प्रादेशिक
डॉ.रोहित सक्सेना को मिला लंदन “ऑक्सफोर्ड विश्वविधालय” का नेलसन मंडेला “मोस्ट इन्सपिरेशनल यूथ लीडर आवार्ड-2024”
मीडिया पर्सन रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. रोहित सक्सेना को इस वर्ष का लंदन का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान “ऑक्सफोर्ड विश्वविधालय” द्वारा नेलसन मंडेला “मोस्ट इन्सपिरेशनल यूथ लीडर आवार्ड” घोषित किया गया। डॉ. सक्सेना के द्वारा वंचित समाज़ के लिए किये जा रहे सराहनीय कार्यो के लिए उनको वर्ष 2024 के इस उत्कृष्ठ सम्मान के लिए चुना गया। यह सम्मान न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के लिए अपितु देश और कानपुर शहर के लिए सम्मान का विषय है।
जब इस सम्मान के लिए डॉ सक्सेना से पूछा गया तो उन्होने कहा कि वो तो लोगों के काम आने के संकल्प के साथ राजनीति मे उतरे हैं। मैने कल्पना भी नही की थी कि जिसे वो राजधर्म समझ कर रहे हैं, उसके लिए विश्व के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविधालय द्वारा उनके देश का सबसे बड़ा “नेलसन मंडेला” सम्मान मुझे दिया जायेगा।
डॉ सक्सेना ने बताया कि उनको लगता है कि उनकी ज़्यादा जरूरत यहां है। इस लिए सम्मान लेने लंदन नहीं जा पाएंगे। उन्होने लंदन के पार्लियामेंट से आग्रह किया कि उनका सम्मान भारतीय दूतावास भेजवा दिया जाये तो वो उसे वहां से प्राप्त कर लेंगे lदेश के कई दिग्गज नेताओं और प्रतिष्ठित शख्शियतों ने डॉ . सक्सेना को शुभकामनाएं दी और कहा कि उनकी इस उपलब्धि ने देश का नाम रोशन किया है।
गुजरात
गुजरात में अल्प्राजोलम बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, 107 करोड़ रु की प्रतिबंधित दवा के साथ छह लोग गिरफ्तार
आणंद। गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने आणंद जिले में अल्प्राजोलम नाम का पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. एटीएस टीम ने इस दौरान मौके से 107 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवा के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस पूरे मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
एजेंसी के अनुसार, एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों ने खंभात शहर के पास एक फैक्ट्री किराए पर ली थी. यहां नींद की गोलियों में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ अल्प्राजोलम का निर्माण कर रहे थे. सहायक पुलिस आयुक्त (एटीएस) हर्ष उपाध्याय ने बताया कि अल्प्राजोलम एक पदार्थ है.
अल्प्राजोलम के दुरुपयोग के कारण यह नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के दायरे में आता है. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस ने गुरुवार की शाम फैक्ट्री पर छापा मारा. इस दौरान 107 करोड़ रुपये की कीमत का 107 किलोग्राम अल्प्राजोलम पदार्थ मिला. इसी के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अल्प्राजोलम को तैयार करने के लिए केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) लाइसेंस जारी करता है. यह दवा भी एनडीपीएस अधिनियम के दायरे में आती है. छापेमारी के समय आरोपियों से जब लाइसेंस मांगा गया तो उनके पास कोई लाइसेंस नहीं था. इस दौरान पांच आरोपी यूनिट का संचालन कर रहे थे, जबकि छठा व्यक्ति रिसीवर था. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पांचों आरोपियों ने साइकोट्रोपिक पदार्थ बनाने के लिए फैक्ट्री किराए पर ली थी.
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