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अन्तर्राष्ट्रीय

हमास की चाल, इन खास बंधकों को छोड़ने के लिए कर दी सभी फलस्तीनियों की रिहाई की मांग

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Hamas move to release these special hostages

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येरुशलम। इस्राइल और हमास के बीच एक महीने से अधिक समय से जारी संघर्ष पर फिलहाल विराम लगा हुआ है। सात अक्तूबर को आतंकियों ने इस्राइल पर हमला कर कई सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें सैनिक भी शामिल हैं। हालांकि, अब एक समझौते के तहत कुछ बंधकों को रिहा करा लिया गया है।

इस बीच हमास ने इस्राइल के सामने एक नया ऑफर रखा है। उसका कहना है कि अगर इस्राइल फलस्तीनी कैदियों को छोड़ता है तो उसके बदले में उसके सभी सैनिकों को रिहा कर दिया जाएगा।

कठिन बातचीत से गुजर रहा

हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी और गाजा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बासेम नईम ने कहा कि समूह संघर्ष विराम को बढ़ाने के लिए कठिन बातचीत से गुजर रहा है। नईम ने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान पत्रकारों से कहा कि वह इस्राइल में बंद अपने सभी कैदियों के बदले में सभी इस्राइली सैनिकों को रिहा करने के लिए तैयार हैं। बता दें, संघर्ष विराम आज यानी गुरुवार को समाप्त होने वाला है।

यह है मामला

गौरतलब है, हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमला कर करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया था। वहीं 1200 लोग मारे गए। वहीं इस्राइल की जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी में 15000 से अधिक लोग मारे गए।

अब संघर्ष विराम समझौते के तहत 60 इस्राइली बंधकों और 180 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया गया है। हालांकि, समझौते के तहत हमास द्वारा बंधक बनाए गए सैनिकों को बाहर रखा गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि आतंकी समूह सैनिकों का इस्तेमाल किसी बड़े सौदे के रूप में कर सकते हैं।

पहले भी हो चुका है समझौता

साल 2011 में इस्राइली सैनिक गिलाद शालित के लिए एक हजार से अधिक फलस्तीनियों का आदान-प्रदान किया गया था। समूह का कहना है कि सात हजार से अधिक फलस्तीनी अभी इस्राइली जेल में बंद हैं। हमास ने अक्तूबर में इस्राइल से सभी फलस्तीनी कैदियों को रिहा करने की मांग की थी।

अब नया प्रस्ताव ऐसे समय में रखा गया है जब युद्ध को खत्म करने के प्रयास तेज हो गए हैं। हमास समूह के एक करीबी सूत्र का कहना है कि हमास संघर्ष विराम को चार दिनों तक बढ़ाने और अधिक इस्राइलियों को रिहा करने के लिए तैयार है। वहीं, नईम ने कहा, ‘हम स्थायी संघर्ष विराम पर बातचीत के लिए मध्यस्थों के साथ प्रयास कर रहे हैं।’

अन्तर्राष्ट्रीय

14 जनवरी को अपना आखिरी भाषण देंगे जो बाइडेन

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अमेरिका। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन आगामी 14 जनवरी को अपना आखिरी भाषण देंगे। यही उनका विदाई भाषण भी होगा। इसके लिए ह्वाइट हाउस ने तैयारी शुरू कर दी है। नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से पांच दिन पहले यानि बुधवार को ओवल ऑफिस से बाइडेन का यह विदाई भाषण होगा। बीस जनवरी को पद छोड़ने से पहले यह राष्ट्रपति के तौर पर अमेरिकियों और दुनियाभर के लोगों के लिए बाइडेन का यह अंतिम भाषण होगा, जो रात आठ बजे आरंभ होगा।

इससे पहले बाइडेन सोमवार को विदेश मंत्रालय में अपने कार्यकाल की विदेश नीति पर केंद्रित एक भाषण देंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केरिन जीन-पियरे ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि बाइडेन सोमवार को अपने भाषण में ‘‘50 से अधिक वर्षों के अपने सार्वजनिक जीवन’’ पर बात करेंगे। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच हुई ‘डिबेट’ में बाइडन (82) का प्रदर्शन कुछ खास नहीं था, जिसके बाद से उनकी ही पार्टी के सदस्य बाइडेन के इस पद की दौड़ से हटने की बात करने लगे थे और अंतत: बाइडेन ने ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने का फैसला किया था।

बाइडेन की जगह कमला हैरिस से हुआ ट्रंप का मुकाबला

बाइडेन की पीछे हटने के बाद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को डेमोक्रेट्स की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया। इसके बाद अमेरिकियों को देश की पहली महिला राष्ट्रपति मिलने की उम्मीद भी जगी, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें चुनाव में हरा दिया। इस प्रकार ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति चुन लिए गए। हालांकि बाइडेन का दावा है कि यदि वह नैतिक दबाव में पीछे नहीं हटे होते तो ट्रंप को हरा सकते थे।

 

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