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‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ रैंकिंग में यूपी दूसरे स्थान पर

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज वित्त मंत्री, भारत सरकार श्रीमती निर्मला सीतारमण जी के देश के मुख्यमंत्रियों के साथ हुए वर्चुअल संवाद में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश सहित सभी राज्यों में अवस्थापना सुविधाओं का तेजी से विकास हुआ। साथ ही, निवेश का बेहतर वातावरण बना है। इससे भारत, दुनिया में निवेश का सबसे अच्छा गंतव्य बना है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप देश में निवेश का बेहतर और सकारात्मक वातावरण बनाने के सम्बन्ध में सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल संवाद स्थापित करने के लिए उन्होंने केन्द्रीय वित्त मंत्री जी का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित तथा मा0 प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा अंगीकृत सतत विकास लक्ष्यों की प्रदेश में पूर्ति के लिए राज्य सरकार पूरी गम्भीरता से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए राज्य में आबादी के अनुपात में बैंक शाखाओं और ए0टी0एम0 की आवश्यकता है। उन्होंने केन्द्रीय वित्त मंत्री जी से राज्य में बैंक शाखाओं और ए0टी0एम0 की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना कालखण्ड में प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में जो कदम उठाए थे, राज्य सरकार उन्हें प्रभावी ढंग से लागू कर रही है। केन्द्र सरकार ने वस्त्र उद्योग के लिए उत्पादन सम्बद्ध प्रोत्साहन (पी0एल0आई0) योजना लागू की है। राज्य के पूर्वांचल क्षेत्र के जनपदों-वाराणसी, गोरखपुर, मऊ, आजमगढ़, संतकबीरनगर आदि में रेडीमेड गारमेण्ट्स उद्योग की अपार सम्भावनाएं हैं। इन जनपदों में एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के माध्यम से रेडीमेड गारमेण्ट्स उद्योग के क्षेत्र में अच्छा कार्य हुआ है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पी0एल0आई0 योजना में केन्द्र सरकार ने न्यूनतम निवेश की सीमा 100 करोड़ रुपए रखने की व्यवस्था की है। प्रदेश के एम0एस0एम0ई0 सेक्टर की वस्त्रोद्योग इकाइयां योजना का लाभ प्राप्त करने से वंचित हो गयी हैं। उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश के रेडीमेड गारमेण्ट्स उद्योग को पी0एल0आई0 योजना में छूट प्रदान करने का अनुरोध करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में रेडीमेड गारमेण्ट्स उद्योग को प्रोस्ताहित करने से न केवल वियतनाम, बांग्लादेश जैसे देशों को पीछे छोड़ा जा सकता है, बल्कि बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के व्यापक विद्युत उपभोक्ता आधार को ध्यान में रखते हुए राज्य को रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के अन्तर्गत पूंजी परिव्यय की अनुमति दिए जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित वर्तमान मानकों के तहत डिस्कॉम्स को बैंकों द्वारा वर्किंग कैपिटल लोन स्वीकृत नहीं किया जा रहा है, इसके कारण इन्हें महंगे लोन लेने पड़ रहे हैं। उन्होंने इस क्षेत्र में सहयोग का अनुरोध भी किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सरकार ने प्रदेश के गोरखपुर में प्लास्टिक पार्क की स्थापना की स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने दिबियापुर, जनपद औरैया में प्लास्टिक पार्क तथा जनपद ललितपुर में बल्क ड्रग्स पार्क की स्वीकृति प्रदान किए जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर में निवेश के प्रोत्साहन सम्बन्धी केन्द्र सरकार की योजना प्रतीक्षित है। इस योजना को शीघ्र लागू करने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर में कार्य की गति को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकेगा। उन्होंने यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण में मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना हेतु भारत सरकार द्वारा सहमति प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश को सभी क्षेत्रों में निरन्तर केन्द्र सरकार का सकारात्मक सहयोग प्राप्त हुआ है। इसके लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 से लेकर वर्ष 2017 तक प्रदेश में राज्य द्वारा मात्र 12 मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए। वर्तमान में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 30 नए मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। गोरखपुर और रायबरेली में एम्स बनकर तैयार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश व मध्य उत्तर प्रदेश में अभी भी वेक्टर बॉर्न डिजीजेज मौजूद हैं। उन्होंने अनुरोध किया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश या मध्य उत्तर प्रदेश हेतु एक एम्स उपलब्ध कराया जाए। इससे प्रधानमंत्री जी के देश व प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराए जाने के विजन को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में विगत चार वर्षों में प्रदेश में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है। केन्द्र सरकार द्वारा किए गए सुधारों को राज्य सरकार द्वारा अंगीकृत करने से प्रदेश में व्यवसाय की सुगमता का बेहतर वातावरण बना है। वर्ष 2016-17 में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ रैंकिंग में राज्य चौथे स्थान पर था। अब दूसरे स्थान पर आ गया है। वर्ष 2016-17 में प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठे स्थान पर थी। राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था की स्थिति और निवेशोन्मुखी वातावरण से आज प्रदेश, देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

