राजनीति
शिक्षक से नेता बने अवध ओझा
नई दिल्ली। पीएससी (UPSC) के सेलेब्रिटी शिक्षक अवध ओझा ने राजनीति में एंट्री कर ली है। अवध ओझा दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए हैं। अवध ओझा आप पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और आप नेता मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए।
रिपोर्ट के मुताबिक अवध ओझा दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि वो किस सीट से चुनाव लड़ेंगे इसकी अभी जानकारी सामने नहीं आई है। ऐसा पहली बार नहीं है जब, अवध ओझा के राजनीति में आने की बात सामने आई है। इससे पहले अवध ओझा भाजपा की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे।
AAP में शामिल होने के बाद क्या बोले अवध ओझा?
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद अवध ओझा ने कहा, ”मैं अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे राजनीति में आकर शिक्षा के लिए काम करने का अवसर दिया। शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो परिवार समाज और राष्ट्र की आत्मा है। जितने भी देश दुनिया में महान हुए उनकी पृष्ठभूमि में कहीं ना कहीं शिक्षा का योगदान रहा। आज मैं अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत पर एक बात साझा करना चाहता हूं कि राजनीति में आकर शिक्षा का विकास मेरा सर्वोत्तम उद्देश्य है।”
उत्तर प्रदेश
बीजेपी का आरोप, संभल हिंसा को लेकर विपक्षी दल राजनीति कर रहे हैं
लखनऊ। संभल में बीते 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद जमकर राजनीति हो रही है। एक ओर विरोधी दल इस हिंसा के लिए योगी सरकार और बीजेपी को जिम्मेदार बता रहे हैं तो दूसरी ओर बीजेपी सपा नेताओं को जिम्मेदार बता रही है। इस हिंसा में मारे गए पांच लोगों के अलावा पीड़ितों के परिवार से मुलाकात करने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पूरी कोशिश कर रही है।
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के संभल जाने को लेकर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “संभल हिंसा को लेकर विपक्षी दल जो राजनीति कर रहे हैं, वह उचित नहीं है। हमारी प्रतिबद्धता शांति स्थापित करने को लेकर है। न्यायालय में इसका मामला विचाराधीन है। जो भी निर्णय होगा, उसका हम अनुपालन करेंगे। रविवार को न्यायिक आयोग ने इलाके का जायजा लिया, अपनी रिपोर्ट में वो जो भी कहेंगे, हम उसकी निष्पक्ष कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।
सरकार किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं देगी।” विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के लोग सिर्फ वोटों की फसल काटने के लिए इस प्रकार की बात कर रहे हैं। हम हर स्थिति में पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं और किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं मिलने वाली है।” बता दें कि संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के नेता वहां पर जाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, प्रशासन ने जिले में बाहरी लोगों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
नेताओं के संभल जाने की सूचना पर पुलिस ने टोल प्लाजा पर मुस्तैदी बढ़ा दी है। वहीं, एक दिन पहले हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की टीम रविवार को कोतवाली परिसर पहुंची थी। हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज देवेंद्र कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में टीम ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मौजूदा हालात का जायजा लिया। आयोग की टीम ने शाही जामा मस्जिद में पहुंचकर वहां की स्थिति का भी जायजा लिया।
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