत्री हैं। किसी मुख्यमंत्री का 125 बार बाबा विश्वनाथ का दर्शन करना सनातन के प्रति समर्पण का भाव दिखाता है। बतौर सीएम योगी आदित्यनाथ मार्च 2023 में बाबा के दर्शन का शतक लगा चुके हैं।
*औसतन हर महीने काशी पहुंचकर दर्शन करते हैं सीएम योगी*
योगी आदित्यनाथ 2017 में मुख्यमंत्री बने। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य की जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुए व्यस्तता के बावजूद योगी आदित्यनाथ कभी भी अध्यात्म और धर्म से दूर नहीं हुए। योगी आदित्यनाथ औसतन महीने में एक या कभी-कभी दो बार काशी का दौरा जरूर करते हैं। उनका दौरा कभी एक तो कभी दो दिन का भी होता है। योगी आदित्यनाथ अपने पहले और दूसरे कार्यकाल (2017 से अगस्त 2024) में करीब 125 बार बाबा विश्वनाथ के धाम में शीश नवा चुके हैं। ऐसा करने वाले वे पहले मुख्यमंत्री हैं। योगी आदित्यनाथ आदियोगी के दर्शन के साथ ही संकट मोचन और दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर आदि में भी दर्शन कर चुके हैं।
*भूमिपूजन से उद्घाटन तक के भी साक्षी रहे योगी*
श्री काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्विकास के लिए भूमिपूजन से लेकर उद्घाटन तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर पल के साक्षी रहे हैं। धाम का कोना-कोना उनकी निगरानी में बना है। पुनर्विकास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं की हर सुविधा का ध्यान देते रहे। इसका परिणाम भी सामने दिखने लगा। श्री काशी विश्वनाथ धाम में मिलने वाली सुविधाओं और सुगम दर्शन से लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बाबा विश्वनाथ के दरबार में अधिकांशतः पूजा करने वाले वरिष्ठ अर्चक श्रीकांत मिश्र कहते हैं कि प्रदेश के प्रतिनिधि के तौर पर मुख्यमंत्री का निष्ठ भाव व अंतर्मन से बाबा से जुड़ने का भाव दिखता है। योगी जी हमेशा देश, प्रदेश और लोक कल्याण के भाव से बाबा की पूजा करते है।
*बॉक्स*
*सीएम योगी आदित्यनाथ का काशी विश्वनाथ के दरबार में दर्शन-पूजन*
26 मई 2017 से 11 दिसंबर 2022 –93 बार
8 जनवरी 2023 से 17 दिसंबर 2023 —20 बार
13 फरवरी से 2024 से 17 अगस्त 2024 –12 बार
*2024 में सीएम योगी आदित्यनाथ का बाबा के दर पर पूजन-अर्चन*
वर्ष 2024 -13 /14 फरवरी -114
वर्ष 2024 –9 /10 मार्च -115
वर्ष 2024 -3 अप्रैल -116
वर्ष 2024-11/12 मई -117
वर्ष 2024 -13 /14 मई- 118
वर्ष 2024 21 / 22 मई -119
वर्ष 2024 -25 /26 मई- 120
वर्ष 2024 -27 मई -121
वर्ष 2024 -14 जून -122
वर्ष 2024 -18 जून -123
वर्ष 2024 -22 जुलाई -124
वर्ष 2024 -17 अगस्त -125
उत्तर प्रदेश
जो लोग महाकुम्भ तक नहीं पहुंच पाते उन तक पहुंचेगा कुम्भवाणीः सीएम योगी
महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को सर्किट हाउस में महाकुम्भ के अवसर पर प्रसार भारती के एफएम चैनल कुम्भवाणी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने एफएम चैनल के सफल होने की आकांक्षा व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा विश्वास है कि यह एफएम चैनल न सिर्फ लोकप्रियता की नई ऊंचाई हासिल करेगा, बल्कि महाकुम्भ को दूरदराज के उन गांवों तक भी ले जाएगा जहां लोग चाहकर भी यहां नहीं पहुंच पाते हैं। उन लोगों तक इन सुविधाओं के माध्यम से हम महाकुम्भ की हर जानकारी पहुंचाएंगे। सीएम योगी ने कहा कि दूर दराज में रहने वालों के लिए इस तरह का सजीव प्रसारण कर पाएंगे तो उनको भी सनातन गौरव के इस महासमागम को जानने, सुनने और आने वाली पीढ़ी को बताने का अवसर प्राप्त होगा। सीएम ने कुम्भवाणी चैनल शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना प्रसारण मंत्रालय व प्रसार भारती को भी धन्यवाद दिया।
जहां कनेक्टिविटी के इश्यू वहां भी पहुंचेगा चैनल