मुख्यमंत्री जी ने कोरोना कालखण्ड में किए गए सहयोग के लिए प्रधानमंत्री जी और वित्त मंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लीड्स-2021 (लॉजिस्टिक्स ईज़ अक्रॉस डिफरेंट स्टेट्स) रैंकिंग में प्रदेश 07 स्थानों की बढ़त हासिल करते हुए देश में छठवें स्थान पर आ चुका है। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश को ‘टॉप इम्प्रूवर्स’ की श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि फरवरी, 2018 में प्रधानमंत्री ने राज्य की पहली इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया। इस समिट में प्रदेश में 4.68 लाख करोड़ रुपए निवेश के एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किए गए। सिंगल विण्डो सिस्टम ‘निवेश मित्र पोर्टल’ के प्रभावी क्रियान्वयन से 03 लाख से अधिक निवेश प्रस्तावों को व्यावहारिक धरातल पर उतारा गया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में निवेश के बेहतर वातावरण के कारण हुए निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन हुआ है। उन्होंने वित्त मंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सुझाव पर प्रधानमंत्री जी ने देश में स्थापित होने वाले 02 डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर में से 01 को उत्तर प्रदेश में स्थापित करने की घोषणा की। राज्य की राजधानी में फरवरी, 2020 में डिफेंस एक्स्पो का सफल आयोजन किया गया। डिफेंस एक्स्पो-2020 में यू0पी0 डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के सभी नोड्स हेतु बड़ी संख्या में निवेश के प्रस्ताव मिले, जिन्हें आगे बढ़ाया जा रहा है। डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के सभी नोड्स में पर्याप्त लैण्ड बैंक है। डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नोड में ब्रह्मोस मिसाइल के निर्माण हेतु भूमि आवंटित की जा चुकी है। झंासी नोड में भारत डायनमिक्स लिमिटेड के लिए भूमि आवंटित की गयी है। 19 नवम्बर, 2021 को प्रधानमंत्री जी द्वारा इसकी आधारशिला रखी जाएगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना काल में भी प्रदेश में 66 हजार करोड़ रुपए का निवेश सृजित हुआ। सैमसंग कम्पनी ने चीन से अपना निवेश समाप्त कर जून, 2021 में प्रदेश में विश्व की अपनी सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग इकाई स्थापित की। इस इकाई द्वारा उत्पादन भी प्रारम्भ किया जा चुका है। पेप्सिको इण्डिया ने भारत में अपना सबसे बड़ा खाद्य प्रसंस्करण प्लाण्ट जनपद मथुरा में स्थापित किया है। नौकरी एवं रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के कारण वर्ष 2017 में प्रदेश की बेरोजगारी दर 17.5 से घटकर मार्च, 2021 में 4.1 प्रतिशत रह गई।

प्रदेश की बड़ी आबादी के दृष्टिगत यह एक बड़ी उपलब्धि हैै। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य में एम0एस0एम0ई0 सेक्टर का सुदृढ़ आधार उपलब्ध है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से परम्परागत उद्यम को बढ़ावा देने के लिए ‘एक जनपद, एक उत्पाद‘ योजना लागू की गयी। एम0एस0एम0ई0 अधिनियम-2020 के अन्तर्गत उद्यमी लाइसेंस, स्वीकृतियों, एन0ओ0सी0 आदि के सम्बन्ध में 03 कार्य दिवस में प्राप्ति सूचना प्रमाण-पत्र प्राप्त करते हुए अपना उद्यम प्रारम्भ कर सकते हैं। इससे प्रदेश से होने वाले निर्यात में 38 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एम0एस0एम0ई0 सेक्टर एक लाख इक्कीस हजार करोड़ रुपए का प्रति वर्ष निर्यात कर रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रदेश को कई फ्लैगशिप अवस्थापना परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इनमें ईस्टर्न तथा वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, मल्टीमोडल लॉजिस्टिक्स पार्क/ट्रांसपोर्ट टर्मिनल, रीजनल रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम, दिल्ली-जेवर-वाराणसी हाईस्पीड रेल लिंक सम्मिलित हैं। बोराकी, दादरी तथा वाराणसी में वृहद टर्मिनल सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। कानपुर में मल्टी मोडल लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना की योजना क्रियान्वित की जा रही है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सम्पूर्ण राज्य में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे और त्वरित कनेक्टिविटी का विकास किया जा रहा है। 341 किलोमीटर लम्बे लखनऊ से गाजीपुर को जोड़ने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। मा0 प्रधानमंत्री जी 16 नवम्बर, 2021 को इसका लोकार्पण करेंगे। 296 किलोमीटर लम्बे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण आगामी दिसम्बर माह तक पूरा कर लिया जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य अन्तिम चरण में है। मेरठ से प्रयागराज तक 600 कि0मी0 लम्बे गंगा एक्सप्रेस-वे का शीघ्र ही प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से शिलान्यास कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 03 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों सहित 09 एयरपोर्ट फंक्शनल तथा 12 निर्माणाधीन हैं। जनपद गौतमबुद्धनगर के जेवर तथा अयोध्या में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों के निर्माण की कार्यवाही प्रगति पर हैं। 25 नवम्बर, 2021 को प्रधानमंत्री जी गौतमबुद्धनगर के अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखेंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सबसे बेहतर माध्यम मेट्रो रेल प्रदेश के 04 शहरों में संचालित है। कानपुर में मेट्रो रेल का ट्रायल रन चल रहा है। आगामी 04 से 06 सप्ताह में वहां पर भी मेट्रो रेल कार्यशील हो जायेगी। इसके अलावा, आगरा, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज में भी मेट्रो रेल परियोजना पर कार्यवाही चल रही है। वाराणसी से हल्दिया तक का देश का पहला राष्ट्रीय जलमार्ग प्रदेश में क्रियाशील है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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