Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

अयोध्या की नई पहचान बनी है, इसे संभाल के रखना अयोध्यावासियों का दायित्व: मुख्यमंत्री योगी

Published

on

Loading

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विगत 7 साल में अयोध्या को नई पहचान मिली है। ये पहचान आसानी से नहीं, बल्कि लंबे संघर्ष के बाद मिली है और इसे बचाए रखने का दायित्व भी अयोध्यावासियों का होना चाहिए। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए अयोध्यावासियों से कहा कि नकारात्मक शक्तियों के मन में आपके प्रति सम्मान नहीं बल्कि दिखावटीपन है। कहा कि जिन्हें अत्याचार में भी वोट बैंक दिखाई देता है, वो आपके हितैषी कैसे हो सकते हैं। सीएम योगी शनिवार को मिल्कीपुर में अयोध्या विद्यापीठ परिसर में श्रीराम दरबार और अशर्फी भवन अयोध्या धाम के पूज्य आचार्यों की दिव्य एवं भव्य प्रतिमा के स्थापना कार्यक्रम के दौरान जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

कोई हमें हमारे मूल्यों से डिगा नहीं सकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि परिस्थितियां सम हों या विषम, कोई हमें हमारे मूल्यों से डिगा नहीं सकता। उन्होंने बांग्लादेश के हालात पर बोलते हुए कहा कि वहां प्रताड़ित होने वाले 90 प्रतिशत हिन्दू दलित समाज का हिस्सा हैं, मगर वहां के हिन्दू यहां के वोट बैंक नहीं हैं तो सभी के मुंह सिले हुए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा करना हमारा दायित्व है। सीएम योगी ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दू होना गलती नहीं है, बल्कि सौभाग्य है और उनकी रक्षा करना और पीड़ा के वक्त उसके साथ खड़ा होना हमारा दायित्व है। मानवता के नाते उसकी रक्षा करना हमारा दायित्व है। ये काम हम हमेशा करेंगे।

…उन्हें डर लगता है कि इससे यहां का उनका वोट बैंक न खिसक जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जो नकारात्मक ताकते हैं, जो राम, कृष्ण को नहीं मानते, भारतीयता के प्रति सम्मान का भाव नहीं रखते, जो दुनिया के किसी कोने में कोई हिन्दू प्रताणित हो रहा है तो उसके लिए आवाज नहीं उठा सकते, क्योंकि उन्हें डर लगता है कि इससे यहां का उनका वोट बैंक न खिसक जाए। जिनको दुनिया के अंदर होने वाले अत्याचार में वोट बैंक दिखाई देता है, वो आपके हितैषी कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि राक्षसी वृत्तियां जब भी प्रबल हों, उनका मुकाबला करने के लिए हमें तैयार होना होगा। सीएम योगी ने कहा कि हमारी आजादी सुरक्षित होगी, तभी हमारा भविष्य भी सुरक्षित होगा।

…वरना आने वाली पीढ़ियां हमें कोसेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने हित और अहित को पहचानना होगा, देखना होगा कि हमें कहां और कैसे सुरक्षा मिलेगी, कौन हमारे हितैषी हैं, कौन विरोधी हैं। समय रहते इसका विचार करना होगा, वरना आने वाली पीढ़ियां हमें कोसेगी। सीएम योगी ने काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी महोत्सव का जिक्र करते हुए पं रामप्रसाद बिस्मिल, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाकउल्लाह खां और चंद्रशेखर आजाद के देशप्रेम को नमन किया। मुख्यमंत्री ने सभी से आगामी 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराने, तिरंगा यात्राएं निकालने का आह्वान किया।

पवित्र विग्रहों और पूज्य संतों की प्रतिमाओं की स्थापना मेरा सौभाग्य

मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें अयोध्या धाम की पावन धरा पर श्रीराम दरबार के पवित्र विग्रहों और पूज्य संतों की प्रतिमाओं की स्थापना का गौरव प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि अपने धर्माचरण से भारत भूमि को पवित्र करके श्रीराम जन्मभूमि के आंदोलन को अपने हाथों में लेने वाले पूज्य स्वामी मधुसूदनाचार्य जी महाराज, जगद्गुरु रामानुजाचार्य माधवाचार्य की दिव्य प्रतिमाओं की स्थापना का कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि इन पूज्य संतों की साधना को मूर्त रूप देने के लिए न केवल आज अयोध्या विद्यापीठ के रूप में धर्म जागरण के बृहद कार्यक्रम को अपने हाथ में लिया गया है, साथ ही आधुनिक शिक्षा देने का कार्य भी किया जा रहा है।

