Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

ओला इलेक्ट्रिक अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए खोलेगी 3200 नए स्टोर्स

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए एक बड़े प्लान पर काम कर रहा है। देशभर में अपने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की पहुंच बढ़ाने के लिए ओला इलेक्ट्रिक अपने स्वामित्व वाले स्टोर्स की संख्या बढ़ाकर 4000 करने जा रहा है। ओला इलेक्ट्रिक ने सोमवार को एक बयान में कहा कि कंपनी 20 दिसंबर, 2024 तक अपने स्टोर्स की संख्या बढ़ाकर 4000 करेगा। अभी पूरे देश में ओला के अपने स्टोर्स की संख्या 800 है। यानी कंपनी सिर्फ 20 दिनों में 3200 नए स्टोर्स खोलेगी।

2025 के आखिर तक 10,000 पार्टनर्स को जोड़ने की योजना

ओला इलेक्ट्रिक ने अपने बयान में कहा कि सभी नए स्टोर्स में ग्राहकों को सर्विस की सुविधाएं मिलेंगी, जिससे देश भर में कंपनी का सर्विस नेटवर्क मजबूत होगा। ओला इलेक्ट्रिक के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर भाविश अग्रवाल ने कहा, ‘‘ हमारे विस्तृत ‘डायरेक्ट-टु-कंज्यूमर’ (डी2सी) नेटवर्क और हमारे नेटवर्क पार्टनर प्रोग्राम के तहत ‘टचपॉइंट’ के साथ, हम बड़े और मझोले शहरों से पूरे देश में पहुंच कायम करेंगें।’’ कंपनी की योजना अपने ‘नेटवर्क पार्टनर कार्यक्रम’ के तहत 2025 के आखिर तक सेल्स और सर्विस में 10,000 पार्टनर्स को शामिल करने की है।

Continue Reading

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

Published

on

Loading

मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

Continue Reading

Trending