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उत्तर प्रदेश

अयोध्या की नई पहचान बनी है, इसे संभाल के रखना अयोध्यावासियों का दायित्व: मुख्यमंत्री योगी

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अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विगत 7 साल में अयोध्या को नई पहचान मिली है। ये पहचान आसानी से नहीं, बल्कि लंबे संघर्ष के बाद मिली है और इसे बचाए रखने का दायित्व भी अयोध्यावासियों का होना चाहिए। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए अयोध्यावासियों से कहा कि नकारात्मक शक्तियों के मन में आपके प्रति सम्मान नहीं बल्कि दिखावटीपन है। कहा कि जिन्हें अत्याचार में भी वोट बैंक दिखाई देता है, वो आपके हितैषी कैसे हो सकते हैं। सीएम योगी शनिवार को मिल्कीपुर में अयोध्या विद्यापीठ परिसर में श्रीराम दरबार और अशर्फी भवन अयोध्या धाम के पूज्य आचार्यों की दिव्य एवं भव्य प्रतिमा के स्थापना कार्यक्रम के दौरान जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

कोई हमें हमारे मूल्यों से डिगा नहीं सकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि परिस्थितियां सम हों या विषम, कोई हमें हमारे मूल्यों से डिगा नहीं सकता। उन्होंने बांग्लादेश के हालात पर बोलते हुए कहा कि वहां प्रताड़ित होने वाले 90 प्रतिशत हिन्दू दलित समाज का हिस्सा हैं, मगर वहां के हिन्दू यहां के वोट बैंक नहीं हैं तो सभी के मुंह सिले हुए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा करना हमारा दायित्व है। सीएम योगी ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दू होना गलती नहीं है, बल्कि सौभाग्य है और उनकी रक्षा करना और पीड़ा के वक्त उसके साथ खड़ा होना हमारा दायित्व है। मानवता के नाते उसकी रक्षा करना हमारा दायित्व है। ये काम हम हमेशा करेंगे।

…उन्हें डर लगता है कि इससे यहां का उनका वोट बैंक न खिसक जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जो नकारात्मक ताकते हैं, जो राम, कृष्ण को नहीं मानते, भारतीयता के प्रति सम्मान का भाव नहीं रखते, जो दुनिया के किसी कोने में कोई हिन्दू प्रताणित हो रहा है तो उसके लिए आवाज नहीं उठा सकते, क्योंकि उन्हें डर लगता है कि इससे यहां का उनका वोट बैंक न खिसक जाए। जिनको दुनिया के अंदर होने वाले अत्याचार में वोट बैंक दिखाई देता है, वो आपके हितैषी कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि राक्षसी वृत्तियां जब भी प्रबल हों, उनका मुकाबला करने के लिए हमें तैयार होना होगा। सीएम योगी ने कहा कि हमारी आजादी सुरक्षित होगी, तभी हमारा भविष्य भी सुरक्षित होगा।

…वरना आने वाली पीढ़ियां हमें कोसेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने हित और अहित को पहचानना होगा, देखना होगा कि हमें कहां और कैसे सुरक्षा मिलेगी, कौन हमारे हितैषी हैं, कौन विरोधी हैं। समय रहते इसका विचार करना होगा, वरना आने वाली पीढ़ियां हमें कोसेगी। सीएम योगी ने काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी महोत्सव का जिक्र करते हुए पं रामप्रसाद बिस्मिल, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाकउल्लाह खां और चंद्रशेखर आजाद के देशप्रेम को नमन किया। मुख्यमंत्री ने सभी से आगामी 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराने, तिरंगा यात्राएं निकालने का आह्वान किया।

पवित्र विग्रहों और पूज्य संतों की प्रतिमाओं की स्थापना मेरा सौभाग्य

मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें अयोध्या धाम की पावन धरा पर श्रीराम दरबार के पवित्र विग्रहों और पूज्य संतों की प्रतिमाओं की स्थापना का गौरव प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि अपने धर्माचरण से भारत भूमि को पवित्र करके श्रीराम जन्मभूमि के आंदोलन को अपने हाथों में लेने वाले पूज्य स्वामी मधुसूदनाचार्य जी महाराज, जगद्गुरु रामानुजाचार्य माधवाचार्य की दिव्य प्रतिमाओं की स्थापना का कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि इन पूज्य संतों की साधना को मूर्त रूप देने के लिए न केवल आज अयोध्या विद्यापीठ के रूप में धर्म जागरण के बृहद कार्यक्रम को अपने हाथ में लिया गया है, साथ ही आधुनिक शिक्षा देने का कार्य भी किया जा रहा है।

संतों ने अपनी साधना से लोगों के जीवन को बदलने का कार्य किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब संतों की साधना मूर्त रूप लेती है तो ऐसे संस्थान हम सबको देखने को मिलते हैं। मधुसूदना जी महाराज ने अयोध्या धाम के साथ साथ पूरे देश के अलग अलग क्षेत्र को अभिसिंचित करने का कार्य किया। रामानुजाचार्य पूज्य स्वामी माधवाचार्य जी महाराज का कार्यकाल भले ही अल्प रहा हो, लेकिन अपनी साधना के साथ उन्होंने लोगों के जीवन को बदलने का कार्य किया। सीएम योगी ने अयोध्या विद्यापीठ के माध्यम से कोरोना जैसी महामारी के वक्त किये गये लोक कल्याणकारी कार्यों को याद किया। कहा कि जब पूरी दुनिया हताश थी तब हमारे धर्मस्थल और पूज्य संत और ऐसे संस्थान लोक कल्याण के अभियान के साथ जुड़े थे।

इनकी रही मौजूदगी

अयोध्या विद्यापीठ परिसर में श्रीराम दरबार और अशर्फी भवन अयोध्या धाम के पूज्य आचार्यों की दिव्य एवं भव्य प्रतिमा के स्थापना कार्यक्रम में जगद्गुरू रामानुजाचार्य, स्वामी श्रीधराचार्य जी महाराज, रंग महल के संत श्रीराम शरण दास जी महाराज, महंत भरतदास जी महाराज, स्वामी अनंताचार्य जी महाराज, महंत रामलखन दास जी महाराज, करुणादास जी महाराज, स्वामी रामदास जी महाराज सहित संतजन उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रदेश सरकार में मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा, पूर्व सांसद लल्लू सिंह, विधायक रामचंद्र यादव, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, बीजेपी जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा, अयोध्या विद्यापीठ के पदाधिकारीगण, अशर्फी धाम के भक्तगण, छात्र-छात्राएं और अभिभावकगण सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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