संतों ने अपनी साधना से लोगों के जीवन को बदलने का कार्य किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब संतों की साधना मूर्त रूप लेती है तो ऐसे संस्थान हम सबको देखने को मिलते हैं। मधुसूदना जी महाराज ने अयोध्या धाम के साथ साथ पूरे देश के अलग अलग क्षेत्र को अभिसिंचित करने का कार्य किया। रामानुजाचार्य पूज्य स्वामी माधवाचार्य जी महाराज का कार्यकाल भले ही अल्प रहा हो, लेकिन अपनी साधना के साथ उन्होंने लोगों के जीवन को बदलने का कार्य किया। सीएम योगी ने अयोध्या विद्यापीठ के माध्यम से कोरोना जैसी महामारी के वक्त किये गये लोक कल्याणकारी कार्यों को याद किया। कहा कि जब पूरी दुनिया हताश थी तब हमारे धर्मस्थल और पूज्य संत और ऐसे संस्थान लोक कल्याण के अभियान के साथ जुड़े थे।

इनकी रही मौजूदगी

अयोध्या विद्यापीठ परिसर में श्रीराम दरबार और अशर्फी भवन अयोध्या धाम के पूज्य आचार्यों की दिव्य एवं भव्य प्रतिमा के स्थापना कार्यक्रम में जगद्गुरू रामानुजाचार्य, स्वामी श्रीधराचार्य जी महाराज, रंग महल के संत श्रीराम शरण दास जी महाराज, महंत भरतदास जी महाराज, स्वामी अनंताचार्य जी महाराज, महंत रामलखन दास जी महाराज, करुणादास जी महाराज, स्वामी रामदास जी महाराज सहित संतजन उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रदेश सरकार में मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा, पूर्व सांसद लल्लू सिंह, विधायक रामचंद्र यादव, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, बीजेपी जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा, अयोध्या विद्यापीठ के पदाधिकारीगण, अशर्फी धाम के भक्तगण, छात्र-छात्राएं और अभिभावकगण सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों को कामयाबी, एक दिन-एक शिफ्ट में होगी PCS की परीक्षा

Published

on

Loading

प्रयागराज। प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों की बड़ी जीत हुई है। UPPSC ने उनकी मांगें स्वीकार कर ली हैं। RO/ARO की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। इसके साथ ही अब PCS की परीक्षा एक ही शिफ्ट में होगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने प्रारंभिक परीक्षाओं के दो दिन दो शिफ्ट में कराने का निर्णय लिया था, जिसके विरोध में हजारों की संख्या में छात्र सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों ने आयोग के नोटिस जारी होने के साथ ही फैसले के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने प्रदर्शन किया।

अधिकारियों ने प्रदर्शनकरी छात्रों से कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे। जिसके बाद पूरे मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हस्तक्षेप करते हुए आयोग को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक आयोग से छात्रों के हितों में फैसले के लिए कहा। सीएम योगी की पहल के बाद आयोग ने अपना फैसला वापस ले लिया और छात्रों की एक दिन एक शिफ्ट में पेपर की मांग को मान स्वीकार कर लिया।

वहीँ आरओ/एआरओ (प्री.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग द्वारा एक समिति गठित की गई है। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी। आसान भाषा में कहें तो आयोग ने सीएम योगी के निर्देश पर फैसला लिया है कि यूपीपीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा पुराने पैटर्न से होंगी यानी एक ही दिन में यह परीक्षा आयोजित होगी। जबकि RO/ARO परीक्षा पर फैसले के लिए कमेटी बनाने की घोषणा की गई है।

कब होंगे पेपर?

जानकारी के लिए बता दें कि पीसीएस की परीक्षा के लिए दो चरण होते हैं, पहला प्रीलिम्स और दूसरा मेंस। पहले ये पेपर चार शिफ्ट में 7 और 8 दिसंबर को होने थे पर अब नए आदेश में यह परीक्षा एक ही दिन में दो शिफ्ट में आयोजित होगी। वहीं, RO/ARO परीक्षा में एक ही पेपर होता है, जो पहले 22 और 23 दिसंबर को तीन पालियों में होनी थी, जिस पर अब कमेटी बना दी गई है जो जल्द ही अपना रिपोर्ट देगी।

 

Continue Reading

Trending