Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

हमास की चाल, इन खास बंधकों को छोड़ने के लिए कर दी सभी फलस्तीनियों की रिहाई की मांग

Published

on

Hamas move to release these special hostages

Loading

येरुशलम। इस्राइल और हमास के बीच एक महीने से अधिक समय से जारी संघर्ष पर फिलहाल विराम लगा हुआ है। सात अक्तूबर को आतंकियों ने इस्राइल पर हमला कर कई सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें सैनिक भी शामिल हैं। हालांकि, अब एक समझौते के तहत कुछ बंधकों को रिहा करा लिया गया है।

इस बीच हमास ने इस्राइल के सामने एक नया ऑफर रखा है। उसका कहना है कि अगर इस्राइल फलस्तीनी कैदियों को छोड़ता है तो उसके बदले में उसके सभी सैनिकों को रिहा कर दिया जाएगा।

कठिन बातचीत से गुजर रहा

हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी और गाजा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बासेम नईम ने कहा कि समूह संघर्ष विराम को बढ़ाने के लिए कठिन बातचीत से गुजर रहा है। नईम ने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान पत्रकारों से कहा कि वह इस्राइल में बंद अपने सभी कैदियों के बदले में सभी इस्राइली सैनिकों को रिहा करने के लिए तैयार हैं। बता दें, संघर्ष विराम आज यानी गुरुवार को समाप्त होने वाला है।

यह है मामला

गौरतलब है, हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमला कर करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया था। वहीं 1200 लोग मारे गए। वहीं इस्राइल की जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी में 15000 से अधिक लोग मारे गए।

अब संघर्ष विराम समझौते के तहत 60 इस्राइली बंधकों और 180 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया गया है। हालांकि, समझौते के तहत हमास द्वारा बंधक बनाए गए सैनिकों को बाहर रखा गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि आतंकी समूह सैनिकों का इस्तेमाल किसी बड़े सौदे के रूप में कर सकते हैं।

पहले भी हो चुका है समझौता

साल 2011 में इस्राइली सैनिक गिलाद शालित के लिए एक हजार से अधिक फलस्तीनियों का आदान-प्रदान किया गया था। समूह का कहना है कि सात हजार से अधिक फलस्तीनी अभी इस्राइली जेल में बंद हैं। हमास ने अक्तूबर में इस्राइल से सभी फलस्तीनी कैदियों को रिहा करने की मांग की थी।

अब नया प्रस्ताव ऐसे समय में रखा गया है जब युद्ध को खत्म करने के प्रयास तेज हो गए हैं। हमास समूह के एक करीबी सूत्र का कहना है कि हमास संघर्ष विराम को चार दिनों तक बढ़ाने और अधिक इस्राइलियों को रिहा करने के लिए तैयार है। वहीं, नईम ने कहा, ‘हम स्थायी संघर्ष विराम पर बातचीत के लिए मध्यस्थों के साथ प्रयास कर रहे हैं।’

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

Continue Reading

Trending