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अन्तर्राष्ट्रीय

हमास के 24 आतंकियों को इस इस्राइली महिला सैनिक किया ढेर, हिम्मत की मुरीद हुई दुनिया

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Inbar Lieberman in hamas war

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तेल अवीव। हमास के आतंकियों ने बीते शनिवार इस्राइल में घुसकर 1000 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया, लेकिन हमास के आतंकियों के पास 25 साल की इनबार लीबरमैन का कोई जवाब नहीं था।

बता दें कि इनबार लीबरमैन ने कुछ लोगों के साथ मिलकर ना सिर्फ अपने समुदाय को हमास के हमले से बचाया बल्कि हमास के दो दर्जन से ज्यादा आतंकियों को मौत के घाट भी उतार दिया। इनमें से पांच को अकेले लीबरमैन ने ढेर किया। लीबरमैन की इस बहादुरी के लिए पूरी दुनिया में उनकी चर्चा हो रही है और वह इस्राइल की जनता की नजरों में नायक बनकर उभरी हैं।

साथियों के साथ मिलकर किया आतंकियों का मुकाबला

इनबार लीबरमैन गाजा पट्टी से कुछ ही किलोमीटर दूर स्थित एक किबुत्ज समुदाय नीर एम की सुरक्षा समन्वयक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार को जैसे ही हमास के आतंकियों ने इस्राइल पर हमला किया तो धमाकों की आवाज सुनते ही लीबरमैन अलर्ट हो गईं और तुरंत उन्होंने अपनी 12 लोगों की सुरक्षा टीम के साथ मोर्चा संभाल लिया।

लीबरमैन ने गजब की बहादुरी और सूझबूझ दिखाते हुए रणनीतिक रूप से अहम मोर्चों पर अपने साथियों को तैनात किया और जैसे ही हमास के आतंकियों ने किबुत्ज नीर एम पर हमला किया तो लीबरमैन और उनकी टीम ने चार घंटों तक आतंकियों का डटकर मुकाबला करते हुए दो दर्जन से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया।

नीर एम के आसपास के सामुदायिक गांवों में जहां आतंकियों ने नरसंहार किया और सैंकड़ों लोगों को मौत के घाट उतारा, वहीं नीर एम में आतंकी कोई नुकसान नहीं पहुंचा सके। इस्राइल के सोशल मीडिया पर भी लीबरमैन की बहादुरी की चर्चा है और लोग इस्राइल की सरकार को लीबरमैन को सम्मानित करने की मांग कर रहे हैं।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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