प्रादेशिक
सीएम नायब सिंह सैनी ने रेवाड़ी हाफ मैराथन को दिखाई हरी झंडी, बड़ी संख्या में शामिल हुए युवा
रेवाड़ी। रेवाड़ी हाफ मैराथन को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरी झंडी दिखाई। इस दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। सीएम ने कहा कि एक दौड़ देश के नाम उद्देश्य के साथ हॉफ मैराथन का आयोजन किया गया। देश को एकजुटता में बांधने के लिए ऐसे कायर्क्रम बड़े कारगर साबित होते हैं। इस इलाके के वीरों और सैनिकों का अपना एक अलग इतिहास है।
रेवाड़ी उन्होंने आगे कहा कि अग्निवीर को प्राथमिकता के आधार पर नौकरी देंगे। युवाओं को बिना पर्ची और बिना खर्ची के आधार पर सरकार नौकरी दे रही है। हमारे खिलाड़ियों ने ओलंपिक में देश का नाम रोशन किया है। मौके पर अमर शहीद राव तुलाराम स्टेडियम में उनकी प्रतिमा स्थापित करने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने शहर के मुख्य चौराहे पर वीर सपूतों की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर नमन किया है।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि रेवाड़ी में मैराथन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मैराथन में हजारों युवाओं ने भाग लिया। मैराथन के विजेताओं को सम्मानित किया गया। इस तरह के आयोजनों से बच्चों में उत्साह बढ़ता है। पीएम मोदी ने ‘फिट इंडिया’ अभियान शुरू किया है जिसका लाभ देश के लोगों को मिल रहा है। ‘तिरंगा यात्रा’ आज शुरू हुई है और मैंने लोगों से अपील की है कि 15 अगस्त के अवसर पर अपने-अपने घरों पर झंडा लगाएं।
गुजरात
गुजरात में अल्प्राजोलम बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, 107 करोड़ रु की प्रतिबंधित दवा के साथ छह लोग गिरफ्तार
आणंद। गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने आणंद जिले में अल्प्राजोलम नाम का पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. एटीएस टीम ने इस दौरान मौके से 107 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवा के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस पूरे मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
एजेंसी के अनुसार, एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों ने खंभात शहर के पास एक फैक्ट्री किराए पर ली थी. यहां नींद की गोलियों में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ अल्प्राजोलम का निर्माण कर रहे थे. सहायक पुलिस आयुक्त (एटीएस) हर्ष उपाध्याय ने बताया कि अल्प्राजोलम एक पदार्थ है.
अल्प्राजोलम के दुरुपयोग के कारण यह नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के दायरे में आता है. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस ने गुरुवार की शाम फैक्ट्री पर छापा मारा. इस दौरान 107 करोड़ रुपये की कीमत का 107 किलोग्राम अल्प्राजोलम पदार्थ मिला. इसी के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अल्प्राजोलम को तैयार करने के लिए केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) लाइसेंस जारी करता है. यह दवा भी एनडीपीएस अधिनियम के दायरे में आती है. छापेमारी के समय आरोपियों से जब लाइसेंस मांगा गया तो उनके पास कोई लाइसेंस नहीं था. इस दौरान पांच आरोपी यूनिट का संचालन कर रहे थे, जबकि छठा व्यक्ति रिसीवर था. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पांचों आरोपियों ने साइकोट्रोपिक पदार्थ बनाने के लिए फैक्ट्री किराए पर ली थी.
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