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प्रादेशिक

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की 86वीं जयंती आज, सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली। देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की आज 86वीं जयंती है। उनका जन्म 11 दिसंबर 1935 में हुआ था। प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति थे, जिनका कार्यकाल 25 जुलाई, 2012 से लेकर 25 जुलाई, 2017 तक रहा।

वे भारतीय राजनीति में एक अनुभवी चेहरा थे, जिन्होंने कई दशकों के लंबे और शानदार राजनीतिक करियर के दौरान अलग-अलग समय पर विदेश, रक्षा, कमर्शियल और वित्त जैसे मंत्रालयों को संभाला। प्रणब मुखर्जी भारतीय राजनीति के दिग्गज चेहरे के रूप जाना जाता है।

पांच दशकों के लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने सरकार और उनकी पार्टी के लिए विभिन्न भूमिकाएं निभाईं। उन्हें ‘मैन फॉर ऑल सीजन्स’ के रूप में जाना जाता था। वह पांच बार राज्य सभा के सदस्य रहे और लोकसभा में दो बार चुने गए।

आज की उनकी जयंती पर देश के दिग्गज नेता उन्हें याद कर रहे हैं।  उनकी जयंती पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि दी है। सीएम योगी ने ट्वीट किया, “भारत के पूर्व राष्ट्रपति, सरल व सहज राजनेता, शुचिता एवं कर्मठता के प्रतीक, ‘भारत रत्न’ प्रणब मुखर्जी जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि।”

उत्तराखंड

गुजरात से हरिद्वार गंगा स्नान के लिए आए दो बच्चों की डूबने से मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

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हरिद्वार। गुजरात से हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए आए एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां एक परिवार के 2 नाबालिग बच्चों की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। हादसा बुधवार सुबह 10 बजे उत्तरी हरिद्वार के सप्तऋषि क्षेत्र में संतमत घाट पर हुआ। हादसे के बाद परिवार के सदस्यों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।

गुजरात के तापी जिले के वलोड थाना अंतर्गत बाजीपुरा गांव निवासी विपुल भाई पवार अपने परिवार के साथ गंगा दर्शन और स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचे थे। बुधवार सुबह लगभग 10:00 बजे पूरा परिवार उत्तरी हरिद्वार के परमार्थ घाट के पास संतमत घाट पर गंगा स्नान कर रहा था।

स्नान के दौरान विपुल भाई की 13 वर्षीय बेटी प्रत्यूषा और 6 वर्षीय बेटा दर्श अचानक गंगा की तेज धारा में बहने लगे। परिजन और घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालु बच्चों को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तेज बहाव और गहरे पानी के कारण उन्हें बचाने में असफल रहे। देखते ही देखते दोनों बच्चे गंगा की लहरों में आंखों से ओझल हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही सप्तऋषि पुलिस चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जल पुलिस और गोताखोरों की मदद से बच्चों को तलाश किया गया। कुछ ही देर बाद दोनों को ठोकर नंबर 13 के पास पानी से बेसुध हालत में बाहर निकाला गया। तत्काल 108 एंबुलेंस की सहायता से दोनों को हरिद्वार जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

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