सीएम योगी ने कहा कि वास्तव में लोक परंपरा और लोक संस्कृति को आम जन तक पहुंचाने के लिए हमारे पास जो सबसे पहले माध्यम था वो आकाशवाणी ही था। मुझे याद है कि बचपन में हम आकाशवाणी के माध्यम से उस समय प्रसारित होने वाले रामचरित मानस की पंक्तियों को बड़े ध्यान से सुना करते थे। समय के अनुरूप तकनीक ब़ढ़ी और लोगों ने विजुअल माध्यम से भी दूरदर्शन के माध्यम से सचित्र उन दृश्यों को देखना प्रारंभ किया। बाद में निजी क्षेत्र के भी कई चैनल आए, लेकिन समय की इस प्रतिस्पर्द्धा के अनुरूप खुद को तैयार करना और दूरदराज के क्षेत्रों में जहां पर कनेक्टिविटी के इश्यू होते हैं वहां पर बहुत सारी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए प्रसार भारती के एफएम चैनल ने 2013, 2019 और अब 2025 में भी कुम्भवाणी के नाम पर इस विशेष एफएम चैनल को शुरू करने की कार्यवाही प्रारंभ की है।
समाज को बांटने वाले देखें यहां पंथ, जाति, सम्प्रदाय का कोई भेद नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि सनातन गौरव और गर्व का एक महाआयोजन है, एक महासमागम है। जिसको सनातन धर्म के गौरव और गरिमा को देखना हो तो वो कुम्भ का दर्शन करे, यहां आकर अवलोकन करे। जो लोग एक संकीर्ण दृष्टि से सनातन धर्म को देखते हैं, साम्प्रदायिक मतभेद, भेदभाव या छुआछूत के नाम पर लोगों को बांटने का काम करते हैं उन लोगों को आकर देखना चाहिए कि यहां पर न पंथ का भेद है, न जाति का भेद है, न छुआछूत है, न कोई लिंग का भेद है। सभी पंथ और सम्प्रदाय एक साथ एक ही जगह स्नान करते हैं। सभी लोग एक जगह आकर आस्था की डुबकी लगाकर सनातन गर्व के संदेश को पूरे देश और दुनिया तक लेकर जाते हैं। यह एक आध्यात्मिक संदेश है। इस अवसर पर पूरी दुनिया यहां पर एक घोंसले के रूप में देखने को मिलती है।
लोगों में सच्ची श्रद्धा का भाव जगाने में महत्वपूर्ण होगी भूमिका
सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के बहुत सारे लोगों का यहां पर आगमन शुरू हो चुका है। वो आस्था की डुबकी लगाकर आध्यात्म की गहराइयों को समझने का प्रयास करना चाहते हैं। यह अद्भुत क्षण है और इस अद्भुत क्षण को प्रसार भारती ने कुम्भवाणी के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। पूरे दिन भर के कुम्भ के कार्यक्रमों को न सिर्फ आंखों देखा हाल के माध्यम से बल्कि महाकुम्भ के आयोजन के साथ जुड़े हुए हमारे धार्मिक उद्धरणों को भी दूर दराज के गांवों में प्रसारित करने का काम कुम्भवाणी करेगा। जब भी हम सनातन धर्म के इस गौरव को पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाएंगे तो यह मानकर चलिए कि आमजन के मन में इसके प्रति सच्ची श्रद्धा का भाव होगा। उन्होंने कहा कि जब कोविड महामारी आई थी और लॉकडाउन प्रारंभ हुआ था तब जैसे ही दूरदर्शन ने रामायण सीरियल दिखाना प्रारंभ किया तो दूरदर्शन की टीआरपी बढ़ गई थी। आज तो एफएम चैनल युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय है। निश्चित रूप से इसका लाभ प्रसार भारती को प्राप्त होगा।
इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री डॉ एल मुरुगन ने सीएम योगी का आभार जताया। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक,जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, ओमप्रकाश राजभर, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष नवनीत सहगल उपस्थित रहे।
103.5 मेगाहर्ट्ज पर प्रसारित होगा एफएम चैनल
महाकुम्भ से जुड़ी सभी तरह की जानकारियों के लिए प्रसार भारती ने ओटीटी बेस्ड कुम्भवाणी एफएम चैनल की शुरुआत की है। यह चैनल 103.5 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी पर प्रसारित होगा। यह चैनल 10 जनवरी से 26 फरवरी तक ऑन एयर रहेगा। इसका प्रसारण प्रातः 5.55 बजे से रात्रि 10.05 तक इसका प्रसारण होगा।
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